जयपुरः एसीबी ने नगर निगम हेरिटेज में रिवर्स ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया है. एसीबी की टीम ने नगर निगम के हवामहल एवं आमेर जोन के सफाईकर्मी को 30 हजार रुपए की रिश्वत राशि वापस लौटाते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. उसने अतिक्रमण हटाने की एवज में 50 हजार रुपए की रिश्वत ली थी, लेकिन अतिक्रमण नहीं हटा पाने पर रिश्वत के 30 हजार रुपए वापस कर रहा था. एसीबी ने उसे उसी समय दबोच लिया.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा के मुताबिक एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर टीम ने मंगलवार को ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया. नगर निगम हेरिटेज के हवामहल एवं आमेर जोन में सफाई कर्मी हरज्ञान गुर्जर को परिवादी को रिश्वत के 30 हजार रुपए वापस लौटाते समय गिरफ्तार किया है.
पढ़ेंः रिश्वत लेते पकड़े गए एसई के पास 4 करोड़ की संपत्ति
एसीबी को परिवादी की ओर से शिकायत दी गई थी कि अतिक्रमण हटाने की एवज में सफाई कर्मी हरज्ञान रिश्वत मांगकर परेशान कर रहा था. अतिक्रमण हटाने के लिए 1 लाख रुपए में सौदा तय किया था.परिवादी ने 50 हजार रुपए रिश्वत राशि के दे दिए थे, लेकिन अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं होने पर वापस 30 हजार रुपए लौटा रहा था. उसी समय एसीबी ने उसे पकड़ लिया. एसीबी जयपुर के एडिशनल एसपी बलराम मीणा के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया गया. करीब 2 महीने तक काम नहीं होने पर परिवादी ने अपने रुपए वापस लौटने का दबाव बनाया था.
जोन उपायुक्त के लिए ली थी रिश्वतः एसीबी की पूछताछ में सामने आया है कि जोन उपायुक्त सीमा चौधरी के लिए यह रिश्वत राशि ली गई थी. संदेह होने पर एसीबी की टीम हवामहल एवं आमेर जोन उपायुक्त सीमा चौधरी की भूमिका को लेकर भी जांच कर रही है. एसीबी की एडीजी स्मिता श्रीवास्तव के सुपरवीजन में आरोपी से पूछताछ की जा रही है.एसीबी की ओर से मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा.