ETV Bharat / state

नूंह में 5 सरपंच बर्खास्त, एक निलंबित, जानिए क्या है पूरा मामला

author img

By ETV Bharat Haryana Team

Published : Feb 1, 2024, 9:48 PM IST

Action Against Sarpanch in Nuh: नूंह में भ्रष्टाचार के आरोपी और फर्जी दस्तावेज के आधार पर चुनाव जीतने वाले सरपंचों पर कार्रवाई जारी है. जिला उपायुक्त ने एक बार फिर 6 सरपंचों के खिलाफ कार्रवाई की है. इनमें कुछ को निलंबित किया गया है तो कुछ को बर्खास्त कर दिया गया है.

Etv Bharat
Etv Bharat

नूंह: जिले की ग्राम पंचायतों में निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों के विरुद्ध शिकायतों पर प्रशासनिक कार्रवाई जारी है. फर्जी दस्तावेजों के आधार पर चुनाव लड़ने वालों के खिलाफ सबसे ज्यादा शिकायतें हुई हैं. इसी कड़ी में संज्ञान लेते हुए बृहस्पतिवार को जिला उपायुक्त ने जिले की 6 ग्राम पंचायत से निर्वाचित सरपंचों के खिलाफ कार्रवाई की है.

जिन सरपंचों पर कार्रवाई की गई है उनमें दो पर भ्रष्टाचार में संलिप्तता मिलने पर कार्रवाई की गई है, जबकि चार के शैक्षणिक दस्तावेज जांच में फर्जी पाये गये हैं. ग्राम पंचायत रोजकामेव और डूंगेजा सरपंच पर भ्रष्टाचार का आरोप था, जबकि ग्राम पंचायत सालाका, सिरौली, आंधाकी और बढा की महिला सरपंचों के शैक्षणिक दस्तावेज जांच में फर्जी पाए जाने को लेकर कार्रवाई हुई है. डूंगेजा सरपंच को निलंबित किया गया बाकी को बर्खास्त करने के आदेश जारी हुए हैं.

नूंह जिला उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा के आदेश के मुताबिक ग्राम पंचायत सालाका, सिरौली, आंधाकी और बढ़ा गांव की निर्वाचित हुई महिला सरपंचों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर चुनाव लड़ा था. सिरौली, आंधाकी और बढ़ा की तीनों सरपंचों ने नामांकन पत्रों में जो अपने आठवीं के शैक्षणिक दस्तावेज लगाए थे, वो सभी मथुरा उत्तर प्रदेश लक्ष्मी नगर के प्रेम बाल जूनियर हाई स्कूल के नाम पर जारी हुए थे. मामले में की गई शिकायत की जांच हुई तो यह खुलासा हुआ. उत्तर प्रदेश मथुरा से संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी ने अपनी जांच में बताया कि उपरोक्त दस्तावेजों के संबंध में कोई भी रिकॉर्ड नहीं मिला है.

इसी प्रकार सालाका की महिला सरपंच ने नामांकन पत्रों में फर्जी दस्तावेज लगाए थे. जिनके दस्तावेजों में जांच के दौरान भारी गड़बड़ी मिली. अलग-अलग स्कूलों में उनका पंजीकरण मिला. जांच के दौरान नूंह डीसी की ओर से आरोपी महिला सरपंचों को कई बार पत्राचार करने कर अपना पक्ष रखने और जांच में सहयोग के लिए तलब किया, लेकिन महिला सरपंच जांच में शामिल नहीं हुई. आखिर में चेतावनी भी दी गई कि यदि अपना पक्ष प्रस्तुत करने के लिए उपस्थित नहीं हुए तो कार्रवाई की जाएगी. ऐसे में यह तय माना जा रहा था कि इन सरपंचों पर गाज गिरेगी.

ग्राम पंचायत रोजकामेव में 25 करोड़ रुपए के गबन को लेकर मामला पहले ही उजागर था. सरपंच दीन मोहम्मद को पहले ही बर्खास्त किया जा चुका है. लेकिन आयुक्त फरीदाबाद मंडल ने 20 दिसंबर को जारी एक आदेश में एक महीने की सुनवाई का मौका दिया. इस दौरान सरपंच से संबंधित भ्रष्टाचार मामले में अपना पक्ष रखने के लिए के लिए पत्राचार किया, लेकिन उन्होंने सहयोग नहीं किया.

इसी तरह डूंगेजा ग्राम पंचायत की महिला सरपंच पर एक पंच के फर्जी हस्ताक्षर कर पीआरआई खाते से भारी भरकम राशि निकालने की शिकायत मिली थी. जिसकी जांच की गई. लेकिन सरपंच जांच के दौरान कोई संतोषजनक पक्ष नहीं रख सकी. इस प्रकार दो ग्राम पंचायत के सरपंचों पर भ्रष्टाचार को लेकर कार्रवाई की गई तो 4 महिला सरपंचों के शैक्षणिक दस्तावेजों को जांच में फर्जी पाए जाने पर कार्रवाई हुई है. जिला उपायुक्त ने फर्जी शैक्षणिक दस्तावेजों के आधार पर निर्वाचित सरपंचों और संबंधित शैक्षिक संस्थानों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने का भी आदेश दिया है.

