भोपाल। हायर सेकंडरी का रिजल्ट घोषित हो चुका है. अब प्रोफेशनल कोर्सेस में दाखिले के लिए स्टूडेंट्स की भाग-दौड़ शुरु होने वाली है. ऐसे में छात्रों को जान लेना जरुरी है, कि कौन से वो टॉप कोर्स हैं. जिनको करने के बाद स्टूडेंट्स को नौकरी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा, बल्कि कोर्स खत्म होते ही उन्हें आसानी से और मोटी तनख्वाह वाली नौकरी मिलेगी.
इंजीनियरिंग
12वीं कक्षा में मैथ्स संकाय के स्टूडेंट्स के लिए इजीनियरिंग सबसे चुनिंदा कोर्स है, क्योंकि इंजीनियर हर व्यवसाय के मूल में काम कर रहे हैं. आप किसी भी कंपनी में उत्पादों और उपयोगिताओं को देखते हैं, इंजीनियरिंग प्रवेश के लिए स्टूडेंट्स को एंट्रेंस एक्जाम भी देना पड़ता है. इसमें सफल होने के बाद ही अभ्यर्थी को इंजीनियरिंग में प्रवेश मिलता है.
सीए
कामर्स के साथ मैथ्स संकाय के स्टूडेंट्स भी सीए यानि चार्टर्ड एकाउंटेंट का कोर्स कर सकते हैं. इस कोर्स को पूरा करने में चार से पांच साल का समय लग जाता है. यदि आपने मेहनत करने में कमजोरी की तो समय ज्यादा लग सकता है. इस कोर्स को करने के बाद बाजार में सीए की बहुत मांग है. कोर्स के पूरा होने के बाद आप नौकरी या खुद की प्रैक्टिस शुरु कर सकते हैं.
सीएस
कंपनी सेक्रेटरी यानी सीएस, यह कोर्स तब से ट्रेंड में आ गया है, जब से भारत सरकार ने हर कंपनी के लिए कंपनी सेक्रेटरी अनिवार्य कर दिया. सीए की तरह इसमें भी नौकरी और प्रैक्टिस की सुविधा है. हालांकि, आय के मामले में ये सीए से थोड़ा कमतर होते हैं, लेकिन जीवन में कोई दिक्कत नहीं आने वाली. समय इसमें भी लगभग चार से पांच साल लगेगा.
एनीमेशन एंड मल्टीमीडिया
एनीमेशन एंड मल्टीमीडिया कोर्स तीन साल का है. अनेक सरकारी और निजी यूनिवर्सिटी में यह उपलब्ध है. दो साल की पढ़ाई पूरा होने के बाद ही स्टूडेंट्स को काम मिलने लगता है. नौकरियों की दिक्कत बिल्कुल नहीं है. फिल्म, सीरियल्स में बड़ी मांग है. ऑनलाइन एजुकेशनल प्रोजेक्ट में भी इनकी मांग है.
डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग
अगर आपको कंप्यूटर की दुनिया से खेलने में आनंद आता है और कम समय में सीखकर करियर शुरू करना चाहते हैं, तो दो वर्ष का डिप्लोमा लेकर काम शुरू कर सकते हैं. यह डिप्लोमा सरकारी एवं निजी पॉलिटेक्निक संस्थानों में उपलब्ध है. लेटरल एंट्री के जरिए एडमिशन लेकर आप अपना भविष्य संवार सकते हैं.
डिप्लोमा इन इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी
यह कोर्स डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग से मिलता-जुलता है. कोर्स में थोड़ा फासला है, लेकिन अगर सीखने-पढ़ने की ललक है, तो कोई भी युवा इस कोर्स के माध्यम से भी अपना भविष्य संवार सकता है. सरकारी और निजी क्षेत्र में आसानी से नौकरियां मिल जाती है.
पायलट प्रशिक्षण पाठ्यक्रम
यदि आप इस आसमान का मालिक बनना चाहते हैं और एक आकर्षक करियर बनाना चाहते हैं, तो आप पायलट प्रशिक्षण पाठ्यक्रम अपना सकते हैं. इन पाठ्यक्रमों का लाभ यह है कि इनमें पात्रता मानदंड के रूप में आपके पास स्नातक की डिग्री होना आवश्यक नहीं है. 12वीं साइंस के बाद सबसे ज्यादा सैलरी वाले इस कोर्स को आप स्कूल से पास होने के तुरंत बाद करना शुरू कर सकते हैं.
फिल्म मेकिंग एंड वीडियो प्रोडक्शन
इस कोर्स के लिए डिग्री और डिप्लोमा, दोनों उपलब्ध है. डिग्री तीन साल और डिप्लोमा दो साल में पूरा होगा, लेकिन एनीमेशन की तरह यहां भी रोजगार के लिए चारों दिशाओं में दरवाजे खुलते हैं. आप फ्रीलांस तरीके से अपना काम भी कर सकते हैं. अगर क्रिएटिविटी एक बार बाजार में हिट हो गई तो पीछे नहीं मुड़ना होगा. पैसा, सम्मान के साथ ही नेशनल, इंटर नेशनल एक्सपोजर भी मिल सकता है. यह कोर्स आपके सीखने की क्षमता के आधार पर प्रदर्शन करता है.
पर्यावरण विज्ञान पाठ्यक्रम
वैश्विक जलवायु परिवर्तन के बारे में बढ़ती जागरूकता के साथ, पर्यावरण विज्ञान का क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है. हमारे ग्रह की रक्षा के बारे में भावुक व्यक्तियों के लिए रोमांचक करियर के अवसर प्रदान कर रहा है. अपनी पर्यावरण विज्ञान की डिग्री के लिए विदेश में अध्ययन करने से आपको विविध दृष्टिकोण, अत्याधुनिक शोध और अंतरराष्ट्रीय अनुभव प्राप्त करने का मौका मिल सकता है.
यहां पढ़ें... CBSE बोर्ड का रिजल्ट जारी, भोपाल रीजन में 10वीं का 90.58%, तो 12वीं का 82.46 प्रतिशत रहा रिजल्ट ICSE-ISC बोर्ड का रिजल्ट जारी, MP में 10वीं के 99.40%, 12वीं में 98.05 % छात्र पास |
खगोलीय पाठ्यक्रम
खगोल विज्ञान एक गहन विषय है और इसके लिए भौतिकी, क्वांटम भौतिकी और रसायन विज्ञान के मूल सिद्धांतों के गहन ज्ञान की आवश्यकता होती है. यदि आप एक पुरस्कृत और संतुष्टिदायक करियर की तलाश में पृथ्वी के वायुमंडल से परे की दुनिया के बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं, तो खगोल विज्ञान में करियर आपके लिए आदर्श होगा. जबकि 12वीं के बाद कई भारतीय छात्रों के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में प्रवेश पाना वास्तव में कठिन हो सकता है.
ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम
ऑटोमोबाइल इंजीनियर ऑटोमोबाइल डिजाइन और प्रौद्योगिकी को डिजाइन और बेहतर बनाने के लिए लगातार काम करते हैं. वैश्विक जलवायु के खतरे के साथ, ऑटोमोबाइल इंजीनियर अपने वाहनों को स्वच्छ ऊर्जा पर चलाने का प्रयास कर रहे हैं. जिससे कोई कार्बन उत्सर्जन न हो. इस कारण से, ऑटोमोबाइल इंजीनियर बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों के लिए सही तकनीक और इंजीनियरिंग समाधान विकसित करने की मांग पर हमेशा बने रहते हैं.