नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियां चल रही है. इसके लिए सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ही नहीं, बल्कि भाजपा और कांग्रेस ने भी तैयारियां तेज कर दी है. चुनाव लड़ने के दावेदार भी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में सक्रिय दिखाई दे रहे हैं. ऐसे में, संस्था प्रजा फाउंडेशन की रिपोर्ट में कुछ अहम खुलासे किए गए हैं. दरअसल, प्रजा फाउंडेशन द्वारा जारी रिपोर्ट कार्ड में दिल्ली के 70 विधायकों में से आठ ऐसे विधायक हैं, जिन्होंने पिछले साल मार्च से लेकर इस साल अप्रैल तक (17 मार्च, 2023 से 8 अप्रैल, 2024) तक विधानसभा में किसी भी तरह का मुद्दा नहीं उठाया है.
प्रजा फाउंडेशन के रिपोर्ट कार्ड के मुताबिक, ये आठों विधायक आम आदमी पार्टी के हैं. जिनमें दो बड़े नेता दिल्ली पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पूर्व कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र जैन भी शामिल हैं. हालांकि, इन दोनों के द्वारा पिछले एक साल में किसी मुद्दे को न उठाए जाने का कारण यह भी रहा है कि मनीष सिसोदिया 26 फरवरी, 2023 से लेकर सितंबर 2024 तक जेल में रहे. वहीं, सत्येंद्र जैन भी जेल में रहने और अपने ऑपरेशन व स्वास्थ्य के चलते विधानसभा नहीं जा सके. इसके साथ ही इन आठ में से दो विधायक धनवंती चंदीला और अमानतुल्लाह खान ऐसे भी रहे, जिन्होंने विधायक चुने जाने के बाद पिछले चार साल में एक भी मुद्दा नहीं उठाया. इसकी जानकारी फाउंडेशन के सीईओ मिलिंद म्हस्के ने दी.
इन विधायकों ने विधानसभा में नहीं उठाया कोई मुद्दा:
विधायक का नाम | विधानसभा क्षेत्र |
धनवंती चंदीला | राजौरी गार्डन |
अजेश यादव | बादली |
अमानतुल्लाह खान | ओखला |
धर्मपाल लकड़ा | मुंडका |
महेंद्र यादव | बादली |
मनीष सिसोदिया | पटपड़गंज |
सत्येंद्र जैन | शकूर बस्ती |
शोएब इकबाल | मटिया महल |
अगर इन आठ विधायकों की बात करें तो राजौरी गार्डन से आम आदमी पार्टी की विधायक धनवंती चंदीला, बादली के विधायक अजेश यादव, ओखला विधायक अमानतुल्लाह खान, मुंडका विधायक धर्मपाल लाकड़ा, विकासपुरी से विधायक महेंद्र यादव, पटपड़गंज से विधायक मनीष सिसोदिया, शकूरबस्ती से विधायक सत्येंद्र जैन और मटिया महल के विधायक शोएब इकबाल शामिल हैं. पिछले पांच वर्षों में, दिल्ली ने कई नागरिक और स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना किया है, जिसने दो करोड़ से अधिक निवासियों के जीवन को प्रभावित किया. इनमें अस्थायी आबादी, (जो बेहतर आर्थिक अवसरों और रहने की परिस्थिति के लिए शहर आते हैं) उनका भी जीवन प्रभावित हुआ है.
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