अनूपगढ़. शहर के एक युवक ने अपने दोस्तों के साथ नहर को तैर कर पार करने की शर्त लगाई, लेकिन वह नहर के तेज बहाव में बह गया. अब लगभग चौबीस घंटे बाद उसका शव तेरह किलोमीटर दूर गांव छह डीडी के पास नहर में तैरता हुआ मिला. पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया.
तहसीलदार सतीश राव ने बताया कि अनूपगढ़ के वार्ड नंबर छह निवासी सोनू शुक्रवार को अपने तीन दोस्तों के साथ अमावस्या की पूजा करने गया था. जब चारों दोस्त नहर के किनारे बैठे थे तो सोनू ने अपने दोस्तों से इस पच्चीस मीटर चौड़ी नहर को तैर कर पार करने की शर्त लगाई और नहर में कूद गया. नहर में पानी का बहाव काफी तेज था और इस बहाव में सोनू अपना संतुलन नहीं रख पाया और बह गया.
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तहसीलदार ने बताया कि पहले सोनू के दोस्तों ने उसकी तलाश की और उसके बाद ग्रामीणों को सूचना दी. ग्रामीणों ने भी अपने स्तर पर दो तीन घंटे तक सोनू की तलाश की, लेकिन वह नहीं मिला तो प्रशासन को सूचना दी गई. इस पर प्रशासन मौके पर पहुंचा और सिविल डिफेंस की टीम को मौके पर बुलाया गया. सिविल डिफेंस की टीम ने शुक्रवार शाम को दो किलोमीटर के एरिया में सोनू की तलाश की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला. रात को अंधेरा होने के कारण सर्च का कार्य रोक दिया गया और शनिवार सुबह से एक बार फिर से सोनू की तलाश की गई.
तेरह किलामीटर दूर मिला शव: अनूपगढ़ के वृत्ताधिकारी अमरजीत चावला ने बताया कि सोनू की तलाश के लिए शुक्रवार को सिविल डिफेंस की टीम के साथ साथ स्थानीय लोग भी जुटे हुए थे. शनिवार को गांव छह डीडी के पास नहर में एक सिर तैरता हुआ दिखाई दिया तो गोताखोरों को बुलाकर शव को बाहर निकला गया. बाद में इस शव की पहचान सोनू के रूप में ही हुई. परिजनों ने किसी भी कार्रवाई से मना कर दिया तो पुलिस ने शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया.
दोस्तों ने किया था रोकने का प्रयास: सोनू के दोस्तों ने बताया कि वे चारों नहर के किनारे बैठे थे और नहर के बारे में बात कर रहे थे. इतने में सोनू ने कहा कि वह इस नहर को तैर कर पार कर देगा. ऐसे में उसके दोस्तों ने उसे रोका और समझाया, लेकिन सोनू ने बिना सुने छलांग लगा दी और तेज बहाव में बह गया. चारों दोस्त मार्बल लगाने का कार्य करते हैं.