नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा के मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) को आपस में जोड़ने तथा दादरी और ग्रेटर नोएडा के बीच सफर को आसान बनाने के लिए पाला के पास रेलवे क्रॉसिंग पर निर्माणाधीन रेलवे ओवर ब्रिज अब 6 लाइन का बनेगा. इसे पहले चार लाइन का बनाया जा रहा था. आईआईटीजीएनएल की पहल पर दो लाइन और बढ़ाने की स्वीकृति मिल गई है. इस दो लाइन का खर्च आईआईटीजीएनएल वहन करेगी.
दरअसल, आईआईटीजीएनएल (इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड) की तरफ से बोड़की के पास मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब विकसित किया जा रहा है. यह बोड़ाकी रेलवे स्टेशन के दोनों तरफ है. एमएमटीएच में तीन अहम परियोजनाएं बोड़ाकी हाल्ट की जगह ग्रेटर नोएडा रेलवे टर्मिनल के रूप में विकसित किया जाएगा. इसके साथ ही अंतरराज्यीय लोकल बस अड्डा और मेट्रो कनेक्टिविटी की सुविधा भी होगी.
ग्रेटर नोएडा टर्मिनल से चलेंगी 50 से अधिक ट्रेनें
यहां पर पूर्व की ओर जाने वाली 50 से अधिक ट्रेनें ग्रेटर नोएडा टर्मिनल से चलेंगी. जिससे पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार व पश्चिम बंगाल आदि की ओर जाने वाले यात्रियों को बड़ी सहूलियत मिल जाएगी. उन्हें दिल्ली, नई दिल्ली और आनंद विहार रेलवे स्टेशन जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इसी तरह अंतरराज्यीय लोकल बस अड्डा भी बन जाने से उद्योगों में काम करने वाले अपने घर आसानी से जा पाएंगे यही से लोकल बसें भी मिला करेंगी. इसके अलावा नोएडा और ग्रेटर नोएडा को जोड़ते हुए डिपो स्टेशन से मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब तक मेट्रो कनेक्टिविटी भी होगी. इस परियोजना की कागजी प्रक्रिया अंतिम चरण में है. अगले 6 माह में यह सभी परियोजनाओं का निर्माण शुरू करने की तैयारी है. इसी बीच पल्ला के पास रेलवे लाइन पार करने के लिए रेलवे की तरफ से चार लाइन का ओवर ब्रिज बनाया जा रहा है.
अगले डेढ़ साल में ओवर ब्रिज निर्माण पूरा हो जाने की उम्मीद
आईआईटीजीएनएल ने इस ओवर ब्रिज को 6 लाइन बनाने के लिए प्रयास किया. आईआईटीजीएनएल के प्रबंधक निदेशक और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एन जी रवि कुमार ने इसके लिए उत्तर प्रदेश शासन और भारत सरकार से मिलकर निरंतर प्रयास किया. अब इसका लाभ मिल रहा है. इस ओवर ब्रिज को 6 लेन बनाने को मंजूरी मिल गई है. इस पर कुल खर्च लगभग 194 करोड रुपए होंगे. जिसमें से करीब 75 करोड रुपए ग्रेटर नोएडा और शेष रकम डीएफसीसी वहन कर रहा है. इस पर काम पहले से ही शुरू हो चुका है. अगले डेढ़ साल में इसका निर्माण पूरा हो जाने की उम्मीद है. एन जी रवि कुमार का कहना है कि पल्ला बोड़ाकी के पास निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज से न सिर्फ एमएमटीएच को लाभ होगा बल्कि ग्रेटर नोएडा दादरी के बीच रोजाना सफर करने वाले हजारों लोगों को सहूलियत हो जाएगी. ग्रेटर नोएडा फेस टू भी इसी तरफ़ बसाया जा रहा है उसके लिए भी यह पुल मिल का पत्थर साबित होगा.
पुल बनने से यह होंगे अहम फायदे
इस पुल के बन जाने से कई फायदे होंगे एक तो पश्चिम क्षेत्र जैसे ग्रेटर नोएडा, दिल्ली आदि की तरफ से आने वाले वाहनों के लिए ग्रेटर नोएडा रेलवे टर्मिनल तक पहुंचना आसान हो जाएगा. इसके अलावा ग्रेटर नोएडा की 105 मीटर सड़क को भी एन एच 91 से जोड़ा जा रहा है. जिससे दादरी और ग्रेटर नोएडा फेस 2 के क्षेत्र में एमएमटीएच के बीच आवाजाही आसान होगी. 105 मीटर रोड को एन एच 91 से जोड़ने के लिए 60 मीटर चौड़ी रोड बनाने का कार्य जल्द शुरू होने जा रहा है. इसके टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा रही है. ग्रेटर नोएडा फेस 2 इसी तरफ बसाने की योजना पर काम चल रहा है.
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