रांची: राजधानी रांची के होटवार स्थित क्षेत्रीय कुक्कुट प्रक्षेत्र में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद पशुपालन विभाग लगातार दूसरे दिन भी बीमारी की रोकथाम के लिए सक्रिय दिखा. क्षेत्रीय कुक्कुट प्रक्षेत्र, होटवार में आज भी संक्रमण रोकने के लिए चले अभियान में 1012 किलोग्राम कंटिमिनेटेड पॉल्ट्री फीड को नष्ट किया गया. वहीं, आसपास के क्षेत्रों में संक्रमण की संभावना समाप्त करने के लिए चूना और सोडियम हाइपो क्लोराइड का छिड़काव किया गया.
क्षेत्रीय कुक्कुट प्रक्षेत्र के सहायक निदेशक (कुक्कुट) डॉ कमलेश कुमार पिंगले ने बताया कि आज तीन पशु चिकित्सकों डॉ ललन कुमार, डॉ कमलेश कुमार, डॉ गणेश कुमार महली के नेतृत्व में पशुपालन विभाग की टीम ने दिन भर बर्ड फ्लू के प्रसार को रोकने के लिए अभियान चलाया इसके साथ-साथ लोगों को बर्ड फ्लू से जुड़ी जानकारी भी दी गयी.
संक्रमित मुर्गियां मिलने वाली जगह से एक किलोमीटर के रेडियस में पॉल्ट्री-अंडे की खरीद-बिक्री और ट्रांसपोर्टेशन पर रोक
रांची के जिला पशुपालन अधिकारी डॉ अनिल कुमार ने बताया कि होटवार क्षेत्रीय कुक्कुट प्रक्षेत्र के एक किलोमीटर के रेडियस में मुर्गी-बत्तख एवं अन्य बर्ड के खरीद बिक्री पर रोक लगा दी गयी है वहीं इसका ट्रांसपोर्ट भी नहीं होगा.
लंबे दिनों बाद इसी वर्ष क्षेत्रीय कुक्कुट प्रक्षेत्र में शुरू किया गया था फार्मिंग
होटवार स्थित सरकारी क्षेत्रीय कुक्कुट प्रक्षेत्र का लंबे दिनों तक चले रिनोवेशन कार्य के बाद 15 दिसम्बर 2023 से बत्तख और इसी वर्ष 28 फरवरी से मुर्गियों की फार्मिंग शुरू की गई थी. सहायक निदेशक (कुक्कुट) होटवार ने कहा कि बहुत अच्छे तरीके से फार्म हाउस चल रहा था लेकिन बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद फार्म हाउस को काफी नुकसान हुआ है.
भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंचीं रांची, बर्ड फ्लू संक्रमण वाले इलाकों का किया दौरा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की उच्च स्तरीय टीम भी आज बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद हालात का जायजा लेने दिल्ली से रांची पहुंची. इस टीम में विशेषज्ञ डॉक्टर्स और महामारी रोग विशेषज्ञ शामिल हैं. रांची के सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार ने बताया कि बर्ड फ्लू से इंसानों के संक्रमित होने का खतरा बेहद कम रहता है बावजूद इसके रांची स्वास्थ्य विभाग की टीम पूरी तरह चौकस है. उन्होंने कहा कि अच्छी तरह पका कर चिकन खाने से बीमारी फैलने का कोई खतरा नहीं रहता है लेकिन संक्रमित बर्ड को तौलने और उसे बनाने के क्रम में संक्रमण का खतरा जरूर रहता है.
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