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शानदार रहा आयुष अग्रवाल का बतौर एसएसपी एसटीएफ का कार्यकाल, इतने अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया - AYUSH AGARWAL ACHIEVEMENTS

Ayush Agrawal Tenure As STF SSP Uttarakhand उत्तराखंड एसटीएफ यानी स्पेशल टास्क फोर्स से एसएसपी आयुष अग्रवाल की विदाई हो गई है. बतौर एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल का कार्यकाल बेहद शानदार और उपलब्धियों से भरा रहा. अपने कार्यकाल में सैकड़ों अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा तो कई अपराध का भी खुलासा किया.

AYUSH AGGARWAL ACHIEVEMENTS
आयुष अग्रवाल की विदाई (फोटो- Police Department)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 6, 2024, 8:45 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में आईपीएस अधिकारियों के ट्रांसफर में एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल का भी ट्रांसफर हो गया. उन्हें टिहरी का एसएसपी बनाया गया है. जबकि, एसटीएफ की कमान अब नवनीत सिंह भुल्लर को मिली है, लेकिन बतौर एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल का कार्यकाल काफी खास रहा.

83 शातिर गैंगस्टर और इनामी अपराधियों को भेजा जेल: एसएसपी आयुष अग्रवाल ने अपने एसटीएफ के कार्यकाल के दौरान 83 शातिर गैंगस्टर और इनामी अपराधियों को जेल भेजा. साथ ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर में शामिल 190 साइबर अपराधियों और उनके गिरोह को बेनकाब कर कई बड़े साइबर ठगी के मामलों का खुलासा किया.

5 नवंबर 2022 को एसटीएफ एसएसपी की संभाली थी कमान: यूएसएसएससी की भर्ती की धांधली में शामिल 10 अपराधियों की 19 करोड़ 78 लाख 41 हजार रुपए की संपत्ति कुर्क कराई. बता दें कि आईपीएस आयुष अग्रवाल ने 5 नवंबर 2022 को एसटीएफ एसएसपी की कमान संभाली थी. तब से लेकर अब तक का उनका कार्यकाल कई शानदार उपलब्धियों से भरा रहा.

कुख्यात गैंगस्टर सुनील राठी के खिलाफ भी की कड़ी कार्रवाई: उत्तराखंड एसटीएफ ने उनके कार्यकाल में 27 लाख 83 हजार रुपए के 83 इनामी शातिर अपराधियों को जेल भेजा. जिनमें से 2 लाख रुपए और 1 लाख रुपए की इनामी राशि के 8 अपराधियों की गिरफ्तारी अहम रही. जिसमें कुख्यात गैंगस्टर सुनील राठी के खिलाफ भी ठोस कार्रवाई की गई.

व्हाइट कॉलर अपराधियों के खिलाफ भी कार्रवाई: इसके अलावा फाइनेंशियल फ्रॉड यूनिट के अंतर्गत व्हाइट कॉलर अपराधियों के खिलाफ भी काम किया. लुभावने लोन और मोबाइल टावर लगाने के विज्ञापनों की धोखाधड़ी में इस्तेमाल होने 231 मोबाइल नंबरों के साथ ही वित्तीय गतिविधियों में शामिल 259 कंपनियों के संबंध में कार्रवाई की. चारधाम हेली सेवा के नाम से 76 फर्जी वेबसाइट्स को बंद करवाया. कई साइबर फ्रॉड करने वाले कॉल सेंटर के खिलाफ भी कार्रवाई की.

भर्ती परीक्षा में धांधली में शामिल अपराधियों पर की कार्रवाई: उत्तराखंड में अलग-अलग परीक्षाओं में धांधली करने वालों के खिलाफ भी एक्शन लिया. जिसमें वन दरोगा ऑनलाइन भर्ती परीक्षा, फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा, वन्य जीव संस्थान देहरादून में मल्टी टास्किंग स्टाफ के पद की परीक्षा, भारतीय युवा खेलकूद परिषद में फर्जी भर्ती परीक्षा, आईलेट्स की परीक्षा में धांधली शामिल है.

106 ड्रग्स तस्करों को भी किया गिरफ्तार: वहीं, उत्तराखंड को नशा मुक्त करने में भी एसटीएफ की एएनटीएफ टीम से भी कई महत्वपूर्ण काम कराए. जिनमें 106 बड़े ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार कर करीब 28 करोड़ रुपए अनुमानित कीमत के ड्रग्स स्मैक, चरस, गांजा, अफीम, एमडी, नशीले इंजेक्शन आदि बरामद किए.

190 साइबर अपराधियों को भी जेल में डाला: एसएसपी आयुष अग्रवाल ने साइबर अपराधियों पर भी शिकंजा कसे रखा. जिसके अंतर्गत साइबर फ्रॉड करने वाले 190 साइबर अपराधियों को देश के अलग-अलग राज्यों से पकड़कर जेल की सलाखों के पीछे भेजा. अपने कार्यकाल के दौरान करीब 2 लाख साइबर फ्रॉड के मामलों का निस्तारण भी किया.

एसएसपी अजय सिंह ने नशे के खिलाफ बनाई एसओपी, थाना स्तर पर बनेगी नशा निरोधक समितियां: देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने नई पहल शुरू करते हुए नशे के खिलाफ अभियान को और ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए एसओपी तैयार की है. नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर प्रभावी अंकुश लगाने में आमजनता की सहभागिता को बढ़ाने के लिए थाना स्तर पर क्षेत्रवार नशा निरोधक समितियां (NSS) बनाई जाएगी.

सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने थाना क्षेत्रों में 15 दिन के अंदर नशा निरोधक समितियां गठित करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही नशा निरोधक समितियों (N.S.S) में सामाजिक संगठनों के सदस्यों, जागरूक नागरिकों, स्वयं सेवी संगठन के सदस्यों, छात्र-छात्राओं, युवा वर्ग के साथ अन्य सक्रिय सामाजिक व्यक्तियों को शामिल किया जाएगा.

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देहरादून: उत्तराखंड में आईपीएस अधिकारियों के ट्रांसफर में एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल का भी ट्रांसफर हो गया. उन्हें टिहरी का एसएसपी बनाया गया है. जबकि, एसटीएफ की कमान अब नवनीत सिंह भुल्लर को मिली है, लेकिन बतौर एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल का कार्यकाल काफी खास रहा.

83 शातिर गैंगस्टर और इनामी अपराधियों को भेजा जेल: एसएसपी आयुष अग्रवाल ने अपने एसटीएफ के कार्यकाल के दौरान 83 शातिर गैंगस्टर और इनामी अपराधियों को जेल भेजा. साथ ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर में शामिल 190 साइबर अपराधियों और उनके गिरोह को बेनकाब कर कई बड़े साइबर ठगी के मामलों का खुलासा किया.

5 नवंबर 2022 को एसटीएफ एसएसपी की संभाली थी कमान: यूएसएसएससी की भर्ती की धांधली में शामिल 10 अपराधियों की 19 करोड़ 78 लाख 41 हजार रुपए की संपत्ति कुर्क कराई. बता दें कि आईपीएस आयुष अग्रवाल ने 5 नवंबर 2022 को एसटीएफ एसएसपी की कमान संभाली थी. तब से लेकर अब तक का उनका कार्यकाल कई शानदार उपलब्धियों से भरा रहा.

कुख्यात गैंगस्टर सुनील राठी के खिलाफ भी की कड़ी कार्रवाई: उत्तराखंड एसटीएफ ने उनके कार्यकाल में 27 लाख 83 हजार रुपए के 83 इनामी शातिर अपराधियों को जेल भेजा. जिनमें से 2 लाख रुपए और 1 लाख रुपए की इनामी राशि के 8 अपराधियों की गिरफ्तारी अहम रही. जिसमें कुख्यात गैंगस्टर सुनील राठी के खिलाफ भी ठोस कार्रवाई की गई.

व्हाइट कॉलर अपराधियों के खिलाफ भी कार्रवाई: इसके अलावा फाइनेंशियल फ्रॉड यूनिट के अंतर्गत व्हाइट कॉलर अपराधियों के खिलाफ भी काम किया. लुभावने लोन और मोबाइल टावर लगाने के विज्ञापनों की धोखाधड़ी में इस्तेमाल होने 231 मोबाइल नंबरों के साथ ही वित्तीय गतिविधियों में शामिल 259 कंपनियों के संबंध में कार्रवाई की. चारधाम हेली सेवा के नाम से 76 फर्जी वेबसाइट्स को बंद करवाया. कई साइबर फ्रॉड करने वाले कॉल सेंटर के खिलाफ भी कार्रवाई की.

भर्ती परीक्षा में धांधली में शामिल अपराधियों पर की कार्रवाई: उत्तराखंड में अलग-अलग परीक्षाओं में धांधली करने वालों के खिलाफ भी एक्शन लिया. जिसमें वन दरोगा ऑनलाइन भर्ती परीक्षा, फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा, वन्य जीव संस्थान देहरादून में मल्टी टास्किंग स्टाफ के पद की परीक्षा, भारतीय युवा खेलकूद परिषद में फर्जी भर्ती परीक्षा, आईलेट्स की परीक्षा में धांधली शामिल है.

106 ड्रग्स तस्करों को भी किया गिरफ्तार: वहीं, उत्तराखंड को नशा मुक्त करने में भी एसटीएफ की एएनटीएफ टीम से भी कई महत्वपूर्ण काम कराए. जिनमें 106 बड़े ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार कर करीब 28 करोड़ रुपए अनुमानित कीमत के ड्रग्स स्मैक, चरस, गांजा, अफीम, एमडी, नशीले इंजेक्शन आदि बरामद किए.

190 साइबर अपराधियों को भी जेल में डाला: एसएसपी आयुष अग्रवाल ने साइबर अपराधियों पर भी शिकंजा कसे रखा. जिसके अंतर्गत साइबर फ्रॉड करने वाले 190 साइबर अपराधियों को देश के अलग-अलग राज्यों से पकड़कर जेल की सलाखों के पीछे भेजा. अपने कार्यकाल के दौरान करीब 2 लाख साइबर फ्रॉड के मामलों का निस्तारण भी किया.

एसएसपी अजय सिंह ने नशे के खिलाफ बनाई एसओपी, थाना स्तर पर बनेगी नशा निरोधक समितियां: देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने नई पहल शुरू करते हुए नशे के खिलाफ अभियान को और ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए एसओपी तैयार की है. नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर प्रभावी अंकुश लगाने में आमजनता की सहभागिता को बढ़ाने के लिए थाना स्तर पर क्षेत्रवार नशा निरोधक समितियां (NSS) बनाई जाएगी.

सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने थाना क्षेत्रों में 15 दिन के अंदर नशा निरोधक समितियां गठित करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही नशा निरोधक समितियों (N.S.S) में सामाजिक संगठनों के सदस्यों, जागरूक नागरिकों, स्वयं सेवी संगठन के सदस्यों, छात्र-छात्राओं, युवा वर्ग के साथ अन्य सक्रिय सामाजिक व्यक्तियों को शामिल किया जाएगा.

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