डीग. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने डीग जिले के कामां खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी (बीसीएमओ) और कार्यालय के सहायक कर्मचारी को 25 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. बीसीएमओ डॉ. कृष्णदत्त शर्मा ने नर्सिंग होम को सील करने व थाने में मामला दर्ज कराने की धमकी देकर एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी. एसीबी टीम की ओर से आरोपियों से रिश्वत राशि बरामद कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
एक लाख रुपए की रिश्वत की मांग : एसीबी महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरडा ने बताया कि एसीबी भरतपुर इकाई को हेल्पलाइन नंबर से एक परिवादी ने शिकायत की. परिवादी ने बताया कि कामां बीसीएमओ डॉ. कृष्णदत्त शर्मा व एक अन्य व्यक्ति कमी निकालकर नर्सिंग होम को सील करने और थाने में मामला दर्ज कराने की धमकी देकर एक लाख रुपए की रिश्वत मांग रहे हैं. परिवादी की शिकायत के बाद एसीबी जयपुर के उप महानिरीक्षक कालूराम रावत के सुपरविजन में एसीबी भरतपुर के एएसपी अमित सिंह के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया गया.
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इसके बाद गुरुवार दोपहर को आरोपी बीसीएमओ डॉ. कृष्णदत्त शर्मा और कार्यालय के सहायक कर्मचारी राकेश कुमार सैनी को 25 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. परिवादी की ओर से शिकायत करने से पूर्व आरोपियों ने परिवादी से 45 हजार रुपए और शिकायत के सत्यापन के दौरान 10 हजार रुपए रिश्वत के रूप में वसूल लिए थे. फिलहाल आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा.