जयपुर. प्रदेश में बढ़ रहे महिला उत्पीड़न और बलात्कार के मामलों के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अपनी ही विचारधारा वाली बीजेपी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. एबीवीपी के छात्रों ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हालत नहीं बदलने का आरोप लगाते हुए विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही इन घटनाओं पर रोक लगाने के लिए बुलडोजर नीति अपनाने की मांग की. विद्यार्थी परिषद ने मांगें नहीं माने जाने पर विधानसभा का घेराव करने की चेतावनी दी है.
अपराध करने वालों पर हो कार्रवाई : एबीवीपी की राजस्थान विश्वविद्यालय इकाई की ओर से बुधवार को राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर विरोध प्रदर्शन किया गया. ये प्रदर्शन राजस्थान प्रदेश में आए दिन महिलाओं के साथ हो रहे बलात्कार की घटनाओं को लेकर किया गया. छात्रों ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इकाई अध्यक्ष रोहित मीणा ने बताया कि प्रदेश में अलवर के हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती महिला मरीज के साथ अस्पताल के ही एक स्टाफ ने दुष्कर्म किया. वहीं, कोटपूतली में एक लड़की को दरिंदे ने अपना शिकार बनाया और फिर उस पर जानलेवा हमला भी किया. लड़की आज जिंदगी और मौत के बीच लड़ाई लड़ रही है. पीड़ित 3 महीने से पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की मांग भी की थी. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर कब तक ऐसी घटनाएं होती रहेंगी. राजस्थान सरकार ऐसा जघन्य अपराध करने वालों पर तुरंत कार्रवाई करे और बुलडोजर नीति अपनाए, ताकि ऐसी घटना करने वाले लोगों में भय हो.
विधानसभा घेराव की चेतावनी : एबीवीपी इकाई मंत्री मनु दाधीच ने बताया कि बीकानेर में नाबालिग स्कूली छात्रा से गैंगरेप हुआ, लेकिन प्रशासन सोया हुआ है. ऐसे गुनहगारों को तुरंत फांसी होनी चाहिए. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार महिला उत्पीड़न के मामलों पर रोक नहीं लगाती और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं करती, तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राजस्थान विधानसभा का घेराव करेगा.