फरीदाबाद: सरकारी एजेंसियों और बैंकों की ओर से लगातार जारूकता के बाद भी लोग डिजिटल अरेस्ट होकर ठगी का शिकार हो रहे हैं. ताजा मामले में फरीदाबाद साइबर पुलिस ने एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इससे जुड़े 9 आरोपियों को 3 राज्य दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है. सेक्टर-46 की रहने वाली एक महिला ने 1 करोड़ 3 लाख 70 हजार रुपए की ठगी होने की शिकायत की थी. इसके आधार पर पुलिस ने ये कार्रवाई की है.
पुलिस का बड़ा अधिकारी बनकर की ठगीः मामले में जानकारी देते हुए पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि "पीड़ित महिला के पास 1 से 4 अक्टूबर तक किसी अंजान नम्बर से व्हाट्सएप कॉल आया. फोन कॉल करने वाले ने खुद को पुलिस का बड़ा अधिकारी बताया और कॉल को आगे कई अफसर तक फॉरवर्ड किया. सभी ने एक-एक करके शिकायतकर्ता से बात की और कहा कि आपको एक मामले में नोटिस दिया जा रहा है और आपको हम डिजिटल अरेस्ट कर रहे हैं."
वीडियो कॉल से कर रहे थे निगरानीः व्हाट्सएप कॉल करने वालों ने कहा कि इस मामले कि किसी को जानकारी नहीं देना है. नहीं तो तुम्हारे घर पर आकर तुम्हें अरेस्ट कर लेंगे. तुम अपने कमरे से बाहर मत जाना. इस दौरान साइबर ठग वीडियो कॉल के जरिए लगातार पीड़ित महिला की निगरानी करते रहे और इसके बाद ठगों ने शिकायतकर्ता के व्हाट्सएप पर एक नोटिस भेजा और नोटिस में दिए गए निर्देशों की पालना करने के बारे में कहा.
साइबर थाने में महिला ने दर्ज कराई शिकायतः शिकायतकर्ता महिला नोटिस लेकर परेशान और भयभीत हो गई. मामले को रफा-दफा करने के लिए साइबर ठग महिला से पैसों की डिमांड कर उसे डराने और धमकाने लगे. डर से शिकायतकर्ता ने 1 करोड़ 3 लाख 70 हजार रुपए साइबर ठग द्वारा बताए गए अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए. पैसे ट्रांसफर होने के बाद महिला को ठगी का अंदेशा हुआ, जिसके बाद महिला ने साइबर थाना NIT में मामला दर्ज किया गया.
यूपी, दिल्ली और बंगाल से गिरफ्तार हुए आरोपीः मामला दर्ज होते ही साइबर टीम ने एक टीम गठित की, जिसमें एसआई दीपक, एएसआई बलवंत, एएसआई जितेन्द्र, हेड कांस्टेबल भागीरथ, सीटी अंशुल और रवि को शामिल किया गया. टीम गठित होते ही साइबर पुलिस मामले की तहकीकात में जुट गई और अकाउंट नंबर और हाईटेक टेक्नोलॉजी का प्रयोग करते हुए आरोपी दिग्विजय मिश्रा को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से, मनोज द्विवेदी और विजय श्रीवास्तव को वाराणसी से, बिहारी चौधरी को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया गया, वहीं राहुल सिंह, अजय मेहरा, राहुल पील्ले, सुजल उर्फ कुकी को दिल्ली से और संदेश को उत्तर प्रदेश के मथुरा को गिरफ्तार किया गया. सभी को फरीदाबाद लाया गया और आरोपियों से पूछताछ शुरू की गई.
7 को जेल, 2 से पुलिस रिमांड में पूछताछ जारीः आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि दिग्विजय मिश्रा, राहुल पिल्ले, संदेश एकाउंड होल्डर है, जिनके खातों में फ्रॉड के पैसों का संचालन हुआ है और मनोज द्विवेदी और विजय श्रीवास्तव, बिहारी चौधरी, राहुल सिंह, अजय मेहरा, सुजल द्वारा ठगी के पैसों के संचालन के लिए अकाउंट उपलब्ध कराए जाते हैं. इन आरोपियो से 4 फोन और 35000 रुपए नकद बरामद किए गए हैं. आरोपी संदेश और सुजल को मामले में पूछताछ के 2 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है. वहीं अन्य 7 आरोपियो को जेल भेज दिया गया है.
शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर धोखाधड़ी के भी 5 गिरफ्तार : फरीदाबाद पुलिस ने शेयर मार्केट में निवेश कराने का झांसा देकर धोखाधड़ी करने के मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दरअसल, 13 जुलाई 2024 को सेक्टर-77 के रहने वाले एक व्यक्ति ने साइबर थाना शिकायत दर्ज की, जिसमें उसने बताया कि 7 जुलाई 2024 को उसके पास अजय शर्मा नाम से एक अनाजान नम्बर से कॉल आया, जिसने शेयर मार्केट में पैसा निवेश करके मुनाफे का लालच दिया, जिसके झांसे में वो आ गया और 50 हजार रुपए गंवा दिए. इस पर साइबर थाना सेन्ट्रल की टीम ने कार्रवाई कर 5 आरोपियों को राजस्थान और उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान विक्रम, मनीष, हर्ष, तेजवीर और उमाशंकर के रूप में हुई है. आरोपियों से पूछताछ में 16,50,094 रुपए का फ्रॉड करने के मामले का भी खुलासा हुआ है.
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