जयपुर : जिला कलेक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्देश पर शुरू हुआ रास्ता खोलो अभियान ग्रामीणों को राहत देने का काम कर रहा है. अभियान के तहत जिला प्रशासन ने समझाइश एवं सहमति से गांवों, खेतों और ढाणियों के बरसों से बंद पड़े 211 रास्ते खुलवाने में कामयाबी हासिल की है.
अतिरिक्त जिला कलेक्टर एवं अभियान की नोडल अधिकारी सुमन पंवार ने बताया कि अभियान के तहत जोबनेर तहसील में सर्वाधिक 17 रास्ते खोले गए. वहीं, चौमूं तहसील में 16 रास्ते खुलवाए गए. आमेर, आंधी, शाहपुरा, किशनगढ़-रेनवाल, फुलेरा तहसील में 15-15 रास्ते खुलवाए तो सांगानेर, माधोराजपुरा तहसील में 14-14 रास्ते खुलवाए गए. पंवार ने बताया कि चाकसू तहसील में 11 रास्ते, जमवारामगढ़ तहसील में 10 रास्ते, बस्सी, रामपुरा-डाबड़ी, जालसू एवं कोटखावदा तहसील में 9-9 रास्ते, कालवाड़ एवं तुंगा तहसील में 7-7 रास्ते तो वहीं, जयपुर तहसील में 4 रास्ते खुलवाए गए हैं.
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उन्होंने बताया कि जिला कलेक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने खोले गए रास्तों पर ग्रेवेल, सी.सी. रोड बनवाने के निर्देश दिये हैं. अधिकांश स्थानों पर ग्रेवल रोड बनाने का काम भी शुरू कर दिया गया है. जिन रास्तों के केस न्यायालय में विचाराधीन है, इन परिवादियों को संबंधित न्यायालय से ही राहत मिलेगी. ग्रामीण क्षेत्रों में रास्तों की भूमि पर अतिक्रमण को लेकर जनसुनवाई के दौरान बड़ी संख्या में परिवाद प्राप्त होते हैं. रास्तों को लेकर न्यायालय में भी वाद दायर किए जाते रहते हैं. ऐसे प्रकरणों में निरंतर बढ़ोतरी होने से आमजन को कोर्ट के चक्कर लगाते रहते हैं.
ग्रामीणों ने बताया कि रास्ते बंद होने से आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. अब उन परेशानियों से लोगों को निजात मिल चुकी है. कलेक्टर सोनी जनहित में जो काम कर रहे हैं वह सराहनीय है. जब वे नागौर में कलक्टर थे तब भी उन्होंने जनहित के कार्य किए थे.