जशपुर: जिले में मवेशी तस्करों पर जिला पुलिस ने नकेल कसा है. यहां मवेशियों की तस्करी रोकने को लेकर पुलिस खास अभियान चला रही है. ऑपरेशन शंखनाद के तहत पुलिस ने संदिग्ध वाहनों को जब्त किया है. साथ ही अब पर जिला पुलिस ने 43 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही 443 मवेशियों तो मुक्त कराया है.
ऑपरेशन शंखनाद के तहत की गई कार्रवाई: इसे लेकर कलेक्टर रवि मित्तल और पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह ने गुरुवार को ऑपरेशन शंखनाद के तहत मवेशी तस्करी पर की गई कार्रवाई को लेकर प्रेसवार्ता की. कलेक्टर ने मवेशी तस्करों को लेकर पुलिस की सक्रियता की सराहना की. कलेक्टर ने कहा, "जिले में किसी भी तरह की अवैध गतिविधि होने पर उस पर नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जा रही है. आगे भी यह जारी रहेगी. ऑपरेशन शंखनाद के तहत की गई इस कार्रवाई से आम लोगों पर कानून व्यवस्था के प्रति विश्वास और भी गहरा हुआ है. रेस्क्यू किए गए मवेशियों की पूरी देखभाल की जाएगी."
"मवेशी तस्करी करने में पीकअप वाहन और ट्रक का प्रयोग किया जाता है. इस दौरान लगातार पुलिस कार्रवाई में तस्करों से कुल 26 वाहन को जब्त किया है. इसकी अनुमानित कीमत लगभग 2 से 2.5 करोड़ है. अधिकतर वाहन झारखंड रजिस्ट्रेशन का होना पाया गया है. ऑपरेशन शंखनाद के तहत 7 अगस्त 2024 को पुलिस अधीक्षक और लगभग 125 अधिकारी-कर्मचारी की ओर से सांईटांगरटोली में ऑपरेशन चलाया गया था. इस दौरान 10 तस्कर गिरफ्तार और 67 गौवंश को मुक्त कराया गया." -शशि मोहन सिंह, पुलिश अधीक्षक, जशपुर
443 गौवंशों को कराया मुक्त: इस बारे में पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह ने कहा, "छत्तीसगढ़ से झारखंड की ओर बूचड़खाना के लिए अवैध रूप से मवेशियों की तस्करी की जा रही थी. 10 मामलों में जब्त 13 मवेशी वाहन पर राजसात की कार्रवाई छत्तीसगढ़ कृषक पशु परीक्षण अधिनियम 2004 के तहत की गई है. राजसात किए जा रहे वाहनों को गौ तस्करों के आर्थिक प्रतिष्ठानों पर एक बड़ा प्रहार है. जनवरी 2024 से अब तक कुल 36 प्रकरणों में 43 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. 443 गौ-वंशों को मुक्त कराया गया."
बता दें कि गौ-तस्करी में सर्वाधिक थाना-लोदाम ने 15 वाहन, थाना कांसाबेल 1 वाहन, थाना कुनकुरी 2 वाहन, थाना तुमला 2 वाहन, चौकी मनोरा 1 वाहन, थाना नारायणपुर 1 वाहन और साल 2023 में चौकी दोकड़ा की ओर से 2 वाहन, थाना पत्थलगांव 1 वाहन, वर्ष 2019 में थाना कुनकुरी 1 कुल 26 वाहन जब्त किया गया है.