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डीजीपी ने कुंभ मेला क्षेत्र का किया निरीक्षण, कहा-7 चक्रीय सुरक्षा व्यवस्था, अत्याधुनिक उपकरणों से हो रही सुरक्षा और निगरानी - MAHA KUMBH MELA 2025

अधिकारियों और कर्मचारियों को सुरक्षा को लेकर दिए जरूरी निर्देश, कहा-आने वाले महाकुंभ में श्रद्धालुओं को सुरक्षा को लेकर नहीं होगी कोई दिक्कत

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महाकुंभ मेले का निरीक्षण करते डीजीपी. (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 4, 2025, 7:53 PM IST

प्रयागराजः धर्म और आस्था की नगरी संगम नगरी में महाकुम्भ 2025 का आगाज होने जा रहा है. महाकुंभ मेले की सुरक्षा व्यवस्था की लगातार शासन स्तर पर प्रशाशन स्तर पर लगातार निगरानी की जा रही है. इसी कड़ी में कार्यवाहक डीजीपी प्रशांत कुमार ने शनिवार ने मेले का निरीक्षण कर आलाधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए.

इस दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि साशन के निर्देश पर तैयारियों का जायजा लिया गया. युद्धस्तर पर तैयारियां की जा रही है. 3 शाही स्नान होंगे, उसके लिए इंफ्रास्ट्रक्चर, मैन पावर पूरी तरह से तैयार है. ट्रैफिक और फायर के लिए नए उपकरण आए हैं. अन्य चीजें के अतिरिक्त शासन ने फायर सेफ्टी पर विशेष फंड जारी किए थे, ताकि श्रद्धालुओं को कठिनाई न हो इसका ध्यान रखा गया है. भारी संख्या में ड्रोन, एंटी ड्रोन मंगाया गया है.

डीजीपी प्रशांत कुमार ने मीडिया से बातचीत में सुरक्षा व्यवस्था की दी जानकारी. (Video Credit; ETV Bharat)

कुंभ मेला में 7 चक्रीय सुरक्षा व्यवस्थाः प्रशांत कुमार ने कहा कि इस बार सिक्योरिटी पर विशेष ध्यान दिया गया है. घाटों की संख्या बढ़ाई गई है. रेलवे के साथ हमारा समन्वय है. मुख्य स्नान के दिन, जल थल नभ. तीनों तरीके से सुरक्षा की व्यवस्था प्रत्येक श्रद्धालु को सुनिश्चित कराएंगे. साइबर से जुड़े मामले पर कार्रवाई हुई है, उसको ब्लाक भी कराया है. एटीएस की महिला विंग भी आ गई है. विभिन्न एजेंसियों के साथ मिलर इस पर कार्य कर रहे है. कुंभ मेला में 7 चक्रीय सुरक्षा व्यवस्था. इस बार कुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुरक्षा प्रदान करेगी.

2500 जवान तटों की सुरक्षा के लिए तैनातः जल पुलिस योजना के तहत अब तक करीब 2500 जवान तटों की सुरक्षा के लिए तैनात कर दिए गए हैं. तीन जल पुलिस स्टेशन बनाए गए हैं, जो श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 24 घंटे तत्परता से कार्यरत हैं. तटों पर सुरक्षा की मॉनीटरिंग जल पुलिस के कंट्रोल रूम से की जा रही है. जबकि पूरे मेला क्षेत्र में 17 जल पुलिस सब कंट्रोल रूम भी स्थापित किए गए हैं. मैनपावर मेले की शुरुआत से पहले और इजाफा किया जाएगा. इसमें करीब 1300 जल पुलिस के जवान और जुड़ जाएंगे. इस तरह मेले के दौरान कुल मिलाकर 3800 जल पुलिस के जवान तटों की सुरक्षा में मुस्तैद रहेंगे.

अत्याधुनिक उपकरणों से किया गया लैसः तटों की सुरक्षा के लिए योगी सरकार ने जल पुलिस के जवानों को अत्याधुनिक उपकरणों से लैस किया है. 8 किमी. क्षेत्र में डीप वॉटर बैरीकेडिंग की गई है. 2 फ्लोटिंग रेस्क्यू स्टेशन बनाए गए हैं, जहां किसी भी अप्रिय घटना से बचाव के लिए जवानों की तैनाती की गई है. इसके अलावा संगम क्षेत्र की सुरक्षा के लिए 11 एफआरपी स्पीड मोटर बोट तैनात की गई हैं. 6 सीटर इस बोट में जवान हर समय संगम क्षेत्र की निगरानी करते नजर आ रहे हैं. आपातकालीन परिस्थितियों के लिए 4 वाटर एंबुलेंस भी तैनात कर दी गई हैं, जो तत्काल राहत पहुंचाने में समक्षम हैं. इसके अतिरिक्त 25 रिजार्जेबल मोबाइल रिमोट एरिया लाइटनिंग सिस्टम को भी तैनात किया गया है तो चेंजिंग रूम के साथ 4 अनाकोंडा मोटर बोट भी तैनात की जा रही है.

