पाकुड़: जिला के महेशपुर प्रखंड के भीमपुर गांव में डायरिया की चपेट में दो दर्जन से अधिक ग्रामीण चपेट में आ गये हैं. वहीं डायरिया से एक बच्ची की मौत की भी सूचना मिली है. इसकी जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची और डायरिया की चपेट में आये ग्रामीणों का इलाज शुरू किया गया. गांव में एक बच्ची की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की एक जांच कमेटी भी बनायी गई है. जिससे जांच टीम यह पता कर सके कि आखिर बच्ची की मौत कैसे हुई है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भीमपुर गांव में कुछ महिला, पुरुष व बच्चे को उल्टी और दस्त होने लगे थे. जब स्थिति गंभीर होने लगी तो इसकी जानकारी अन्य ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग को दी. सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम एंबुलेंस के साथ वहां पहुंची और गांव में ही लोगों का इलाज शुरू कर दी. कुछ गंभीर मरीजों को अस्पताल भी लाया गया. ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को यह जानकारी दी कि डायरिया की चपेट में आने से चार वर्षीय सोनामुनी मरांडी की मौत हो गयी है.
इसकी जांच के लिए सिविल सर्जन ने एक जांच टीम गठित की है. जांच टीम में शामिल चिकित्सक वर्बल ऑटोप्सी के माध्यम से जांच कर रिपोर्ट सौंपेंगे. स्वास्थ्य विभाग की टीम भीमपुर गांव के सभी घरों के सदस्यों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और घरों के आसपास की साफ सफाई रखने, पानी उबालकर पीने की अपील की. स्वास्थ्यकर्मियों ने गांव में ब्लीचिंग का भी छिड़काव किया.
इस घटना को लेकर जिला जनसंपर्क पदाधिकारी राहुल कुमार ने बताया कि डायरिया की चपेट में आये सभी लोगों के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है. उन्होंने बताया कि मेडिकल टीम गांव में कैंप कर रही है. डायरिया से बच्ची की मौत के सवाल पर जनसंपर्क पदाधिकारी ने बताया कि बच्ची की मौत के कारणों की जांच की जा रही है और जांच रिपोर्ट आने के बाद कुछ स्पष्ट कहा जा सकता है.
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