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JNU में 'The Sabarmati Report' की स्क्रीनिंग के दौरान हंगामे पर ABVP की प्रेस कॉन्फ्रेंस, जानिए क्या कहा? - THE SABARMATI REPORT SCREENING ROW

-JNU में 'द साबरमती रिपोर्ट' की स्क्रीनिंग के दौरान Jहुआ था पथराव -अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने लेफ्ट पर लगाए आरोप

JNU में स्क्रीनिंग के दौरान बवाल पर ABVP की प्रेस कॉन्फ्रेंस
JNU में स्क्रीनिंग के दौरान बवाल पर ABVP की प्रेस कॉन्फ्रेंस (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : 3 hours ago

नई दिल्ली: गुरुवार को अभिनेता विक्रांत मैसी की 'The Sabarmati Report' की स्पेशल स्क्रीनिंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा जेएनयू कैंपस में रखी गई थी. हालांकि, स्क्रीनिंग के दौरान बीच में ही विवाद हो गया. फिल्म शुरू हुए महज 20 से 25 मिनट ही हुए थे, तभी अचानक फिल्म देख रहे कुछ छात्रों के पास पत्थर आकर गिरे. इसके बाद एबीवीपी के छात्र इस पत्थरबाजी के पीछे किसका हाथ है? उसको ढूंढने लग गए.

एबीवीपी के छात्रों का आरोप है कि यह सब कार्य लेफ्ट संगठन के छात्रों द्वारा किया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि इससे पहले भी जब भी कोई मूवी विद्यार्थी परिषद कैंपस में स्क्रीनिंग करवाती है तो कोई ना कोई विवाद लेफ्ट के द्वारा किया जाता है. फिलहाल इस मामले को लेकर विद्यार्थी परिषद के द्वारा शुक्रवार को जेएनयू के मुख्य गेट के बाहर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया, जिसमें उन्होंने फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान हुए विवाद को लेकर कई सारी बातें बताई.

JNU में स्क्रीनिंग के दौरान बवाल पर ABVP की प्रेस कॉन्फ्रेंस (etv bharat)

एबीवीपी JNU अध्यक्ष राजेश्वर कांत दुबे ने कहा कि गुरुवार को जेएनयू कैंपस में 12 दिसंबर को दुखद घटना हुई. जेएनयू कैंपस साबरमती ढाबे पर 2002 गोधरा में जो दुर्घटना हुई, जिसमें 59 श्रद्धालुओं को ट्रेन में बांधकर पेट्रोल बम से जिंदा जला दिया गया था, उस सच्चाई को उजागर करने वाली फिल्म 'The Sabarmati Report' की हम स्क्रीनिंग कर रहे थे. सब बहुत सही तरीके से हो रही थी, पोस्टर लगा दिए गए थे. लेकिन लेफ्ट को यह चीज पच नहीं रही थी.

'द साबरमती रिपोर्ट' की स्क्रीनिंग सच्चाई को उजागर करने और हमारे देश के तथाकथित बौद्धिक अभिजात वर्ग द्वारा जानबूझकर चुप कराए गए विषयों पर चर्चा को प्रज्वलित करने की दिशा में एक कदम था. हालांकि, यह घटना हमारे परिसर में कुछ भारत-विरोधी, हिंदू-विरोधी ताकतों की असहिष्णुता और असुरक्षा को दर्शाती है, जो धर्म, धार्मिकता और सत्य के पुरुत्थान से डरते हैं."- राजेश्वर कांत दुबे, अध्यक्ष एबीवीपी JNU

एबीवीपी JNU अध्यक्ष राजेश्वर कांत दुबे ने ये भी कहा कि हमारे पास मूवी की स्क्रीनिंग के लिए सभी परमिशन थी, जब 5 बजे स्क्रीनिंग शुरू की, तो उस दौरान हजार की संख्या में स्टूडेंट उपस्थित थे. जब लेफ्ट को लगा ज्यादा संख्या में आम छात्र इस मूवी को देखने के लिए उपस्थित है तो उन्होंने सोचा छात्रों को मोबलाइज़ करना पॉसिबल नहीं होगा. तब उन्होंने मूवी स्क्रीनिंग को डिस्ट्रैक्ट करने के लिए दूसरा रास्ता अपनाया. स्क्रीनिंग शुरू होने के तकरीबन 15 से 20 मिनट बाद श्रंखला में बैठे छात्रों पर पत्थर बरसाए. लेफ्ट के कई ऑर्गेनाइजेशन इस मूवी को स्क्रीन न करने को लेकर पर्चे भी निकाले थे. हालांकि ABVP JNU सभी को आश्वस्त करता है कि हम एकजुट और समृद्ध भारत के लिए विचार, बहस और कार्रवाई को प्रेरित करने वाले कार्यक्रम आयोजित करना जारी रखेंगे. इन राष्ट्र-विरोधी, धर्म-विरोधी और भारत को तोड़ने वाली ताकतों को हराएंगे.

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नई दिल्ली: गुरुवार को अभिनेता विक्रांत मैसी की 'The Sabarmati Report' की स्पेशल स्क्रीनिंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा जेएनयू कैंपस में रखी गई थी. हालांकि, स्क्रीनिंग के दौरान बीच में ही विवाद हो गया. फिल्म शुरू हुए महज 20 से 25 मिनट ही हुए थे, तभी अचानक फिल्म देख रहे कुछ छात्रों के पास पत्थर आकर गिरे. इसके बाद एबीवीपी के छात्र इस पत्थरबाजी के पीछे किसका हाथ है? उसको ढूंढने लग गए.

एबीवीपी के छात्रों का आरोप है कि यह सब कार्य लेफ्ट संगठन के छात्रों द्वारा किया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि इससे पहले भी जब भी कोई मूवी विद्यार्थी परिषद कैंपस में स्क्रीनिंग करवाती है तो कोई ना कोई विवाद लेफ्ट के द्वारा किया जाता है. फिलहाल इस मामले को लेकर विद्यार्थी परिषद के द्वारा शुक्रवार को जेएनयू के मुख्य गेट के बाहर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया, जिसमें उन्होंने फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान हुए विवाद को लेकर कई सारी बातें बताई.

JNU में स्क्रीनिंग के दौरान बवाल पर ABVP की प्रेस कॉन्फ्रेंस (etv bharat)

एबीवीपी JNU अध्यक्ष राजेश्वर कांत दुबे ने कहा कि गुरुवार को जेएनयू कैंपस में 12 दिसंबर को दुखद घटना हुई. जेएनयू कैंपस साबरमती ढाबे पर 2002 गोधरा में जो दुर्घटना हुई, जिसमें 59 श्रद्धालुओं को ट्रेन में बांधकर पेट्रोल बम से जिंदा जला दिया गया था, उस सच्चाई को उजागर करने वाली फिल्म 'The Sabarmati Report' की हम स्क्रीनिंग कर रहे थे. सब बहुत सही तरीके से हो रही थी, पोस्टर लगा दिए गए थे. लेकिन लेफ्ट को यह चीज पच नहीं रही थी.

'द साबरमती रिपोर्ट' की स्क्रीनिंग सच्चाई को उजागर करने और हमारे देश के तथाकथित बौद्धिक अभिजात वर्ग द्वारा जानबूझकर चुप कराए गए विषयों पर चर्चा को प्रज्वलित करने की दिशा में एक कदम था. हालांकि, यह घटना हमारे परिसर में कुछ भारत-विरोधी, हिंदू-विरोधी ताकतों की असहिष्णुता और असुरक्षा को दर्शाती है, जो धर्म, धार्मिकता और सत्य के पुरुत्थान से डरते हैं."- राजेश्वर कांत दुबे, अध्यक्ष एबीवीपी JNU

एबीवीपी JNU अध्यक्ष राजेश्वर कांत दुबे ने ये भी कहा कि हमारे पास मूवी की स्क्रीनिंग के लिए सभी परमिशन थी, जब 5 बजे स्क्रीनिंग शुरू की, तो उस दौरान हजार की संख्या में स्टूडेंट उपस्थित थे. जब लेफ्ट को लगा ज्यादा संख्या में आम छात्र इस मूवी को देखने के लिए उपस्थित है तो उन्होंने सोचा छात्रों को मोबलाइज़ करना पॉसिबल नहीं होगा. तब उन्होंने मूवी स्क्रीनिंग को डिस्ट्रैक्ट करने के लिए दूसरा रास्ता अपनाया. स्क्रीनिंग शुरू होने के तकरीबन 15 से 20 मिनट बाद श्रंखला में बैठे छात्रों पर पत्थर बरसाए. लेफ्ट के कई ऑर्गेनाइजेशन इस मूवी को स्क्रीन न करने को लेकर पर्चे भी निकाले थे. हालांकि ABVP JNU सभी को आश्वस्त करता है कि हम एकजुट और समृद्ध भारत के लिए विचार, बहस और कार्रवाई को प्रेरित करने वाले कार्यक्रम आयोजित करना जारी रखेंगे. इन राष्ट्र-विरोधी, धर्म-विरोधी और भारत को तोड़ने वाली ताकतों को हराएंगे.

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