अलवर : बारिश के मौसम में झरने का आनंद उठाने पहुंचे 250 से ज्यादा लोग नलदेश्वर नाले में तेज बहाव से आए पानी में फंस गए. सूचना मिलने पर सिविल डिफेंस व पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर सभी को सकुशल बहाव क्षेत्र से बाहर निकाला. नलदेश्वर नाले में आया पानी सरिस्का क्षेत्र में उंचाई पर बसे किरासका गांव के पास सूर्या बांध के रिसाव और शुक्रवार हुई बारिश का था.
अलवर के समीप स्थित नदलेश्वर बारिश के दिनों पर्यटन का दर्शनीय स्थल है. पहाड़ों से घिरे इस स्थल पर बारिश के दिनों में बहने वाले झरनों का आनंद उठाने के लिए अलवर एवं बाहरी क्षेत्रों के बड़ी संख्या में लोग वहां पहुंचते हैं. यह स्थल सरिस्का के पास स्थित है और यहां भगवान शिव का विख्यात मंदिर भी है. शुक्रवार को राजकीय अवकाश था. इस कारण नदलेश्वर झरना स्थल पर बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. दोपहर के समय यहां शिव मंदिर में बड़ी संख्या में दर्शनाथी समेत पर्यटक मौजूद थे. सुबह सरिस्का क्षेत्र में बारिश हुई थी. इसका पानी बहकर नलदेश्वर आया. साथ ही किरासका गांव के पास जर्जर होने से सूर्या बांध का पानी रिसकर भी नलदेश्वर में आया. तेज बहाव से आए पानी में वहां मौजूद 250 से ज्यादा लोग फंस गए. बाद में लोगों ने अकबरपुर पुलिस और सिविल डिफेंस को इसकी सूचना दी.
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नाले के बहाव में करीब 250 श्रद्धालु फंसे : थानाधिकारी ओमप्रकाश मीणा ने बताया कि सभी श्रद्धालुओं को करीब ढाई घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन चला कर सुरक्षित निकाला गया है. सरिस्का की वादियों में स्थित नलदेश्वर धाम में दर्शन करने आए श्रद्धालु सुबह हुईं बारिश के कारण नाले के तेज बहाव में फंस गए थे, जिन्हें सिविल डिफेंस टीम के सहयोग से शाम को नाले में पानी का बहाव कम होने के बाद रेस्क्यू किया गया. थानाधिकारी ने कहा कि नाले के बहाव में करीब 250 श्रद्धालु फंस गए थे, जिन्हें करीब ढाई घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन में सिविल डिफेंस टीम की सहायता से सुरक्षित बहार निकाला गया. उपखंड अधिकारी अलवर प्रतीक चंद्रशेखर जूईकर, अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट बीना महावर ने आमजन से जिले के नदी नालों में नहीं उतरने की सलाह दी है.