जैसलमेर : स्वर्णनगरी नए साल के स्वागत के लिए देश-विदेश से सैलानियों के लिए पहली पसंद बनता जा रहा है. हर साल की तरह इस बार भी दिसंबर महीने में जैसलमेर के पर्यटन स्थल सैलानियों से गुलजार हो गए हैं. विशेषकर नव वर्ष के जश्न के लिए सैलानियों की भारी भीड़ उमड़ रही है. इस दौरान शहर में लगभग 500 होटलों में सभी कमरे पहले ही बुक हो चुके हैं और जिन लोगों ने पहले से बुकिंग नहीं करवाई थी, उन्हें कमरे खोजने में काफी मुश्किलें आ रही हैं. इसके अलावा सम के रेगिस्तान और आसपास के रिसॉर्ट्स में भी हाउसफुल की स्थिति बन चुकी है.
स्वर्णनगरी जैसलमेर में आने वाले साल 2025 का स्वागत करने के लिए पर्यटकों की बम्पर आवक जारी है. इस बार की खास बात यह है कि पर्यटन स्थलों पर ही नहीं, जैसलमेर के बाजारों में भी सैलानियों का मेला सा लगा हुआ है. सोनार किला, पटवा हवेली, गढ़ीसर झील, सम सैंड ड्यून्स और खुहड़ी के धोरों पर सैलानियों की भारी भीड़ देखी जा रही है. यह नजारा इतना आकर्षक है कि स्थानीय लोग और पर्यटन व्यवसायी भी बेहद खुश हैं, क्योंकि भारी संख्या में सैलानियों के आने से उनके व्यापार में भी तेजी आई है. विशेषकर क्रिसमस और जनवरी की शुरुआत से पहले, जैसलमेर में पर्यटकों की तादाद बढ़नी शुरू हो जाती है और नव वर्ष की पूर्व संध्या पर यह सिलसिला और भी बढ़ जाता है. सर्दी के मौसम के कारण ज्यादातर छुट्टियां इन दिनों हो चुकी हैं और इस कारण भी पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है.
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होटल और रिसॉर्ट्स में भारी भीड़ : नव वर्ष के मौके पर जैसलमेर आने वाले पर्यटकों की भारी भीड़ के कारण शहर के सभी प्रमुख होटल और रिसॉर्ट्स पहले से ही बुक हो चुके हैं. यहां तक कि सम के धोरों पर बने लगभग 150 रिसॉर्ट्स और कैम्प भी फुल हो चुके हैं, जिन लोगों ने कमरा बुक नहीं किया, उन्हें सामान्य दिनों की तुलना में तीन गुना तक अधिक किराया चुकाना पड़ रहा है. दरअसल, साल के इस वक्त जैसलमेर में टूरिज्म पीक पर होता है और इस कारण होटल्स व रिसॉर्ट्स के दरों में भी काफी वृद्धि हो जाती है. जैसलमेर के पर्यटन व्यवसायियों के अनुसार, यह वक्त उनके लिए अत्यधिक लाभकारी है, क्योंकि सैलानियों के आने से न केवल होटल व्यवसाय को बढ़ावा मिल रहा है, बल्कि स्थानीय बाजारों में भी कारोबार में इजाफा हुआ है. शहर की गलियों और ऑफ-रूट स्थित होटलों में भी सैलानियों की भारी आवक देखी जा सकती है.
मुख्य पर्यटन स्थल और आकर्षण : जैसलमेर के प्रमुख पर्यटन स्थल इन दिनों पर्यटकों से भरे हुए हैं. सोनार किला, जिसे गोल्डन फोर्ट भी कहा जाता है, यहां पर सैलानियों की भारी भीड़ है और अक्सर यहां जाम की स्थिति भी बन रही है. इसके अलावा गढ़ीसर झील, जो जैसलमेर की एक प्रमुख ऐतिहासिक धरोहर है, वहां पर सैलानी बोटिंग का आनंद ले रहे हैं. इस झील की खूबसूरती और शांत वातावरण पर्यटकों को खासा आकर्षित कर रहै है. सम सैंड ड्यून्स, जो जैसलमेर से लगभग 45 किलोमीटर दूर स्थित है, इस समय एक प्रमुख आकर्षण बन चुका है. यहां के रेगिस्तानी धोरों पर रेत के जहाज की सवारी और सूर्यास्त का दृश्य सैलानियों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव है. सर्दी के मौसम में यह स्थल और भी खास हो जाता है, क्योंकि सैलानी रेत के धोरों पर खेलते हुए और सूर्यास्त का लुत्फ उठाते हुए कैमरे में इन खूबसूरत पलों को कैद करते हैं.
