सक्ती : सरकार बदलते ही छत्तीसगढ़ में बुलडोजर ने अपना काम शुरू कर दिया है.कब्जाधारियों और भू-माफियाओं के खिलाफ सरकार ने सख्ती करनी शुरु की है. वर्षों पहले सक्ती में भू-माफियाओं के राजदार रहा पटवारी कुंज बिहारी बैसवाड़े अब पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है. पटवारी बैसवाड़े पर शासकीय रिकॉर्ड में कूट रचना कर धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज है. करीब दो साल से पटवारी फरार चल रहा था. जिसे सक्ती पुलिस ने बिलासपुर से गिरफ्तार किया है.
क्या है मामला ? : पुलिस ने बताया की शिकायतकर्ता संजय रामचन्द्र ने शिकायत पेश की थी. सक्ती के जगदीश बंसल ने 20 वर्षों से शासकीय भूमि पर कब्जा कर 24 मकान का अपार्टमेंट और करोड़ों का आलीशान बनाया है.जिसकी शिकायत सीएम से हुई थी.शिकायत के बाद कलेक्टर ने टीम गठित करके जांच करवाई. जिसमें हेमलता पति जगदीश प्रसाद बंसल साकिन सक्ती पटवारी हल्का नम्बर 22 के नाम पर खसरा नम्बर 1316/7 कुल रकबा 12 डिसमिल 1998 के अभिलेख अनुसार दर्ज था. लेकिन हेमलता बंसल ने बिना न्यायालय के आदेश के कूटरचना कर 03 डिसमिल जमीन को अपने नाम पर 1316/34 रकबा बनाकर अभिलेख में दर्ज करा लिया.
जांच में गड़बड़ी का हुआ था खुलासा : जगदीश बसंल ने आवेदन के माध्यम से बताया कि नामांतरण क्रमांक 121 दिनांक 03.08.2004 के माध्यम से नाम पर दर्ज कराया गया है.वहीं तहसीलदार सक्ती ने जांच कर प्रतिवेदन दिया है कि 2003-04 एवं 204-05 दायरा पंजी की जांच की गई. जिसके अनुसार हेमलता पति जगदीश बंसल के नाम पर खसरा दर्ज नहीं है.इसलिए हेमलता बंसल ने कूट रचना कर राजस्व अभिलेख में अपने नाम पर खसरा नम्बर 1316/34 रकबा 03 डिसमिल दर्ज कराया है.
सक्ती थाने में दर्ज हुई शिकायत : जिसके बाद थाना सक्ती में हेमलता पति जगदीश प्रसाद बंसल और तत्कालीन हल्का पटवारी कुंजबिहारी बैसवाड़े के विरुद्ध प्रथम सूचना पत्र दर्ज कराने के लिए भेजा गया था. 04.09.2021 को थाना सक्ती में हेमलता बंसल और कुंज बिहारी बैसवाडे तत्कालीन हल्का पटवारी के विरुद्ध अपराध कमांक 02/2021 धारा 420,467,468, 471, 34 आईपीसी की तहत दर्ज हुई. जिसमें हेमलता बंसल पति जगदीश बंसल को उच्च न्यायालय बिलासपुर से अग्रिम जमानत मिल गई थी. वहीं पटवारी कुंज बिहारी बैसवाड़े पिछले दो साल से फरार चल रहा था.जिसे पुलिस ने गिरफ्तार करके न्यायिक रिमांड पर भेजा है.