प्रयागराज : माफिया अतीक अहमद और उसके छोटे भाई ख़ालिद अजीम उर्फ अशरफ के मुकदमे लड़ने वाला अधिवक्ता विजय मिश्रा अब हिस्ट्रीशीटर बन चुका है. उमेश पाल हत्याकांड के अलावा 9 अन्य मुकदमों में आरोपी रहे विजय मिश्रा की हिस्ट्रीशीट शिवकुटी पुलिस ने खोल दी है. विजय मिश्रा की हिस्ट्रीशीट नंबर 22 बी है और बी श्रेणी का हिस्ट्रीशीटर बनने के कारण पुलिस निगरानी जिंदगी भर करेगी.
बता दें, प्रयागराज को दहला देने वाला ट्रिपल मर्डर केस 24 फरवरी 2023 को शहर के धूमनगंज थाना क्षेत्र के जयंतीपुर इलाके में हुआ था. जिसमें अधिवक्ता उमेश पाल के साथ ही उसकी सुरक्षा में तैनात दो पुलिसवालों की गोली और बम मारकर सरेआम हत्या कर दी गई थी. तिहरे हत्याकांड को माफिया अतीक अहमद के गैंग के शूटरों ने अंजाम दिया था. जिसमें अतीक अहमद का तीसरे नंबर का बेटा असद भी शामिल था. वारदात को अंजाम देने में शामिल शूटरों में से अतीक के बेटे असद समेत चार मुठभेड़ में ढेर हो चुके हैं. जबकि फरार तीन शूटरों के पर 5-5 लाख का इनाम घोषित है. साथ ही अतीक अहमद की पत्नी बहन और छोटे भाई अशरफ की पत्नी भी फरार है. जिनके ऊपर 50 हजार तक का इनाम घोषित है और पुलिस उनकी तलाश कर रही है.
उमेश पाल ट्रिपल मर्डर केस के आरोपियों की लिस्ट में शामिल अधिवक्ता रहे विजय मिश्रा की हिस्ट्रीशीट शिवकुटी थाने की पुलिस ने खोली है. उमेश पाल ट्रिपल मर्डर केस में शामिल 5 अन्य आरोपियों की हिस्ट्रीशीट पहले ही खुल चुकी है. जिसमें लखनऊ और नैनी सेंट्रल जेल में बंद अतीक अहमद के बेटे उमर अहमद और अली अहमद भी शामिल हैं. इसके अलावा अतीक अहमद के खास रहे वकील खान सौलत हनीफ का नाम भी शामिल है. खान सौलत हनीफ को जिला अदालत में मार्च 2023 में अतीक अहमद के साथ उमेश पाल अपहरण कांड में दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुना चुकी है. खान सौलत हनीफ की हिस्ट्रीशीट पहले ही खुल चुकी है.
इसके अलावा उमेश पाल मर्डर केस के आरोपी अतीक अहमद के छोटे भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ के दो साले जैद मास्टर और बरेली में जेल में बंद सद्दाम की भी हिस्ट्रीशीट पुलिस खोल चुकी है. इन सभी 6 आरोपियों की बी श्रेणी की हिस्ट्रीशीट खोली गई है. जिसकी पुलिस जिंदगी भर निगरानी करती रहेगी. शिवकुटी पुलिस ने अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा की हिस्ट्रीशीट खोल कर उसे हिस्ट्रीशीटर घोषित कर दिया है. विजय मिश्रा पर उमेश पाल मर्डर केस में रेकी करने और हत्या वाले दिन उमेश पाल की लोकेशन बताने का आरोप है. इसके साथ ही माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद लकड़ी व्यापारी से तीन करोड़ की रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी देने का भी केस दर्ज है. रंगदारी मांगने के केस में ही उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था.
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