मोतिहारीः बिहार के पूर्वी चंपारण जिला के पीपरा थाना क्षेत्र में नरहर पकड़ी घाट पर बूढ़ी गंडक नदी में जलबोझी करने गए चार किशोर डूब गए. दो बच्चों को स्थानीय गोताखोरों की मदद से बचा लिया गया. जबकि दो किशोर लापता हो गए. एनडीआरएफ की टीम को लापता किशोर की तलाश के लिए बुलाया गया. अंधेरा होने के कारण तलाशी अभियान रोक दिया गया है. शुक्रवार की सुबह फिर से लापता बच्चों की तलाश की जाएगी.
कैसे डूबे बच्चेः मिली जानकारी के अनुसार नवरात्र के मौके पर कलश स्थापना के लिए श्रद्धालु जलबोझी को लेकर नरहर पकड़ी घाट पर बूढ़ी गंडक नदी पर गए थे. श्रद्धालु जलबोझी में लगे थे. उसी दौरान चार किशोर नदी में रील बनाने के लिए घुसे. किशोर रील्स बना रहे थे, तभी नदी के तेज बहाव में उनका पैर फिसला और चार किशोर नदी में डूब गए. चारों किशोर को नदी में डूबते देख स्थानीय ग्रामीण उन्हें बचाने के लिए नदी में कूदे. दो किशोर को बचा लिया, जबकि दो किशोर लापता हो गए.
एनडीआरएफ कर रही तलाशः लापता किशोर की पहचान चकबारा निवासी रंजीत भगत के 14 वर्षीय पुत्र अंकित कुमार एवं मुकेश ठाकुर के 16 वर्षीय पुत्र सत्यम कुमार के रूप में हुई है. ग्रामीणों ने इसकी सूचना अंचलाधिकारी और स्थानीय पुलिस को दी. सीओ और पुलिस मौके पर पहुंची. सीओ ने घटना की जानकारी तत्काल एनडीआरएफ की दी. दो टीम बुलवाई गयी. एनडीआरएफ की टीम नदी में लापता हुए किशोर की तलाश में जुटी थी.
"घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचा. स्थानीय गोताखोरों के अलावा एनडीआरएफ की दो टीम को लापता बच्चों के तलाश में लगाया गया. लेकिन, अंधेरा होने के कारण तलाशी का कार्य रोक दिया गया है. कल सुबह फिर से तलाशी अभियान शुरु किया जाएगा."- सुनील कुमार, पीपरा थानाध्यक्ष
इसे भी पढ़ेंः कोसी में समाया पूर्णिया का शमशाद, मौत का लाइव वीडियो आया सामने - Live video of death