पटना: राजधानी पटना से एक अफगानी नागरिक द्वारा अपनी मूल नागरिकता छिपाकर पासपोर्ट बनवाने का मामला प्रकाश में आया है. यह मामला सामने आने के बाद रिजनल पासपोर्ट ऑफिसर ताविशी बहल पांडेय ने एसएसपी राजीव मिश्रा से लिखित शिकायत की. शिकायत के बाद पटना गांधी मैदान थाने में पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की तफ्तीश में जुट गई है.
रद्द हुआ था अफगानी नागरिक का पासपोर्ट : दरअसल, नागरिकता छिपाकर अफगानी बली खान ने पिछले साल पटना क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय से पासपोर्ट बनवा लिया. विदेश मंत्रालय ने जब बाली का फोटो देखा तो उसके कान खड़े हो गए. वो कही से भारतीय नागरिक नहीं लग रहा था. ऐसे में जांच शुरू हुई और आखिर विदेशी मंत्रालय की रिपोर्ट के आधार पर बली खान का पासपोर्ट रद्द कर दिया गया.
शक होने पर हुई जांच तो खुला पोल: अफगानी नागरिक बली खान का पासपोर्ट 16 मार्च 2023 को पटना के पासपोर्ट कार्यालय से जारी किया गया था. जिसका पासपोर्ट नंबर डब्ल्यू 7177815 है. इसके बाद शक होने पर पासपोर्ट कार्यालय ने जांच की तो उसके अफगानी नागरिकता को छिपाने की जानकारी मिली थी.
" पहचान छिपाकर पासपोर्ट हासिल कर लेना देश की सुरक्षा से जुड़ा मामला है. बली खान पर आईपीसी की धारा 467, 468,471 तथा पासपोर्ट एक्ट के तहत प्राथमिक की दर्ज किया गया है.पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है." - प्रकाश कुमार, टाउन डीएसपी 2
पटना सुपर मार्केट स्थित फ्लैट में रहता था: आरोपों के अनुसार, उसने अपनी नागरिकता को छिपा कर पटना का वासी होने की जानकारी व आवश्यक दस्तावेज देकर पासपोर्ट बनवा लिया. उसने अपने पासपोर्ट के लिए दिये आवेदन में अपना पता फ्रेजर रोड पटना सुपर मार्केट बी ब्लॉक फ्लैट नंबर 303 दिया था.
25 साल से पटना में रह रहा था: टाउन डीएसपी 2 प्रकाश कुमार ने आरोपी अपनी नागरिकता को छिपा कर भारतीय होने की जानकारी देकर पासपोर्ट बनवा लिया. उन्होंने बताया कि केस दर्ज कर लिया है. इसके बाद बली खान को बुला कर पूछताछ की गयी. जिसमें उन्होंने जानकारी दी है कि वे करीब 25 साल से पटना में ही रह कर कपड़ा का कारोबार कर रहे हैं. उनके पिता जंगुल खान भी यहीं रहते हैं. जांच में उसके पासपोर्ट के लिए दिये गये आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज मिले है.
नौ माह बाद केस हुआ दर्ज: इस मामले में अब एक और सवाल खड़ा हो गया है कि पासपोर्ट अधिकारी ने जब पिछले साल 23 नवंबर 2023 को पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा से इस बाबत लिखित शिकायत की गई थी, लेकिन केस दर्ज करने में नौ महीने लग गये. पहचान छिपाकर पासपोर्ट हासिल कर लेना देश की सुरक्षा से जुड़ा मामला है. पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई है. यह देश की सुरक्षा से जुड़ा मामला भी हो सकता है.
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