विकासनगर: हमेशा अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाले पूर्व कांग्रेस नेता और आम इंसान विकास पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आकिल अहमद ने एक और बयान देकर उत्तराखंड की राजनीति में एक नये मुद्दे को जन्म दे दिया है. आकिल अहमद ने मदरसों में रामायण पढ़ाई जाने के आदेश के बदले प्रदेश के गुरुकुल और आरएसएस स्कूलों में कुरान पढ़ाने की मांग की है.
उत्तराखंड वक्फ बोर्ड द्वारा 27 फरवरी से उत्तराखंड के मदरसों में रामायण पढ़ाई जाने के आदेश को आम इंसान विकास पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आकिल अहमद ने मुसलमानों को टारगेट करने वाला बताया है. आकिल ने कहा कि प्रदेश की धामी सरकार लगातार लैंड जिहाद, लव जिहाद जैसे मुद्दों को लेकर मुसलमानों को टारगेट कर रही है. अब प्रदेश सरकार उत्तराखंड के मदरसों में रामायण जैसे धार्मिक ग्रन्थ पढ़ाई जाने की तैयारी कर रही है, जो कि मुसलमानों के हक-हकूक का हनन है.
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आकिल अहमद ने कहा कि सरकार ऐसे आदेशों से बाज आए. यह सीधा-सीधा मुसलमानों को टारगेट करने का आदेश है. जिन मदरसों में कुरान पढ़ाई जाती है, उन मदरसों में कैसे रामायण पढ़ाई जाएगी? प्रदेश सरकार के इस फैसले का वह कड़ा विरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि अगर वाकई प्रदेश सरकार सर्व धर्म की बात करना चाहती है और सरकार को अगर मुसलमान की चिंता है तो वह मदरसों में रामायण के साथ-साथ गुरुकुलों और आरएसएस के स्कूलों में कुरान पढ़ाए जाने के आदेश भी लागू करें.
आम इंसान विकास पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि सरकार के इस आदेश के खिलाफ वह सड़कों पर उतरेंगे. चाहे विधानसभा का घेराव करना पड़े या राजभवन कूच करना पडे़. आम इंसान विकास पार्टी इस आदेश के खिलाफ सड़कों पर उतरेगी.