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एसएमएस अस्पताल में एसीबी का एक्शन, रिश्वत लेकर फर्जी अंग प्रत्यारोपण के एनओसी जारी करने वाले ट्रैप - ACB raid in SMS hospital

प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल एसएमएस में ACB ने रविवार देर रात बड़ी कार्रवाई करते हुए रिश्वत लेकर फर्जी अंग प्रत्यारोपण के एनओसी जारी करने वाले को ट्रैप किया है. एसीबी ने अपनी कार्रवाई के दौरान सहायक प्रशासनिक अधिकारी और ऑर्गन ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर गिरफ्तार किया.

एसएमएस अस्पताल में एसीबी का एक्शन
एसएमएस अस्पताल में एसीबी का एक्शन
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Apr 1, 2024, 8:44 AM IST

जयपुर. एसीबी की टीम ने जयपुर के सबसे बड़े अस्पताल एसएमएस में रविवार देर रात बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. रिश्वत लेकर फर्जी अंग प्रत्यारोपण के एनओसी जारी करने के मामले में दो आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है. एसीबी ने एसएमएस अस्पताल के सहायक प्रशासनिक अधिकारी गौरव सिंह और ईएचसीसी अस्पताल के ऑर्गन ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर अनिल जोशी को गिरफ्तार किया है. आरोपियों से 70000 रुपये रिश्वत राशि और 3 फर्जी एनओसी बरामद की गई है. एसीबी की टीम आरोपियों के आवास और उनके दूसरे ठिकानों पर सर्च कर रही है.

ACB का एक्शन : एसीबी के डीआईजी डॉ. रवि के मुताबिक सवाई मानसिंह अस्पताल के उच्च प्रबंधन से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को सूचना देकर अंदेशा जाहिर किया गया कि अस्पताल में किसी कर्मचारी की ओर से अंग प्रत्यारोपण के फर्जी एनओसी सर्टिफिकेट बिना कमेटी की बैठक के जारी किए जा रहे हैं जो की गठित समिति की ओर से अधिकृत नहीं किए गए हैं. सूचना के आधार पर एसीबी की ओर से रविवार देर रात को सवाई मानसिंह अस्पताल के सहायक प्रशासनिक अधिकारी गौरव सिंह और ईएचसीसी अस्पताल के ऑर्गन ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर अनिल जोशी को एनओसी के बदले रिश्वत लेन देन करते समय रंगे हाथों दबोच लिया. आरोपियों से 70 हजार रुपए रिश्वत राशि और तीन फर्जी एनओसी बरामद की गई है.

पढ़ें: एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का एक्शन, गैंगस्टर्स को फर्जी पासपोर्ट से विदेश भेजने वाला मास्टरमाइंड उत्तराखंड से गिरफ्तार - Action Of Anti Gangster Task Force

प्रारंभिक जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि सहायक प्रशासनिक अधिकारी गौरव सिंह की ओर से कुछ महीनो से समिति के सदस्यों के फर्जी हस्ताक्षर करके एनओसी बनाकर विभिन्न अस्पतालों को जारी की गई है और फर्जी एनओसी के बदले रिश्वत ली गई है. गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. एसीबी की ओर से मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत प्रकरण दर्ज करके अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा.

टोल फ्री हेल्पलाइन: एसीबी की ओर से प्रदेशवासियों से अपील की गई है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1064 और व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर 9413502834 पर संपर्क करके भ्रष्टाचार के विरुद्ध अभियान में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें. एसीबी आपके वैध कार्य को करवाने में पूरी मदद करेगी.

जयपुर. एसीबी की टीम ने जयपुर के सबसे बड़े अस्पताल एसएमएस में रविवार देर रात बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. रिश्वत लेकर फर्जी अंग प्रत्यारोपण के एनओसी जारी करने के मामले में दो आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है. एसीबी ने एसएमएस अस्पताल के सहायक प्रशासनिक अधिकारी गौरव सिंह और ईएचसीसी अस्पताल के ऑर्गन ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर अनिल जोशी को गिरफ्तार किया है. आरोपियों से 70000 रुपये रिश्वत राशि और 3 फर्जी एनओसी बरामद की गई है. एसीबी की टीम आरोपियों के आवास और उनके दूसरे ठिकानों पर सर्च कर रही है.

ACB का एक्शन : एसीबी के डीआईजी डॉ. रवि के मुताबिक सवाई मानसिंह अस्पताल के उच्च प्रबंधन से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को सूचना देकर अंदेशा जाहिर किया गया कि अस्पताल में किसी कर्मचारी की ओर से अंग प्रत्यारोपण के फर्जी एनओसी सर्टिफिकेट बिना कमेटी की बैठक के जारी किए जा रहे हैं जो की गठित समिति की ओर से अधिकृत नहीं किए गए हैं. सूचना के आधार पर एसीबी की ओर से रविवार देर रात को सवाई मानसिंह अस्पताल के सहायक प्रशासनिक अधिकारी गौरव सिंह और ईएचसीसी अस्पताल के ऑर्गन ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर अनिल जोशी को एनओसी के बदले रिश्वत लेन देन करते समय रंगे हाथों दबोच लिया. आरोपियों से 70 हजार रुपए रिश्वत राशि और तीन फर्जी एनओसी बरामद की गई है.

पढ़ें: एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का एक्शन, गैंगस्टर्स को फर्जी पासपोर्ट से विदेश भेजने वाला मास्टरमाइंड उत्तराखंड से गिरफ्तार - Action Of Anti Gangster Task Force

प्रारंभिक जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि सहायक प्रशासनिक अधिकारी गौरव सिंह की ओर से कुछ महीनो से समिति के सदस्यों के फर्जी हस्ताक्षर करके एनओसी बनाकर विभिन्न अस्पतालों को जारी की गई है और फर्जी एनओसी के बदले रिश्वत ली गई है. गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. एसीबी की ओर से मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत प्रकरण दर्ज करके अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा.

टोल फ्री हेल्पलाइन: एसीबी की ओर से प्रदेशवासियों से अपील की गई है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1064 और व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर 9413502834 पर संपर्क करके भ्रष्टाचार के विरुद्ध अभियान में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें. एसीबी आपके वैध कार्य को करवाने में पूरी मदद करेगी.

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