अजमेर. आतंकवादी घटनाओं से निपटने के उद्देश्य से तीर्थराज पुष्कर में इजरायली धार्मिक स्थल बेद खबाद में एटीएस और इमरजेंसी रिस्पांस टीम (ईआरटी) की ओर से मॉक ड्रिल की गई. बेद खबाद में सशस्त्र जवानों की गतिविधि से पुष्कर में दहशत फैल गई, लेकिन जब लोगों को पता चला यह मॉक ड्रिल है, कोई आतंकवादी घटना नहीं, तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली. मॉक ड्रिल के हिसाब से बेद खबाद में दो आतंकवादी घुसे हुए थे. करीब 1 घंटे चली मॉकड्रिल में बेद खबाद के अंदर घुसे दोनों आतंकियों को सुरक्षाबलों के जवानों ने ढेर कर दिया.
संवेदनशील धार्मिक स्थलों में शुमार : हिंदुओं की सबसे बड़ी तीर्थ स्थली पुष्कर है, लेकिन इजरायली पर्यटकों का धार्मिक स्थल बेद खबाद भी महत्वपूर्ण है. कट्टरपंथी आतंकवादी संगठनों के निशाने पर इजरायली और उनके धार्मिक स्थल रहे हैं. बेद खबाद भी अति संवेदनशील धार्मिक स्थलों में शुमार है, इसलिए भारतीय सुरक्षा एजेंसियां बेद खबाद की सुरक्षा को लेकर हमेशा सतर्क रहती हैं. कुछ दिन पहले ही एटीएस और ईआरटी टीम ने बेद खबाद की सुरक्षा का जायजा लिया था. इस बार दोनों सुरक्षा एजेंसियों ने मिलकर बेद खबाद पर मॉकड्रिल की है.
आतंकियों ने इजरायली पर्यटकों को बनाया बंधक : मॉक ड्रिल में दो आतंकी बेद खबाद में घुस गए और उन्होंने इजरायली पर्यटकों को भीतर बंधक बना लिया है. एटीएस और ईआरटी ने योजनाबद्ध तरीके से बेद खबाद को घेर लिया. कुछ जवानों ने आसपास के होटल की छतों पर चढ़कर निगरानी रखे हुए थे. ईआरटी के जवान रस्सों की मदद से बेद खबाद की छत पर चढ़े और सीढियों के रास्ते बेद खबाद के हॉल में पंहुचे और दो आतंकियों को ढेर कर दिया. खास बात यह रही कि बेद खबाद में इजरायली पर्यटक भी मॉक ड्रिल का हिस्सा बने.
पुष्कर थाना प्रभारी राजेश यादव ने बताया कि आतंकवादी घटनाओं से निपटने के लिए एटीएस और ईआरटी की ओर से मॉक ड्रिल की गई. मॉक ड्रिल के दौरान जिला कलेक्टर भारती दीक्षित, एसपी चूनाराम जाट, एटीएस के उपाधीक्षक खान मोहम्मद समेत विभिन्न विभाग के अधिकारी मौके पर मौजूद रहे. इनमें मेडिकल टीम, फायर ब्रिगेड, पुष्कर थाने का जाप्ता, ट्रैफिक पुलिस कर्मी शामिल रहे और सफलतापूर्वक मॉक ड्रिल को अंजाम दिया गया. बेदखबाद के प्रबंधक हनुमान बाकोलिया ने बताया कि मॉक ड्रिल के तहत बेद खबाद की इमारत को सुरक्षा एजेंसियों के जवानों ने घेर लिया. उसके बाद भीतर घुसे आतंकियों को ढेर करके इजरायली पर्यटकों को मुक्त करवाया. मॉक ड्रिल के माध्यम से विभिन्न विभागों की मुस्तैदी परखी गई.