रायगढ़ : चक्रधरनगर थाना क्षेत्र में एक युवती से एम्स में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी की गई है. इस केस में ठगी करने वाली महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. चक्रधरनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत पंजरी प्लांट निवासी बीना पटेल अपने साथ हुई ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें बीना ने कहा कि उसकी पहचान शोभना दास नाम की महिला से हुई. शोभना ने बीना को बताया कि उसकी पहचान एम्स में है.यदि वो एम्स में नौकरी करना चाहती है,तो आसानी से वो जॉब लगवा सकती है.
जॉब के चक्कर में गवाएं पैसे : बीना को लगा कि शोभना एम्स हॉस्पिटल में आसानी से जॉब लगवा सकती है.इसलिए बीना ने शोभना को 25 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए.पैसे देने के बाद जब बीना ने एम्स जाकर पता किया तो उसके होश उड़ गए.जिस पद के लिए बीना से शोभना ने पैसे लिए थे,ऐसा कोई पद नहीं था.साथ ही शोभना को एम्स प्रबंधन का कोई भी व्यक्ति नहीं जानता था. लिहाजा बीना ने वापस चक्रधरनगर आकर थाने में अपने साथ हुई ठगी की शिकायत दर्ज कराई.
लेडी ठग रायपुर से अरेस्ट : चक्रधर नगर थाना प्रभारी ने टीम गठित करने के बाद मामले की जांच और पातासाजी की. इसी दौरान आरोपी महिला को चक्रधरनगर पुलिस ने रायपुर के न्यू राजेंद्र नगर से गिरफ्तार किया. पूछताछ में महिला आरोपी ने बताया की उसने चार मामलों में 4 लाख से ज्यादा की ठगी की है. इससे पहले रायपुर के खमतराई थाने में भी महिला के खिलाफ ठगी के मामले दर्ज हैं. चक्रधर नगर पुलिस ने आरोपी महिला के बैंक अकाउंट को होल्ड करवा दिया है.गिरफ्तारी के बाद महिला को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है.
बीमा एजेंट को लूटने वाले अरेस्ट : वहीं दूसरा मामला मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले का है .यहां खड़गवां के पोड़ी थाना क्षेत्र में बीमा एजेंट का रास्ता रोककर लूट करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार हुए हैं. पुलिस ने लूट के आरोपियों के पास से छीनी गई रकम और घटना में इस्तेमाल बाइक को जब्त किया है.
मदद का बहाना बनाकर की लूट : सिंघत गांव पोस्ट तामडांड थाना खड़गवां निवासी अजय बीमा एजेंट है. घटना वाले दिन वो बरबसपुर से पोड़ी होकर अपने घर सिंघत खड़गवां जा रहा था.रात करीब 1 बजे उसने जैसे ही अजय ने पोड़ी जगन्नाथ मंदिर को पार किया. उसे तीन बदमाशों ने रोक लिया.बदमाशों ने शातिराना अंदाज में अजय को कहा कि उन्हें किसी को इमरजेंसी में 11 रुपए ट्रांसफर करने है. पैसे ट्रांसफर करने के बाद नकदी देने की बात हुई. अजय तीनों के झांसे में आ गया. इसके बाद जैसे ही पैसे ट्रांसफर हुए,वैसे ही बदमाशों ने अजय का मोबाइल छीन लिया. इसके बाद उसके साथ मारपीट करके फोन पे का पैटर्न लॉक और पासवर्ड ले लिया.
कैसे गिरफ्तार हुए आरोपी :अजय ने मौका पाकर हल्ला करना शुरु किया.जिससे घबराकर तीनों बाइक से चिरमिरी की ओर भाग गए.आरोपियों ने पीड़ित के फोन पे अकाउंट के जरिए उसके खाते से सारी रकम निकाल ली थी.इसके बाद पीड़ित का मोबाइल स्वीच ऑफ कर छिप गए थे. पुलिस ने जब पीड़ित का अकाउंट डिटेल निकाला तो जिन खातों में पैसे ट्रांसफर हुए हैं,उन्हें ट्रैस किया. उस खाते के ट्रांजेक्शन के बाद पुलिस ने संदिग्धों पर नजर रखी.इसके बाद आरोपियों को मौका पाकर गिरफ्तार कर लिया.