नई दिल्ली: दिल्ली की सातों सीटों पर आगामी 25 मई को चुनाव होने जा रहे हैं. यहां राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक रहे हैं. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मिलकर चुनाव लड़ रही हैं. पहले ही कांग्रेसी नेताओं की बगावत खुलकर सामने आ गई है. वहीं, अब आम आदमी पार्टी में भी बगावत के सुर सुनने को मिल रहे हैं. आम आदमी पार्टी के लक्ष्मी नगर से पूर्व विधायक नितिन त्यागी ने बागी तेवर अपना लिए हैं. आप नेता त्यागी ने दिल्ली सरकार की ओर से बजट में घोषित हर महिला को एक-एक हजार रुपए हर माह देने की स्कीम पर सवाल खडे़ कर दिए हैं.
नितिन त्यागी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर 'आज से झूठ का प्रचार बंद' टाइटल से एक वीडियो शेयर किया है. नितिन त्यागी ने इस वीडियो को जारी कर कहा है कि वह खुद आम आदमी पार्टी के विधायक रहे हैं और पार्टी और जनता के हित में लगातार काम करते रहे हैं. लोकसभा चुनाव के दौरान भी प्रचार कर रहे हैं. लेकिन क्षेत्रीय कार्यकर्ता महिलाओं को एक हजार रुपये प्रति महीने दी जाने वाली सहायता राशि की स्कीम को लेकर फॉर्म भरवा रहे हैं. यह बिल्कुल गलत है और यह झूठ का प्रचार किया जा रहा है.
यह भी पढ़ें- दिल्ली के मुख्यमंत्री को मिली अंतरिम जमानत, जानिए- अब तक की पूरी डिटेल
त्यागी ने कहा कि महिलाओं को दी जाने वाली एक हजार रुपये की स्कीम अभी मंजूर नहीं हुई है और ना ही इसके मंजूर होने की उम्मीद नजर आ रही है. ऐसे में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को इस स्कीम को लेकर आम जनता के बीच झूठा प्रचार करने और लोगों को भ्रमित करने का काम बंद करना चाहिए. उन्होंने बागी तेवर अपनाते हुए आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि इस तरह के फार्म भरवाने के बाद लोगों से झूठ बोला जा सकेगा कि इसको उप-राज्यपाल, दिल्ली की ओर से स्वीकृत नहीं किया जा रहा है.
आम आदमी पार्टी की ओर से एक हजार रुपये का फॉर्म भरवाने पर आपत्ति जताते हुए नितिन त्यागी का यह भी कहना है कि इस बात को मैंने पार्टी फोरम पर उठाया था. यह कहा गया था कि इस स्कीम के पूरा नहीं होने पर कार्यकर्ताओं को लोगों को जवाब देना मुश्किल हो जाएगा. उन्होंने कहा कि पार्टी के शीर्ष नेताओं की तरफ से कहा गया कि चुनाव का टाइम हैं. अभी इस चुनाव को निकल जाने दीजिए, कार्यकर्ता और आ जाएंगे. मैंने पार्टी के इस तरह के वक्तव्य पर नाराजगी जताते हुए विरोध किया है. इसलिए मैं इस तरह का झूठा प्रचार अपने इलाके में लोगों के बीच जाकर नहीं कर सकता.
ये भी पढ़ें- कोई 5वीं पास तो कोई कक्षा सात तक ही पढ़ा! दिल्ली के वो उम्मीदवार जो पढ़ाई में रहे फिसड्डी, इन सीटों पर लड़ रहे चुनाव
गौरतलब है कि पूर्वी दिल्ली सीट से आम आदमी पार्टी ने कुलदीप कुमार को कैंडिटेट के रूप में उतारा है. कुलदीप कुमार कोंडली से आम आदमी पार्टी के विधायक भी हैं. इस सीट से एक अन्य पार्टी के नेता ने भी कुलदीप कुमार की कार्यशैली और व्यवहार पर सवाल खड़े करते हुए नॉमिनेशन की अंतिम तारीख से पहले ही पार्टी छोड़ी थी. इसके बाद आप नेता मोहम्मद वकार चौधरी ने पार्टी छोड़कर बसपा ज्वाइन कर ली थी.
बसपा ने इस सीट से वकार को अधिकृत प्रत्याशी भी बनाया है. उनका नॉमिनेशन स्वीकार हो गया और अब वह आम आदमी पार्टी के कुलदीप कुमार के खिलाफ ही मैदान में डटे हैं. बीजेपी ने यहां से हर्षदीप मल्होत्रा को चुनावी दंगल में उतारा है. अरविंदर सिंह लवली और नसीब सिंह के बीजेपी में जाने से इस सीट पर आप और कांग्रेस को नुकसान होने की भी संभावना जताई जा रही है.
ये भी पढ़ें: अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत, 1 जून तक अंतरिम जमानत