मैनपुरी : समाधान दिवस में जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायत लेकर पहुंचीं मां-बेटी पर शांतिभंग में कार्रवाई कर दी गई. आरोप है कि मां और बेटी डीएम से बहस कर रहीं थीं. इस पर डीएम ने पुलिस को कार्रवाई के आदेश दे दिए. पुलिस दोनों को थाने लेकर पहुंची. इसके बाद शांतिभंग में उनका चालान कर दिया. वहीं मां-बेटी ने पुलिस-प्रशासन पर मनमानी करने का आरोप लगाया है.
किशनी तहसील में शनिवार को डीएम अंजनी कुमार सिंह, एसपी विनोद कुमार सिंह आदि अधिकारी समाधान दिवस में लोगों की शिकायतें सुन रहे थे. इस दौरान बहरामऊ निवासी राधा देवी पत्नी अशोक कुमार अपनी बेटी दिव्या कुमारी के साथ पहुंचीं. मां-बेटी ने जमीन पर अवैध कब्जे का आरोप लगाया.
महिला ने आरोप लगाया कि उनके पति नहीं हैं. घर में वह और उनकी बेटी ही हैं. कुछ विपक्षियों ने उनकी करीब डेढ़ बीघा जमीन कब्जा ली है. कागजात में जमीन का जितना रकबा है, उतना मौके पर नहीं है. इसकी शिकायत पर लेखपाल ने कच्ची पैमाइश की थी.
राजस्व निरीक्षक ने निशान लगवा दिए थे. इस दौरान गांव के सुनील व अनिल पुत्रगण सुभाष, कांशीराम, राकेश व विवेक पुत्रगण हरिबक्स के गाटा में उनकी जमीन का रकबा निकला था. बाद में विपक्षियों ने लेखपाल के बिना किसी आदेश के दोबारा पैमाइश कराकर राजस्व निरीक्षक के लगाए गए निशानों को मिटा दिया. उन्होंने दोबारा जमीन पर कब्जा कर लिया.
राधा देवी ने बताया कि इसी माामले में वह शिकायत लेकर पहुंची थीं. वे डीएम के समक्ष अपनी बात रख रहीं थीं. आरोप है कि इस दौरान डीएम ने उन्हें जेल भिजवाने के आदेश दे दिए. पुलिस उन्हें अपने वाहन में बैठाकर थाने लेकर पहुंची. वहां दोनों का शांतिभंग में चालान कर दिया. महिला का आरोप है कि उसकी समस्या का समाधान करने के बजाय उसी पर कार्रवाई कर दी गई.
एसडीएम गोपाल शर्मा ने बताया कि मामला एसडीएम कोर्ट में लंबित है. पत्रावली खारिज हो चुकी है. लिहाजा नियमानुसार वर्तमान में मामले को रिस्टोर करने के लिए आवेदन करना होगा. इसके बाद ही निर्णय पर कार्रवाई हो सकती है. राधा देवी व दिव्या डीएम से बहस कर अभद्रता कर रहीं थीं. डीएम और उन्होंने कई बार समझाया. न मानने पर डीएम ने दोनों महिलाओं को पुलिस हिरासत में लेने के आदेश दे दिए.
दोनों महिलाओं को पुलिस थाने लेकर पहुंची थी. उनका शांतिभंग में चालान कर दिया गया. दोनों महिलाओं को एसडीएम ने सख्त हिदायत देते हुए जमानत दे दी. एसडीएम ने बताया कि दोनों महिलाओं को दोबारा ऐसी हरकत न करने की चेतावनी दी गई है.
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