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बैकुंठ चतुर्दशी मेले का सीएम धामी करेंगे उद्घाटन, प्रसाद से लेकर ये चीजें बनाएंगी खास

जनपद पौड़ी के श्रीनगर में हर साल बैकुंठ चतुर्दशी मेले का आयोजन किया जाता है. मेले को खास बनाने के लिए प्रशासन जुटा हुआ है.

Srinagar Baikunth Chaturdashi Fair
श्रीनगर बैकुंठ चतुर्दशी मेला (Photo-ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Nov 12, 2024, 10:56 AM IST

श्रीनगर: ऐतिहासिक बैकुंठ चतुर्दशी मेले को लेकर प्रशासन अपनी तैयारियों को अपना अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है. 14 नवंबर से शुरू हो रहे मेले का उद्घाटन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी करेंगे. 7 दिनों तक चलने वाले इस मेले का समापन 20 नवंबर को होगा. मेले के उदघाटन समारोह के दिन कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय भी मौजूद रहेंगे.

इस बार बैकुंठ चतुर्दशी मेले में श्रीयंत्र टापू से रिवर राफ्टिंग का आयोजन किया जाएगा. मेले में पहली बार हॉट एयर बैलून को भी देखने को मिलेगा. हॉट एयर बैलून से एनआईटी ग्राउंड से मेले में आए पर्यटक, स्थानीय लोगों को आसमान की सैर करवाया जाएगा. साथ में मां धारी देवी के निकट जल क्रीड़ा का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसमें मेले में आये लोग जल क्रीड़ा का आनंद ले सकेंगे. इसके साथ साथ मेले में कठपुतली नृत्य भी लोगों का मनोरंजन करने का कार्य करेगी.

बैकुंठ चतुर्दशी मेले की तैयारियां जोरों पर (Video-ETV Bharat)

इस बार मेले को पहाड़ी थीम से सजाया गया है. मेले के सातों दिन लोक कलाकार प्रीतम भरतवाण, कल्पना चौहान, अमित सागर, साहब सिंह रमोला, रोहन भारद्वाज करिश्मा साह,नरेंद्र सिंह नेगी, हेमा नेगी अपनी प्रस्तुति देंगे. वहीं जिला प्रशासन कमलेश्वर मंदिर के प्रसाद को भी स्पेशल रूप रंग देने जा रहा है .इसके लिए जीएमवीएन को जिम्मेदारी सौंपी गयी है. प्रसाद तैयार करने के लिए टेंडर भी जारी किए गए है. नगर निगम श्रीनगर भी इस प्रसाद को तैयार करने के लिए जीएमवीएन की मदद करेगा. एसएसबी द्वारा मेले में सैन्य हथियारों की प्रदर्शनी लगाकर लोगों को जानकारी दी जाएगी.

वहीं जिलाधिकारी पौड़ी आशीष चौहान ने बताया कि इस बार मेले को नया कलेवर देने की तैयारी की गई है. श्रीनगर में देश के विभिन्न हिस्सों के छात्र छात्राएं पठन पाठन करते हैं. इसलिए मेले में अन्य राज्यों के कल्चरल प्रोग्राम को भी जगह दी गयी है. मेले में साहसिक खेलों का भी आयोजन होगा. कमलेश्वर मंदिर के लिए भी स्पेशल प्रसाद तैयार किया जा रहा है, जो पहली बार हो रहा है. इस प्रसाद को भी बदरी केदार की तरह बनाने की तैयारी है.

पढ़ें-देवताओं के बाद यहां लोग करते हैं भगवान शिव का ये अनुष्ठान, युगों से चली आ रही परंपरा, हर मुराद होती है पूरी

श्रीनगर: ऐतिहासिक बैकुंठ चतुर्दशी मेले को लेकर प्रशासन अपनी तैयारियों को अपना अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है. 14 नवंबर से शुरू हो रहे मेले का उद्घाटन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी करेंगे. 7 दिनों तक चलने वाले इस मेले का समापन 20 नवंबर को होगा. मेले के उदघाटन समारोह के दिन कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय भी मौजूद रहेंगे.

इस बार बैकुंठ चतुर्दशी मेले में श्रीयंत्र टापू से रिवर राफ्टिंग का आयोजन किया जाएगा. मेले में पहली बार हॉट एयर बैलून को भी देखने को मिलेगा. हॉट एयर बैलून से एनआईटी ग्राउंड से मेले में आए पर्यटक, स्थानीय लोगों को आसमान की सैर करवाया जाएगा. साथ में मां धारी देवी के निकट जल क्रीड़ा का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसमें मेले में आये लोग जल क्रीड़ा का आनंद ले सकेंगे. इसके साथ साथ मेले में कठपुतली नृत्य भी लोगों का मनोरंजन करने का कार्य करेगी.

बैकुंठ चतुर्दशी मेले की तैयारियां जोरों पर (Video-ETV Bharat)

इस बार मेले को पहाड़ी थीम से सजाया गया है. मेले के सातों दिन लोक कलाकार प्रीतम भरतवाण, कल्पना चौहान, अमित सागर, साहब सिंह रमोला, रोहन भारद्वाज करिश्मा साह,नरेंद्र सिंह नेगी, हेमा नेगी अपनी प्रस्तुति देंगे. वहीं जिला प्रशासन कमलेश्वर मंदिर के प्रसाद को भी स्पेशल रूप रंग देने जा रहा है .इसके लिए जीएमवीएन को जिम्मेदारी सौंपी गयी है. प्रसाद तैयार करने के लिए टेंडर भी जारी किए गए है. नगर निगम श्रीनगर भी इस प्रसाद को तैयार करने के लिए जीएमवीएन की मदद करेगा. एसएसबी द्वारा मेले में सैन्य हथियारों की प्रदर्शनी लगाकर लोगों को जानकारी दी जाएगी.

वहीं जिलाधिकारी पौड़ी आशीष चौहान ने बताया कि इस बार मेले को नया कलेवर देने की तैयारी की गई है. श्रीनगर में देश के विभिन्न हिस्सों के छात्र छात्राएं पठन पाठन करते हैं. इसलिए मेले में अन्य राज्यों के कल्चरल प्रोग्राम को भी जगह दी गयी है. मेले में साहसिक खेलों का भी आयोजन होगा. कमलेश्वर मंदिर के लिए भी स्पेशल प्रसाद तैयार किया जा रहा है, जो पहली बार हो रहा है. इस प्रसाद को भी बदरी केदार की तरह बनाने की तैयारी है.

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