दुर्ग : जिले के जामुल स्थित सीमेंट फैक्ट्री में गुरुवार को एक मजदूर करंट की चपेट में आ गया. हाई वोल्टेज करंट की चपेट में आने से मजदूर बुरी तरह झुलस गया. हादसे के बाद वहां मौजूद कर्मचारियों ने उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. डॉक्टरों ने घायल मजदूर को मृत घोषित कर दिया. सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और केस दर्ज कर जांच में जुटी है.
पुलिस घटना की जांच में जुटी : दुर्ग के एएसपी सुखनंदन राठौर ने बताया, "मृतक की पहचान मोहम्मद आबिद (28 वर्ष) के रूप में हुई है. वह जामुल नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 2 विश्वकर्मा चौक में रहता था. पिछले 10-12 सालों से एसीसी सीमेंट में इलेक्ट्रिशियन का काम कर रहा था. घर पर उसके 2 बच्चे और पत्नी हैं."
"करंट लगने के समय उसे किसी ने नहीं देखा. वह पूरी तरह जल चुका था और उसका शरीर काला पड़ गया था. जामुल पुलिस को सूचना मिली, जिसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला भेज दिया है. आगे की जांच शुरू कर दी गई है." - सुखनंदन राठौर, एएसपी, दुर्ग
कर्मचारियों का प्रबंधन पर गंभीर आरोप : दुर्ग के सीमेंट फैक्ट्री में करंट लगने से युवक की मौत के बाद कर्मचारी और परिजनों ने फैक्ट्री गेट के सामने जमकर प्रदर्शन किया. उनका कहना है कि पैनल रूम में युवक को करंट लगने से मौत हुई है. कर्मचारियों की सेफ्टी को लेकर कंपनी को सोचना चाहिए. यह जांच का विषय है. सेफ्टी को लेकर कंपनी प्रबंधन ध्यान नहीं दे रही है. इसीलिए इतना बड़ा हादसा हुआ है. एक कर्मी की मौत हो चुकी है."
मुआवजा के लिए कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन : कर्मचारी और मृतक के परिजनों ने एसीसी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. उनकी मांग है कि मृतक के दोनों बच्चों के नाम पर 40-40 लाख का बीमा और पत्नी को 40 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए. साथ ही पत्नी को एसीसी प्लांट में नौकरी मिले. इन दोनों मांगों को लेकर कर्मचारियों ने एसीसी फैक्ट्री गेट के सामने प्रदर्शन किया.