दौसा : जिले के कलेक्टर देवेंद्र कुमार यादव के नाम से फर्जी व्हाट्सएप आईडी बनाकर उनके अधीन अधिकारियों और परिचितों से पैसे मांगने का मामला सामने आया है. ऐसे में जब मामला जिला कलेक्टर के संज्ञान में आया तो उन्होंने फर्जी नंबरों की जानकारी तत्काल दौसा एसपी रंजिता शर्मा को दी. वहीं, मामले की शिकायत साइबर थाना दौसा में दर्ज कराई गई. उसके बाद अब पुलिस फर्जी व्हाट्सएप आईडी के नंबरों की जांच में जुट गई है.
बता दें कि शनिवार को दौसा जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार के नाम से उनकी तस्वीर लगी एक फर्जी व्हाट्सएप आईडी से जिले के बसवा, लालसोट सहित कई तहसीलदारों से पैसों की डिमांड की गई. इस दौरान जिले के तीन तहसीलदारों ने जिला कलेक्टर को इस मामले से अवगत करवाया. ऐसे में मामला संज्ञान में आने के बाद जिला कलेक्टर ने व्हाट्सएप आईडी के नंबर 8883286101 की जानकारी एसपी रंजिता शर्मा को दी. वहीं, कलेक्टर की शिकायत पर साइबर थाने में मामला दर्ज किया गया.
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परिचितों से भी मांगे रुपए : जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार यादव ने बताया कि साइबर ठगों द्वारा शनिवार को फर्जी नंबरों से उनकी तस्वीर लगाकर फर्जी आईडी संचालित की गई. उसके बाद ठगों ने उनके कई परिचितों और अधीन अधिकारियों से रुपए की डिमांड की, लेकिन समय रहते मामला उनके संज्ञान में आ गया. इसके चलते उन्होंने सोशल मीडिया और पर्सनल नंबरों पर मैसेज कर लोगों से संबंधित नंबरों पर रुपए न भेजने की अपील की.
कई कलेक्टरों की बनाई फर्जी आईडी : जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार यादव ने बताया कि साइबर ठगों ने सवाई माधोपुर, केकड़ी सहित कई जिलों के कलेक्टरों के नाम से फर्जी व्हाट्सएप आईडी बनाई है. हालांकि, अभी तक किसी भी परिचित द्वारा उक्त नंबरों पर रुपए डालने की बात सामने नहीं आई है. जिला कलेक्टर के नाम से फर्जी नंबरों से बनाए गए व्हाट्सएप अकाउंट नंबर उब्जेकिस्तान का बताया जा रहा है. वहीं, मामले में साइबर थाने के डीएसपी ब्रजेश मीणा ने बताया कि मामले में अभी कोई शिकायत नहीं मिली है.