ये भी पढ़ें- फर्जी शैक्षणिक दस्तावेज जमा करके चुनाव जीतने वाले 5 सरपंच और एक पार्षद सस्पेंड, 10 अन्य प्रतिनिधियों पर लटकी तलवार

ये भी पढ़ें- फर्जी सर्टिफिकेट पर चुनाव जीतने वाली महिला सरपंच पदमुक्त, स्कूल पर भी होगी कार्रवाई

नूंह: जिले की ग्राम पंचायतों में निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों के विरुद्ध शिकायतों पर प्रशासनिक कार्रवाई जारी है. फर्जी दस्तावेजों के आधार पर चुनाव लड़ने वालों के खिलाफ सबसे ज्यादा शिकायतें हुई हैं. इसी कड़ी में संज्ञान लेते हुए बृहस्पतिवार को जिला उपायुक्त ने जिले की 6 ग्राम पंचायत से निर्वाचित सरपंचों के खिलाफ कार्रवाई की है.

जिन सरपंचों पर कार्रवाई की गई है उनमें दो पर भ्रष्टाचार में संलिप्तता मिलने पर कार्रवाई की गई है, जबकि चार के शैक्षणिक दस्तावेज जांच में फर्जी पाये गये हैं. ग्राम पंचायत रोजकामेव और डूंगेजा सरपंच पर भ्रष्टाचार का आरोप था, जबकि ग्राम पंचायत सालाका, सिरौली, आंधाकी और बढा की महिला सरपंचों के शैक्षणिक दस्तावेज जांच में फर्जी पाए जाने को लेकर कार्रवाई हुई है. डूंगेजा सरपंच को निलंबित किया गया बाकी को बर्खास्त करने के आदेश जारी हुए हैं.

नूंह जिला उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा के आदेश के मुताबिक ग्राम पंचायत सालाका, सिरौली, आंधाकी और बढ़ा गांव की निर्वाचित हुई महिला सरपंचों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर चुनाव लड़ा था. सिरौली, आंधाकी और बढ़ा की तीनों सरपंचों ने नामांकन पत्रों में जो अपने आठवीं के शैक्षणिक दस्तावेज लगाए थे, वो सभी मथुरा उत्तर प्रदेश लक्ष्मी नगर के प्रेम बाल जूनियर हाई स्कूल के नाम पर जारी हुए थे. मामले में की गई शिकायत की जांच हुई तो यह खुलासा हुआ. उत्तर प्रदेश मथुरा से संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी ने अपनी जांच में बताया कि उपरोक्त दस्तावेजों के संबंध में कोई भी रिकॉर्ड नहीं मिला है.

इसी प्रकार सालाका की महिला सरपंच ने नामांकन पत्रों में फर्जी दस्तावेज लगाए थे. जिनके दस्तावेजों में जांच के दौरान भारी गड़बड़ी मिली. अलग-अलग स्कूलों में उनका पंजीकरण मिला. जांच के दौरान नूंह डीसी की ओर से आरोपी महिला सरपंचों को कई बार पत्राचार करने कर अपना पक्ष रखने और जांच में सहयोग के लिए तलब किया, लेकिन महिला सरपंच जांच में शामिल नहीं हुई. आखिर में चेतावनी भी दी गई कि यदि अपना पक्ष प्रस्तुत करने के लिए उपस्थित नहीं हुए तो कार्रवाई की जाएगी. ऐसे में यह तय माना जा रहा था कि इन सरपंचों पर गाज गिरेगी.

ग्राम पंचायत रोजकामेव में 25 करोड़ रुपए के गबन को लेकर मामला पहले ही उजागर था. सरपंच दीन मोहम्मद को पहले ही बर्खास्त किया जा चुका है. लेकिन आयुक्त फरीदाबाद मंडल ने 20 दिसंबर को जारी एक आदेश में एक महीने की सुनवाई का मौका दिया. इस दौरान सरपंच से संबंधित भ्रष्टाचार मामले में अपना पक्ष रखने के लिए के लिए पत्राचार किया, लेकिन उन्होंने सहयोग नहीं किया.

इसी तरह डूंगेजा ग्राम पंचायत की महिला सरपंच पर एक पंच के फर्जी हस्ताक्षर कर पीआरआई खाते से भारी भरकम राशि निकालने की शिकायत मिली थी. जिसकी जांच की गई. लेकिन सरपंच जांच के दौरान कोई संतोषजनक पक्ष नहीं रख सकी. इस प्रकार दो ग्राम पंचायत के सरपंचों पर भ्रष्टाचार को लेकर कार्रवाई की गई तो 4 महिला सरपंचों के शैक्षणिक दस्तावेजों को जांच में फर्जी पाए जाने पर कार्रवाई हुई है. जिला उपायुक्त ने फर्जी शैक्षणिक दस्तावेजों के आधार पर निर्वाचित सरपंचों और संबंधित शैक्षिक संस्थानों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने का भी आदेश दिया है.

ये भी पढ़ें- फर्जी शैक्षणिक दस्तावेज जमा करके चुनाव जीतने वाले 5 सरपंच और एक पार्षद सस्पेंड, 10 अन्य प्रतिनिधियों पर लटकी तलवार

ये भी पढ़ें- फर्जी सर्टिफिकेट पर चुनाव जीतने वाली महिला सरपंच पदमुक्त, स्कूल पर भी होगी कार्रवाई

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.