नई दिल्ली: दिल्ली को पर्याप्त पानी दिलाने के लिए अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठीं जल मंत्री आतिशी की तबीयत आज तड़के बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें एलएनजेपी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया. आतिशी अस्पताल में है और उनकी स्वास्थ्य को लेकर तमाम प्रतिक्रियाएं लोग दे रहे हैं. इसी कड़ी में दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान में सांसद स्वाति मालीवाल ने आतिशी के अनशन और सत्याग्रह को लेकर प्रतिक्रिया दी.
आतिशी जी, गांधी जी ने अनशन की पवित्र विधि को सत्याग्रह का नाम दिया था। सत्याग्रह जो हमेशा सच्चे और पवित्र मन से किया जाता है।
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) June 25, 2024
मैंने दो बार अनशन किया। एक बार 10 दिन और एक बार 13 दिन। मेरे अनशन के बाद देश में बच्चों के बलात्कारियों को फाँसी की सजा हो, ऐसा क़ानून भी बना।
संघर्ष…
स्वाति ने आतिशी को अपने अनशन की याद दिलाई. स्वाति मालीवाल जो इस समय आम आदमी पार्टी के नेताओं से दूरी बनाए हुए हैं, मंगलवार को एक्स पर लिखा कि, आतिशी जी, गांधी जी ने अनशन की पवित्र विधि को सत्याग्रह का नाम दिया था. सत्याग्रह जो हमेशा सच्चे और पवित्र मन से किया जाता है. "मैंने दो बार अनशन किया. एक बार 10 दिन और एक बार 13 दिन. मेरे अनशन के बाद देश में बच्चों के बलात्कारियों को फांसी की सजा हो, ऐसा क़ानून भी बना." "संघर्ष की राह बहुत मुश्किल होती है. कई साल ज़मीन पे संघर्ष करके ही अनशन करने की शक्ति हासिल होती है. दूसरों के बारे में पूरा दिन झूठी और गंदी बातें बोलके नहीं." ख़ैर, आशा है जल्द आप का स्वास्थ्य ठीक होगा और आप दिल्ली के लोगों के लिए काम करेंगी.
उधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल में हैं, लेकिन उनके एक्स हैंडल से भी टीम केजरीवाल ने आतिशी के स्वास्थ्य को लेकर प्रतिक्रिया आई है. लिखा है, "दिल्ली की जल मंत्री आतिशी जी अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठी थीं ताकि दिल्ली के लोगों को उनके हक़ का पानी मिल सके. कल रात उनकी तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनके स्वास्थ्य को लेकर आज हर दिल्लीवासी चिंतित है. बीजेपी की सरकार जो अन्याय दिल्ली के साथ कर रही है, दिल्ली के लोग उसका जवाब ज़रूर देंगे." हम सब आतिशी जी के उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हैं. इस सत्याग्रह में हर एक दिल्लीवासी उनके साथ है.
बता दें कि दिल्ली में पानी की कमी को लेकर दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने 21 जून को अनशन शुरू किया था. उन्होंने कहा था यह अनशन अनिश्चितकाल तक जारी रहेगा. लेकिन चार दिन बाद ही उनकी तबीयत खराब करने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया और उनका अनशन खत्म हो गया है.
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