भरतपुर. डीग जिले के कुम्हेर क्षेत्र के गांव लखन का नगला (पैंगोर) निवासी एक युवक बीते 24 घंटे से भी ज्यादा समय से भू समाधि लगाकर बैठा है. युवक के पिता की चार साल पहले सीआरपीएफ की फील्ड ड्यूटी के दौरान मौत हो गई थी, जिसके बाद से युवक लगातार अनुकंपा नियुक्ति की मांग कर रहा है. गुरुवार को प्रशासनिक अधिकारियों ने भी युवक को समझाइश का प्रयास किया, लेकिन युवक अपनी मांग पर अड़ा हुआ है.
पैंगोर के लखन का नगला गांव निवासी युवक राधेश्याम उर्फ गौरव ने अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर बुधवार सुबह भरतपुर शहर के यातायात चौराहे पर महाराजा सूरजमल स्मारक के पास भू समाधि लगाई. तब से अब तक युवक जमीन के नीचे आधे शरीर को मिट्टी में दबाकर बैठा है. युवक के समर्थन में स्थानीय किसान नेता और अन्य युवक भी मौके पर बैठे हैं. गुरुवार सुबह भरतपुर एसडीएम रवि भी पुलिस अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे और युवक को समझाने का प्रयास किया, लेकिन युवक अपनी मांग पर अड़ा हुआ है.
फील्ड ऑपरेशन के दौरान शहीद हुए थे पिता : किसान नेता नेम सिंह फौजदार ने बताया कि एक तरफ तो मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा आज डीग जिले के सुंदरावली गांव में शहीद की प्रतिमा का अनावरण करने आ रहे हैं, वहीं युवक राधेश्याम अपने पिता की मौत के बाद अनुकंपा नियुक्ति के लिए दर-दर भटक रहा है. नेम सिंह ने बताया कि युवक राधेश्याम के पिता भी सीआरपीएफ के फील्ड ऑपरेशन के दौरान शहीद हुए था.
गौरतलब है कि युवक राधेश्याम के पिता जवाहर सिंह सीआरपीएफ की 114 बटालियन में तैनात थे. चार साल पहले युवक के पिता की रांची से नीमच में फील्ड ऑपरेशन में जाने के दौरान मौत हो गई थी. युवक बीते तीन साल से अनुकंपा नियुक्ति के लिए स्थानीय अधिकारी, नेता और मंत्रियों के चक्कर काट रहा है, लेकिन हर जगह से उसे सिर्फ आश्वासन मिल रहा है. युवक पूर्व में राष्ट्रपति को पत्र लिखकर इच्छामृत्यु की मांग भी कर चुका है.