देहरादून: उत्तराखंड में चल रही चारधाम यात्रा और आगामी बुद्ध पूर्णिमा स्नान पर्व के मद्देनजर पुलिस एक्टिव मोड में है. इसी कड़ी में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर एपी अंशुमान ने यातायात व्यवस्था के सुचारू संचालन को लेकर सभी जिला प्रभारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तैयारियों की समीक्षा की. उन्होंने चारधाम यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं और उनके वाहनों की नियमित रूप से मॉनिटरिंग करने के लिए ड्रोन और सीसीटीवी की फुटेज को चेक करने के निर्देश दिए. ताकि, यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा सके.
दरअसल, अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था एपी अंशुमान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिला प्रभारियों के साथ बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान उन्होंने रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, पौड़ी, टिहरी, देहरादून और हरिद्वार के एसएसपी एवं एसपी को कई दिशा निर्देश भी दिए. खासकर चारधाम यात्रा में आए श्रद्धालुओं और उनके वाहनों आदि के संबंध में लगातार आपसी समन्वय कर उच्चाधिकारियों को स्थिति बताने को कहा. ताकि, चारों धामों में क्षमता से ज्यादा श्रद्धालुओं की भीड़ न हो सके.
यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ धामों में श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ एवं यातायात का दबाव बढ़ने पर यात्रियों को विभिन्न पड़ावों पर रोकने को कहा. इसके लिए श्रीनगर, चंबा, ऋषिकेश, हरबर्टपुर और हरिद्वार में श्रद्धालुओं को चिन्हित स्थलों पर रोकने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही होल्डिंग एरिया की संख्या को बढ़ाने को कहा. साथ ही सभी जिला प्रभारी अपने-अपने जिलों में निर्धारित स्थलों पर रोके गए श्रद्धालुओं को चारधाम यात्रा के लिए एक साथ न छोड़कर बैच बनाकर छोड़ेंगे.
चारधाम यात्रा मार्ग पर अलग-अलग स्थानों पर चेकिंग कर बिना पंजीकरण आ रहे श्रद्धालुओं को वापस भेजने के लिए व्यवस्था करने को भी कहा. चारधाम यात्रा मार्ग पर रोके गए ट्रैफिक से स्थानीय लोगों को असुविधा न हो, इसके लिए उनके वाहनों और आवश्यक वस्तुओं के वाहनों के आवागमन के लिए ग्रीन पैसेज की व्यवस्था की जाएगी. चारधाम वाले जिले रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी में एसपी पुलिस बल को रिजर्व में भी रखेंगे.
साथ ही चारधाम यात्रा के संबंध में प्रसारित फेक न्यूज और पोस्ट पर निगरानी रखेंगे. एडीजी एपी अंशुमान ने बताया कि चारधाम यात्रा के दौरान धरना, विरोध-प्रदर्शनों आदि के संबंध में एलआईयू को सतर्क कर इनपुटों के आधार पर तत्काल नियमानुसार कार्रवाई करेंगे. मानसून के मद्देनजर चारधाम यात्रा मार्गों पर स्थित भूस्खलन जोन पर की गई व्यवस्थाओं आदि का आकलन करेंगे.
ये भी पढ़ें-