हापुड़ः पुलिस ने महिला की हत्या का 24 घंटे में सनसनीखेज़ खुलासा किया है. पुलिस ने महिला की हत्या का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त हथियार और खून से सने कपड़े भी बरामद किए हैं. आरोपी महिला के गांव का ही रहने वाला है.
बता दें कि थाना सिंभावली क्षेत्र के एक गांव के ईंख के खेत में एक 40 वर्षीय महिला का अर्धनग्न खून से सना शव मिला था. सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. महिला के पति की करीब 2 साल पहले मृत्यु हो गई थी. पुलिस ने 24 घंटे में इस हत्या की घटना का खुलासा करते हुए आरोपी सोनू उर्फ न्यादर पुत्र विजयपाल उर्फ विज्जे को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त दराती और खून से सने कपड़े भी बरामद किए हैं.
पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसके मोहल्ले में ही रहने वाली महिला के पति की मृत्यु करीब 2 साल पहले हो गई थी. महिला लोगों के खेतों से घास काट कर लाती थी और पशुओं का पालन करती थी. विधवा महिला पर उसकी नजर थी. बृहस्पतिवार की दोपहर करीब 12 बजे विधवा महिला को बहाने बनाकर पास में ही अपने ही गांव के एक के खेत में ले गया. महिला से शारीरिक संबंध बनाने के लिए कहा तो वह भडक गई. इसके बाद महिला के साथ दुष्कर्म किया. इस दौरान महिला ने सोनू के हाथ पर काट लिया और सिर पर दराती मारकर घायल कर दिया और जेल भिजवाने की धमकी दी. जेल जाने के डर से सोनू ने महिला को दराती मारकर घायल कर दिया और फिर गला दबाकर हत्या कर दी. हत्या के बाद शव गन्ने के खेत में ही छोड़कर फरार हो गया था.
एएसपी विनीत भटनागर ने बताया कि सिंभावली थाना क्षेत्र के एक गांव की महिला का शव गन्ने के खेत में मिला था. शरीर पर चोटों के निशान थे और कपड़े काफी अस्त व्यस्त थे. शुरुआत में यह एक ब्लाइंड मर्डर था. लेकिन पुलिस ने बहुत ही कम समय में सुराग तलाश करते हुए सफलता प्राप्त कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त दराती और खून से सने कपड़े भी बरामद कर लिए हैं. आरोपी ने अपने जुर्म को कबूल भी कर लिया है. महिला के पति का देहांत हो चुका था और वह आर्थिक रूप से कमजोर थी. इसलिए आरोपी महिला का मिसयूज करना चाहता था. लेकिन जब मामले का खुलासा होने का डर हुआ तो आरोपी ने महिला की हत्या कर दी. आरोपी ने गांव में इस प्रकार की घटनाएं पहले भी की है. कुछ में सफल हुआ और कुछ में नहीं हो पाया. लेकिन गांव में लोकलाज और सामाजिक डर से लोगों ने इन घटनाओं को दबा दिया था.