पिथौरागढ़: प्रदेश में जंगली जानवरों के हमले के मामले बढ़ते जा रहे हैं. ताजा मामला अस्कोट क्षेत्र लुमती गांव का है. जहां एक रिचर्ड नाम के व्यक्ति को किसी जंगली जानवर ने हमला कर घायल कर दिया. घायल की उम्र 28 साल बताई जा रही है, जंगली पशु के हमले में घायल व्यक्ति को एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू किया. एसडीआरएफ टीम को सूचना मिली थी कि अस्कोट क्षेत्र के लुमती गांव में एक व्यक्ति को जंगली पशु द्वारा घायल कर दिया गया है, जिसमें रेस्क्यू हेतु एसडीआरएफ टीम की आवश्यकता है. हालांकि हमला किस जानवर ने किया है ये अभी तक साफ नहीं हो पाया है.
उक्त सूचना पर एसडीआरएफ टीम उप निरीक्षक देवेंद्र कुमार के नेतृत्व में रेस्क्यू उपकरणों के साथ तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुई. एसडीआरएफ टीम द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर त्वरित कार्रवाई करते हुए SSB के साथ जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया गया. जिसके बाद SDRF की टीम घायल व्यक्ति तक पहुंची.
घायल को 7 किलोमीटर पैदल लेकर आई SDRF की टीम: SDRF टीम द्वारा उक्त घायल व्यक्ति को प्राथमिक उपचार दिया गया. जिसके बाद घायल को एसएसबी और स्थानीय लोगों की मदद से स्ट्रेचर पर करीब 07 किलोमीटर पैदल मार्ग से होते हुए मुख्य मार्ग तक लाकर उचित उपचार हेतु एंबुलेंस से अस्पताल भिजवाया गया.
नैनीताल में बाघ ने ली महिला की जान: बेतालघाट ब्लॉक में बाघ ने एक महिला को अपना निवाला बना लिया. बेतालघाट के ओखलढुंगा क्षेत्र में आये दिन बाघ की दहशत से लोग परेशान हैं. दो दिन पहले बाघ ने दो मवेशियों पर हमला कर किया. वहीं बीती देर शाम ओखलढुंगा में बाघ ने एक महिला को अपना निवाला बनाया.
जानकारी के मुताबिक शांति देवी 49 निवासी ओखलढुंगा बेतालघाट रोज की तरह घर के पास में जानवरों के लिए चारा लेने गई थी. वहीं पास में घात लगाए बाघ ने महिला पर हमला कर दिया. जब तक लोग कुछ समझ पाते बाघ ने महिला को बुरी तरह नोच डाला. आनन-फानन में लोगों ने वन विभाग व पुलिस को घटना की सूचना दी. देर रात डीएफओ व रेंजर ने गांव पहुंचकर ग्रामीणों से मिलकर परिवार को सांत्वना दी. घटना के बाद से लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है.
ये भी पढ़ें- बाघों की मौत के हैरान करने वाले आंकड़े: उत्तराखंड में हर साल 11 ने तोड़ा दम, देशभर की संख्या हजार पार
ये भी पढ़ें- चंपावत में लकड़ी लेने जंगल गए युवक पर गुलदार ने किया हमला, हायर सेंटर रेफर
ये भी पढ़ें- बेतालघाट में बाघ ने महिला को बनाया निवाला, ग्रामीणों में आक्रोश