ETV Bharat / state

गढ़वाल विवि में इस बार पीजी में नहीं होगी सीयूईटी परीक्षा, जल्द खुलेंगे आवेदन फार्म

PG Admission in Hemvati Nandan Bahuguna Garhwal University हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में शैक्षणित सत्र 2024-2025 में पीजी और बीएड में एडमिशन के लिए सीयूईटी परीक्षा नहीं देगी होगी. इसके लिए पहले की तरह ही विवि का एंट्रेंस टेस्ट देना होगा.

Hemvati Nandan Bahuguna Garhwal University
हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि
author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Feb 22, 2024, 12:53 PM IST

Updated : Feb 22, 2024, 2:35 PM IST

श्रीनगर: हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि में पीएचडी प्रवेश के लिए जल्द ही आवेदन फार्म खोले जाएंगे. जिसे लेकर विवि प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है. जबकि, इस बार स्नातकोत्तर, बीएड, बीपीएड और एमपीएड के लिए गढ़वाल विवि खुद प्रवेश परीक्षा करवाएगा. पीजी और बीएड पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए मार्च महीने के पहले हफ्ते में आवेदन फार्म खोले जाने की संभावना है. अभी तक विवि सीयूईटी के जरिए प्रवेश परीक्षा करवा रहा था, लेकिन छात्रों के विरोध के बाद अब नए शैक्षणिक कैलेंडर में पीजी के लिए विवि खुद प्रवेश परीक्षा आयोजित करवाएगा. जिसके लिए विवि ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है.

हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में बीएड और स्नातकोत्तर में प्रवेश लेने के लिए सीयूईटी यानी कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस अनिवार्य किया गया था, लेकिन इस बार विवि अपने स्तर से प्रवेश परीक्षाएं करवाने जा रहा है. इससे पहले सीयूईटी देने के बाद ही विश्वविद्यालय के किसी पाठ्यक्रम में छात्रों को प्रवेश मिल पाता था. सीयूईटी के लागू होने के बाद से ही गढ़वाल विश्वविद्यालय में छात्रों ने इसका विरोध किया. क्योंकि, सीयूईटी की अनिवार्यता के चलते हजारों छात्र एडमिशन से वंचित हो रहे थे.

वहीं, गढ़वाल विवि में एडमिशन का मामला हाईकोर्ट की टेबल तक भी गया. मामले में हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार, यूजीसी, उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखंड को नोटिस जारी कर जवाब भी मांगा था. जिसके बाद गढ़वाल विवि और उससे संबद्ध कॉलेजों में बिना सीयूईटी के मेरिट के आधार पर प्रवेश देने की हामी भरी गई. इससे पहले मामले में विवि की एसी (एकेडमिक काउंसिल) फिर एसी (एग्जीक्यूटिव काउंसिल) मुहर लगाई. लिहाजा, अब एडमिशन के लिए पहले की तरह ही गढ़वाल विवि का एंट्रेंस देना होगा.

गढ़वाल विवि की एकेडमिक काउंसिल की बैठक में नूतन सत्र 2024-2025 में पीजी और बीएड पाठ्यक्रम के लिए प्रवेश परीक्षा करवाने का निर्णय लिया गया है. गढ़वाल विवि के परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर अनिल नौटियाल ने बताया कि पीएचडी प्रवेश परीक्षा को लेकर विवि प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है. एक दो दिनों में पीएचडी में प्रवेश के लिए आवेदन फार्म खोल दिए जाएंगे. पीएचडी प्रवेश परीक्षा मार्च महीने के अंतिम हफ्ते तक करवाया जाएगा.

इसके अलावा बीएड और पीजी पाठ्यक्रम के लिए भी जल्द ही आवेदन फार्म खोले जाएंगे. पीएचडी आवेदन फार्म भरने का नोटिफिकेशन जारी होते ही बीएड और पीजी पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश परीक्षा करवाए जाने के लिए तैयारियां शुरू की जाएगी. वहीं, इस बार विवि अपने स्तर पर ही एंट्रेंस टेस्ट के जरिए एडमिशन करवा रहा है. जिससे छात्रों को काफी राहत मिली है.

ये भी पढ़ें-

श्रीनगर: हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि में पीएचडी प्रवेश के लिए जल्द ही आवेदन फार्म खोले जाएंगे. जिसे लेकर विवि प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है. जबकि, इस बार स्नातकोत्तर, बीएड, बीपीएड और एमपीएड के लिए गढ़वाल विवि खुद प्रवेश परीक्षा करवाएगा. पीजी और बीएड पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए मार्च महीने के पहले हफ्ते में आवेदन फार्म खोले जाने की संभावना है. अभी तक विवि सीयूईटी के जरिए प्रवेश परीक्षा करवा रहा था, लेकिन छात्रों के विरोध के बाद अब नए शैक्षणिक कैलेंडर में पीजी के लिए विवि खुद प्रवेश परीक्षा आयोजित करवाएगा. जिसके लिए विवि ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है.

हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में बीएड और स्नातकोत्तर में प्रवेश लेने के लिए सीयूईटी यानी कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस अनिवार्य किया गया था, लेकिन इस बार विवि अपने स्तर से प्रवेश परीक्षाएं करवाने जा रहा है. इससे पहले सीयूईटी देने के बाद ही विश्वविद्यालय के किसी पाठ्यक्रम में छात्रों को प्रवेश मिल पाता था. सीयूईटी के लागू होने के बाद से ही गढ़वाल विश्वविद्यालय में छात्रों ने इसका विरोध किया. क्योंकि, सीयूईटी की अनिवार्यता के चलते हजारों छात्र एडमिशन से वंचित हो रहे थे.

वहीं, गढ़वाल विवि में एडमिशन का मामला हाईकोर्ट की टेबल तक भी गया. मामले में हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार, यूजीसी, उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखंड को नोटिस जारी कर जवाब भी मांगा था. जिसके बाद गढ़वाल विवि और उससे संबद्ध कॉलेजों में बिना सीयूईटी के मेरिट के आधार पर प्रवेश देने की हामी भरी गई. इससे पहले मामले में विवि की एसी (एकेडमिक काउंसिल) फिर एसी (एग्जीक्यूटिव काउंसिल) मुहर लगाई. लिहाजा, अब एडमिशन के लिए पहले की तरह ही गढ़वाल विवि का एंट्रेंस देना होगा.

गढ़वाल विवि की एकेडमिक काउंसिल की बैठक में नूतन सत्र 2024-2025 में पीजी और बीएड पाठ्यक्रम के लिए प्रवेश परीक्षा करवाने का निर्णय लिया गया है. गढ़वाल विवि के परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर अनिल नौटियाल ने बताया कि पीएचडी प्रवेश परीक्षा को लेकर विवि प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है. एक दो दिनों में पीएचडी में प्रवेश के लिए आवेदन फार्म खोल दिए जाएंगे. पीएचडी प्रवेश परीक्षा मार्च महीने के अंतिम हफ्ते तक करवाया जाएगा.

इसके अलावा बीएड और पीजी पाठ्यक्रम के लिए भी जल्द ही आवेदन फार्म खोले जाएंगे. पीएचडी आवेदन फार्म भरने का नोटिफिकेशन जारी होते ही बीएड और पीजी पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश परीक्षा करवाए जाने के लिए तैयारियां शुरू की जाएगी. वहीं, इस बार विवि अपने स्तर पर ही एंट्रेंस टेस्ट के जरिए एडमिशन करवा रहा है. जिससे छात्रों को काफी राहत मिली है.

ये भी पढ़ें-

Last Updated : Feb 22, 2024, 2:35 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.