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दिल्ली के 62 अस्पतालों में ACB की छापेमारी, 40 अस्पतालों में मिली खामियां - ACB raids 62 hospitals in Delhi - ACB RAIDS 62 HOSPITALS IN DELHI

Delhi ACB inspects private hospitals: ACB ने दिल्ली के 62 अस्पतालों और नर्सिंग होम पर शुक्रवार को छापेमारी की है. ACB के इस औचक निरीक्षण के दौरान टीम को 40 अस्पतालों में कई खामियां मिली हैं. इनमें से 4 अस्पताल ऐसे पाए गए जिनके पास नर्सिंग होम चलाने का लाइसेंस तक नहीं था.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jun 7, 2024, 2:20 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली के विवेक विहार स्थित एक नर्सिंग होम में आग लगने की घटना में सात बच्चों की मौत के बाद उप राज्यपाल वीके सक्सेना के निर्देश पर एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने अस्पतालों में छापेमारी कर जांच की. इस दौरान 62 अस्पतालों में छापेमारी के दौरान एसीबी को चार अस्पताल अवैध रूप से चलते मिले. वहीं, 40 अस्पतालों में खामियां पाईं गईं.

अवैध रूप से चल रहे चार अस्पतालों में से दो पूर्वी दिल्ली के कृष्णा नगर और कोंडली में हैं और बाकी के दो अस्पताल पश्चिमी दिल्ली के राजौरी गार्डन और साउथ दिल्ली के देवली इलाके में हैं. छापेमारी में खुलासा हुआ है कि इन चारों अस्पतालों के पास लाइसेंस तक नहीं था.छापेमारी करने के बाद एसीबी ने उपराज्यपाल कार्यालय को अपनी रिपोर्ट सौंपी है.

बता दें कि 25 में की रात को पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार स्थित न्यू बोर्न चाइल्ड केयर सेंटर में आग की घटना के बाद उपराज्यपाल के निर्देश पर एसीबी ने सबसे पहले अस्पतालों की सूची तैयार की थी. उसके बाद दूसरे चरण में छापेमारी की. 7 दिन की छापेमारी के बाद अब एसीबी ने उपराज्यपाल कार्यालय को अपनी रिपोर्ट सौंपी है. रिपोर्ट के आधार पर अब अस्पताल और नर्सिंग होम पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

यह भी पढ़ें- विवेक विहार बेबी केयर अस्पताल अग्निकांड के आरोपी डॉ. आकाश की जमानत याचिका खारिज

दिल्ली में 1190 से ज्यादा अस्पताल और नर्सिंग होम संचालित हैं. दिव्या नर्सिंग होम हादसे के मामले में दिल्ली पुलिस ने अस्पताल के संचालक डॉक्टर नवीन खींची और ऑन ड्यूटी डॉक्टर आकाश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था और उनको कोर्ट में पेश कर उनकी पुलिस रियासत की मांग की थी. कोर्ट ने दोनों को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था. अब पुलिस अभी तक इस मामले की जांच में जुटी हुई है.

नर्सिंग होम संचालक डॉक्टर नवीन खींची पर आरोप है कि नर्सिंग होम के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन सिलेंडर की अवैध रिफिलिंग होती थी. वहां, ऑक्सीजन सिलेंडर की बड़ी-बड़ी गाड़ियां रोज आती थी और बड़े सिलेंडर से छोटे सिलेंडर में गैस की रिफिइलिंग का काम होता था. स्थानीय लोगों ने भी इस तरह के आरोप लगाए थे.

यह भी पढ़ें- लाजपत नगर स्थित आंख के अस्पताल में लगी भीषण आग, खौफनाक मंजर देखकर चौंक जाएंगे आप

नई दिल्ली: दिल्ली के विवेक विहार स्थित एक नर्सिंग होम में आग लगने की घटना में सात बच्चों की मौत के बाद उप राज्यपाल वीके सक्सेना के निर्देश पर एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने अस्पतालों में छापेमारी कर जांच की. इस दौरान 62 अस्पतालों में छापेमारी के दौरान एसीबी को चार अस्पताल अवैध रूप से चलते मिले. वहीं, 40 अस्पतालों में खामियां पाईं गईं.

अवैध रूप से चल रहे चार अस्पतालों में से दो पूर्वी दिल्ली के कृष्णा नगर और कोंडली में हैं और बाकी के दो अस्पताल पश्चिमी दिल्ली के राजौरी गार्डन और साउथ दिल्ली के देवली इलाके में हैं. छापेमारी में खुलासा हुआ है कि इन चारों अस्पतालों के पास लाइसेंस तक नहीं था.छापेमारी करने के बाद एसीबी ने उपराज्यपाल कार्यालय को अपनी रिपोर्ट सौंपी है.

बता दें कि 25 में की रात को पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार स्थित न्यू बोर्न चाइल्ड केयर सेंटर में आग की घटना के बाद उपराज्यपाल के निर्देश पर एसीबी ने सबसे पहले अस्पतालों की सूची तैयार की थी. उसके बाद दूसरे चरण में छापेमारी की. 7 दिन की छापेमारी के बाद अब एसीबी ने उपराज्यपाल कार्यालय को अपनी रिपोर्ट सौंपी है. रिपोर्ट के आधार पर अब अस्पताल और नर्सिंग होम पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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दिल्ली में 1190 से ज्यादा अस्पताल और नर्सिंग होम संचालित हैं. दिव्या नर्सिंग होम हादसे के मामले में दिल्ली पुलिस ने अस्पताल के संचालक डॉक्टर नवीन खींची और ऑन ड्यूटी डॉक्टर आकाश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था और उनको कोर्ट में पेश कर उनकी पुलिस रियासत की मांग की थी. कोर्ट ने दोनों को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था. अब पुलिस अभी तक इस मामले की जांच में जुटी हुई है.

नर्सिंग होम संचालक डॉक्टर नवीन खींची पर आरोप है कि नर्सिंग होम के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन सिलेंडर की अवैध रिफिलिंग होती थी. वहां, ऑक्सीजन सिलेंडर की बड़ी-बड़ी गाड़ियां रोज आती थी और बड़े सिलेंडर से छोटे सिलेंडर में गैस की रिफिइलिंग का काम होता था. स्थानीय लोगों ने भी इस तरह के आरोप लगाए थे.

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