चंडीगढ़: लोकसभा चुनाव के बाद हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है. आम आदमी पार्टी की हरियाणा की प्रदेश कार्यकारिणी की मंगलवार को बैठक हुई. इस बैठक में लोकसभा चुनावों को लेकर समीक्षा की गई. साथ ही विधानसभा चुनावों को लेकर आगामी रणनीति पर चर्चा की गई. बैठक की अध्यक्षता आप के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) संदीप पाठक ने की.
बैठक के बाद संदीप पाठक ने कहा कि चुनाव के बाद पहली बार पार्टी के तमाम पदाधिकारी इक्कठा हुए. बैठक में लोकसभा चुनाव के नतीजे को लेकर मंथन हुआ है. बैठक में कुरुक्षेत्र में चुनाव को लेकर जो फीडबैक था उस पर भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि देश ने जो लोकसभा चुनाव में मैंडेट दिया है उसमें साफ संदेश है कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सहमत नहीं हैं. जो सरकार 400 पार का नारा दे रही थी वो बहुमत तक भी पूरा नहीं कर पाई.
संदीप पाठक ने कहा कि कुरुक्षेत्र के चुनाव कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने मिलकर मजबूती के साथ लड़ा. चार विधानसभा ऐसी रही जहां पर हम जीते दो ऐसी विधानसभा है जा मुकाबला कड़ा हुआ है. दो विधानसभाओं में हम पीछे रहे. हम इसे एक अच्छी शुरुआत मानते हैं और आने वाले समय में हम और अच्छा करेंगे. उन्होंने कहा कि हम अपने फायदे और नुकसान को देखकर गठबंधन में शामिल नहीं हुए थे. यह देश के लिए जरूरी था कि सारा विपक्ष एकजुट हो. इसी वजह से ही बीजेपी ढाई सौ पर भी नहीं जा पाई.
विधानसभा चुनाव को लेकर संदीप पाठक ने कहा कि कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी का गठबंधन लोकसभा के लिए था. आगे क्या होगा उस पर फैसला अरविंद केजरीवाल करेंगे. जब वह जेल से बाहर आएंगे तो फिर वो इस पर मंथन करेंगे. इसके साथ ही संदीप पाठक ने कहा कि आम आदमी पार्टी पूरी तरह सक्षम है और विधानसभा चुनाव के लिए तैयार है. पार्टी आज से ही विधानसभा चुनाव के लिए अपना अभियान शुरू कर देगी.
आम आदमी पार्टी हरियाणा में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन करना है या नहीं इसके लिए केजरीवाल के फैसले का इंतजार कर रही है। लेकिन इस सबके बीच नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने साफ कर दिया कि आम आदमी पार्टी के साथ कांग्रेस का गठबंधन राष्ट्रीय स्तर पर था, प्रदेश स्तर पर नहीं. इसलिए कांग्रेस हरियाणा में विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी.