मंडी: जिला में अकाउंटिग का काम करने वाली एक फर्म पर चार्टर्ड अकाउंटेंसी फर्म की फर्जी मुहर तैयार कर गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम देने के आरोप लगे हैं. चार्टर्ड अकाउंटेंसी फर्म मंडी शहर व फर्जी तरीके से अकाउंटिंग का कार्य करने वाली फर्म सुंदरनगर शहर में स्थित है.
आरोप है कि मंडी शहर की एक चार्टर्ड अकाउंटेंसी फर्म की फर्जी मुहर और फर्जी वित्तीय दस्तावेज जारी कर जालसाजी, धोखाधड़ी और मानहानि की गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम दिया गया है जिसके तहत पुलिस थाना सुंदरनगर में शिकायत भी दर्ज की गई है.
मामले में शिकायतकर्ता सीए गौरव ठाकुर की शिकायत के आधार पर आरोपी देवेश शर्मा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4), 336(3), 340, 342 और आईटी एक्ट की धारा 66(डी) के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है.
शिकायतकर्ता गौरव ठाकुर ने बताया "मेरा ऑफिस मंडी शहर के माधोराय मंदिर के पास है और मैं चार्टर्ड अकाउंटेंट का काम करता हूं. वहीं, देवेश शर्मा सुंदरनगर शहर के जवाहर पार्क के पास डीएमएस अकाउंटिंग सॉल्यूशन के नाम से ऑफिस चलाता है. देवेश शर्मा ने मेरी चार्टर्ड अकाउंटेंसी फर्म की फर्जी मुहर, फर्जी वित्तीय दस्तावेज जारी कर जालसाजी, धोखाधड़ी और मानहानि की गैरकानूनी गतिविधियां कर इनके हस्ताक्षर का दुरुपयोग किया है."
शिकायतकर्ता के मुताबिक "आरोपी देवेश शर्मा ने कई लोगों और व्यवसायियों को जाली प्रमाण पत्र, बैलेंस शीट और अन्य वित्तीय दस्तावेज तैयार कर जारी किए हैं. इसको लेकर आरोपी ने मेरी चार्टर्ड अकाउंटेंसी फर्म की स्टांप और हस्ताक्षर का दुरुपयोग किया है. आरोपी द्वारा तैयार किए गए दस्तावेज पूरी तरह से नकली हैं. मेरी फर्म ने दस्तावेज ना तैयार किए हैं और ना ही प्रमाणित किए हैं." शिकायतकर्ता का कहना है कि देवेश शर्मा ने उनकी फर्म की स्टांप का दुरुपयोग कर जाली दस्तावेज तैयार कर लाभ कमाया है.
इस पर पुलिस थाना सुंदरनगर ने आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है. डीएसपी सुंदरनगर भारत भूषण ने बताया "शिकायतकर्ता के शिकायत पत्र के आधार पर पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. आरोपी के लैपटॉप को पुलिस द्वारा जांच के लिए कब्जे में लिया गया है. पुलिस द्वारा मामले में आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है."
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