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नव वर्ष समारोह की तैयारियां : नव वर्ष के आगमन के मौके पर जैसलमेर में खास आयोजन हो रहे हैं. शहर के होटलों और रिसॉर्ट्स में डीजे, लोक संगीत, और विविध प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. सम के धोरों पर विशेष पार्टी और कैम्प्स आयोजित किए जा रहे हैं, जहां सैलानी विभिन्न प्रकार के मनोरंजन गतिविधियों में भाग ले सकते हैं. यहां, रात के समय लाइटिंग से नहाए हुए धोरों पर एक खास उत्सव का माहौल होता है, जो कि सभी पर्यटकों को आकर्षित करता है. स्थानीय लोगों के लिए भी यह समय खुशी का होता है, क्योंकि वे पारंपरिक अंदाज में अपने परिवार और दोस्तों के साथ नव वर्ष का जश्न मनाने के लिए तैयार हैं. इस समय शहर और आसपास के क्षेत्रों में एक उत्साही और खुशहाल माहौल बना हुआ है.
सैलानियों के लिए विशेष सेवाएं और अनुभव : रिसॉर्ट संचालक भैरव सिंह ने बताया कि इस साल सैलानियों को जैसलमेर के होटल और रिसॉर्ट्स में विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं. स्वादिष्ट राजस्थानी व्यंजन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, और डेजर्ट सफारी जैसी गतिविधियों के माध्यम से सैलानियों को जैसलमेर की संस्कृति और जीवनशैली से परिचित कराया जा रहा है. इस दौरान जैसलमेर में आकर हर पर्यटक अपनी यात्रा को और भी यादगार बना सकता है. जैसलमेर के लोक संगीत, डांस और पारंपरिक खाने का स्वाद लेने के लिए भी सैलानियों की काफी भीड़ उमड़ रही है. यह न केवल पर्यटन व्यवसायियों के लिए लाभकारी है, बल्कि स्थानीय कलाकारों और संस्कृति को भी बढ़ावा मिलता है.
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कमरों के दामों में वृद्धि : होटल व्यवसायी अविनाश बिस्सा के अनुसार जैसलमेर में सैलानियों की बंपर आवक के कारण होटल और रिसॉर्ट्स के किराए में भी भारी वृद्धि हुई है, जो कमरे आम दिनों में 2,000 रुपए में मिल जाते थे, वे अब 5,000 रुपए तक बुक हो रहे हैं. इसी तरह अधिक सुविधाओं वाले होटलों में 14,000 रुपए में मिलने वाला कमरा इस सीजन में 40,000 रुपए में बुक हो रहा है. इसके बावजूद पर्यटकों का जोश कम नहीं हुआ है. वे इस अद्वितीय अनुभव को लेने के लिए किसी भी कीमत पर तैयार हैं.
स्वर्णनगरी जैसलमेर में सैलानियों की भारी आवक ने शहर का रूप ही बदल दिया है. नव वर्ष के मौके पर यहां आने वाले पर्यटकों के लिए सभी प्रमुख पर्यटन स्थल, होटल और रिसॉर्ट्स पहले से ही बुक हो चुके हैं. पर्यटन व्यवसायियों के लिए यह समय काफी लाभकारी है और साथ ही स्थानीय लोगों के लिए भी यह खुशियों का वक्त है. जैसलमेर के रेगिस्तानी धोरों पर सूर्योदय और सूर्यास्त का दृश्य, गढ़ीसर झील की बोटिंग और सोनार किले का ऐतिहासिक आकर्षण इस शहर को और भी खास बना रहे हैं. अब इस शानदार और रंगीन स्वर्णनगरी में नव वर्ष का जश्न हर किसी के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बन चुका है.