नालंदा: बिहार के नालंदा पहुंचे शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने अधिकारियों को कड़ी हिदायत दी है. उन्होंने शिक्षा विभाग के अफसरों से कहा कि विद्यालयों की स्थिति को सुधारें और वैसे स्कूलों को चिन्हित करें, जहां सुख सुविधा का अभाव होने के साथ पठन-पाठन का कार्य ठीक से नहीं हो रहा है.
'कोई बच्चा जमीन पर नहीं बैठेगा': केके पाठक ने इसकी रिपोर्ट अगले दो दिनों में राज्य मुख्यालय को हर हाल में भेजने को कहा है. राजगीर परिसदन में पाठक ने एक बड़ी बैठक की, जिसमें जिले के शिक्षा विभाग के सभी बड़े अधिकारी उपस्थित रहे. स्थापना एवं लेखा विभाग से 25 करोड़ की राशि राज्य भर के स्कूलों को जारी किया गया है, इस बारे में समीक्षा करते हुए केके पाठक ने दो टूक में कहा कि 1 अप्रैल से किसी विद्यालय में कोई बच्चा जमीन पर नहीं बैठेगा.
"बच्चों को बेंच के अलावा अन्य सुविधा उपलब्ध कराएं. विभाग के पास राशि की कमी नहीं है. जरूरत है राशि को सही ढंग से खर्च कर विद्यालय में इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने की. साथ में पठन-पाठन की गुणवत्ता को भी बरकरार रखें"- केके पाठक, अपर मुख्य सचिव
शिक्षा विभाग के कई संभागों की समीक्षाः वहीं राजगीर परिषद में अल्प वेतन पर काम कर रहे अनुसेवकों ने अपर मुख्य सचिव को एक पत्र सौंपा है. जिसमें कहा गया है कि उनलोगों का वेतन बढ़ाया जाए. अपर मुख्य सचिव को गया से नालंदा 1 बजे पहुंचना था, लेकिन 5 बजे नालंदा पहुंचे. इस दौरान अधिकारी व शिक्षक हलकान रहे. वहीं राजगीर परिसदन में केके पाठक ने कई संभागों की समीक्षा की और कई कड़े निर्देश भी दिए.
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