इसे भी पढ़ें-महाकुंभ 2025; निर्मल अखाड़ा के धर्म ध्वजा स्थापना प्रक्रिया सबसे अलग, जानिए क्या है परंपरा

प्रयागराजः धर्म और आस्था की नगरी संगम नगरी में महाकुम्भ 2025 का आगाज होने जा रहा है. महाकुंभ मेले की सुरक्षा व्यवस्था की लगातार शासन स्तर पर प्रशाशन स्तर पर लगातार निगरानी की जा रही है. इसी कड़ी में कार्यवाहक डीजीपी प्रशांत कुमार ने शनिवार ने मेले का निरीक्षण कर आलाधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए.

इस दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि साशन के निर्देश पर तैयारियों का जायजा लिया गया. युद्धस्तर पर तैयारियां की जा रही है. 3 शाही स्नान होंगे, उसके लिए इंफ्रास्ट्रक्चर, मैन पावर पूरी तरह से तैयार है. ट्रैफिक और फायर के लिए नए उपकरण आए हैं. अन्य चीजें के अतिरिक्त शासन ने फायर सेफ्टी पर विशेष फंड जारी किए थे, ताकि श्रद्धालुओं को कठिनाई न हो इसका ध्यान रखा गया है. भारी संख्या में ड्रोन, एंटी ड्रोन मंगाया गया है.

डीजीपी प्रशांत कुमार ने मीडिया से बातचीत में सुरक्षा व्यवस्था की दी जानकारी. (Video Credit; ETV Bharat)

कुंभ मेला में 7 चक्रीय सुरक्षा व्यवस्थाः प्रशांत कुमार ने कहा कि इस बार सिक्योरिटी पर विशेष ध्यान दिया गया है. घाटों की संख्या बढ़ाई गई है. रेलवे के साथ हमारा समन्वय है. मुख्य स्नान के दिन, जल थल नभ. तीनों तरीके से सुरक्षा की व्यवस्था प्रत्येक श्रद्धालु को सुनिश्चित कराएंगे. साइबर से जुड़े मामले पर कार्रवाई हुई है, उसको ब्लाक भी कराया है. एटीएस की महिला विंग भी आ गई है. विभिन्न एजेंसियों के साथ मिलर इस पर कार्य कर रहे है. कुंभ मेला में 7 चक्रीय सुरक्षा व्यवस्था. इस बार कुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुरक्षा प्रदान करेगी.

2500 जवान तटों की सुरक्षा के लिए तैनातः जल पुलिस योजना के तहत अब तक करीब 2500 जवान तटों की सुरक्षा के लिए तैनात कर दिए गए हैं. तीन जल पुलिस स्टेशन बनाए गए हैं, जो श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 24 घंटे तत्परता से कार्यरत हैं. तटों पर सुरक्षा की मॉनीटरिंग जल पुलिस के कंट्रोल रूम से की जा रही है. जबकि पूरे मेला क्षेत्र में 17 जल पुलिस सब कंट्रोल रूम भी स्थापित किए गए हैं. मैनपावर मेले की शुरुआत से पहले और इजाफा किया जाएगा. इसमें करीब 1300 जल पुलिस के जवान और जुड़ जाएंगे. इस तरह मेले के दौरान कुल मिलाकर 3800 जल पुलिस के जवान तटों की सुरक्षा में मुस्तैद रहेंगे.

अत्याधुनिक उपकरणों से किया गया लैसः तटों की सुरक्षा के लिए योगी सरकार ने जल पुलिस के जवानों को अत्याधुनिक उपकरणों से लैस किया है. 8 किमी. क्षेत्र में डीप वॉटर बैरीकेडिंग की गई है. 2 फ्लोटिंग रेस्क्यू स्टेशन बनाए गए हैं, जहां किसी भी अप्रिय घटना से बचाव के लिए जवानों की तैनाती की गई है. इसके अलावा संगम क्षेत्र की सुरक्षा के लिए 11 एफआरपी स्पीड मोटर बोट तैनात की गई हैं. 6 सीटर इस बोट में जवान हर समय संगम क्षेत्र की निगरानी करते नजर आ रहे हैं. आपातकालीन परिस्थितियों के लिए 4 वाटर एंबुलेंस भी तैनात कर दी गई हैं, जो तत्काल राहत पहुंचाने में समक्षम हैं. इसके अतिरिक्त 25 रिजार्जेबल मोबाइल रिमोट एरिया लाइटनिंग सिस्टम को भी तैनात किया गया है तो चेंजिंग रूम के साथ 4 अनाकोंडा मोटर बोट भी तैनात की जा रही है.

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