नालंदा: खुद को 'बिहारी' बताने वाले बागेश्वर धाम के आचार्य पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लेकर नालंदा के एक परिवार ने बड़ा दावा किया है. राजगीर प्रखंड अंतर्गत भुई के पतेहिया गांव के रहने वाले रामलाल दास के परिवार का कहना है कि बाबा के बागेश्वर के बाबा ही उनके पिता हैं, जिनकी वे लोग पिछले 30-35 सालों से तलाश कर रहे हैं. घर की बहू ने उन बाबा की तस्वीर भी दिखाई है.
बागेश्वर बाबा के गुरु नालंदा के रहने वाले?: नालंदा के इस परिवार का कहना है कि उनके पिता ही धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के गुरु हैं. सोहराय मिस्त्री, उनके पुत्रों और पोता का कहना है कि रामलाल दास 30 से 35 साल पहले गांव छोड़कर चले गए थे, तब से अब तक उनका कोई पता नहीं चला था. अचानक 3 मार्च 2024 को घर में शाम को परिवार के सदस्य भक्ति कार्यक्रम देख रहे थे, उसी दौरान शारदा देवी बहू टीवी पर देखकर पहचान गई और फिर उनकी तस्वीर खींचकर बेटे और पति को भी दिखाई.
टीवी पर देखकर बाबा को पहचाना: टीवी से खींची गई बाबा की उस तस्वीर को परिवार के सभी सदस्यों ने पहचान लिया. अब परिवार और घर के तमाम सदस्यों को एक उम्मीद जगी है कि उनके पिता से मुलाकात हो जाएगी. हालांकि अभी तक उनसे भेंट नहीं हो पाई है. उन्हें देखने के फौरन बाद परिवार के लोग मध्यप्रदेश के छतरपुर बागेश्वर धाम भी गए लेकिन 4 दिनों तक वहां रहने के बाद बावजूद मुलाकात नहीं हो पाई. इनका कहना है कि उनको बागेश्वर बाबा के गया आने की जानकारी नहीं थी लेकिन अब जानकारी मिली है तो पताकर उनसे मिलने जाएंगे.
"मैं टीवी पर एक चैनल पर भजन-सत्संग देख रही थी. जो बाबा प्रवचन दे रहे थे, उनको मैं पहचान गई. वह मेरे ससुर रामलाल दास ही हैं. मैंने मोबाइल से उनकी फोटो खींच ली, फिर पति और बेटों को दिखाया तो सभी लोगों ने भी उनको पहचान लिया."- शारदा देवी, रामलाल दास की बहू
रामलाल के परिवार में कौन-कौन है?: नालंदा के रहने वाले रामलाल दास को एक पुत्र हैं, जिसका नाम सोहराय मिस्त्री है. उसे 4 संतान हैं. जिनमें दो पुत्र सुजीत कुमार, रंजीत कुमार और पुत्री रंजू देवी और संगीता देवी है. अभी इन परिवार में कुल मिलाकर 25 परिवार है. यह परिवार बढ़ई का काम करता है. इनकी खुद की दुकान है. उनके बेटे का कहना है कि पिता पूजा-पाठ करते थे, उनको लोग 'साधु बाबा' के नाम से भी बुलाते थे.
"मेरे पिता जी पहले राजगीर के विश्वकर्मा मंदिर परिसर में रहते थे. वे साधु का काम करते थे, उन्हें गांव में सभी साधु बाबा के नाम से भी जानते थे. मेरे पिता जी सिलाव इलाहाबाद बैंक में खाता खुलवाए थे, जो मेरे पास है. वे मेरे पिता है, जिसका कई प्रमाण मेरे पास है."- सोहराय मिस्त्री, रामलाल दास के पुत्र
बागेश्वर धाम ने दावे का किया खारिज: बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पीआरओ केशव मेहता ने नालंदा के इस परिवार को पूरी तरह से खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि बाबा के दादा ही उनके गुरु थे और उन्होंने ही बागेश्वर धाम की स्थापना की थी. बाद में आचार्य रामभद्राचार्य से धीरेंद्र शास्त्री ने विधिवत दीक्षा ग्रहण की. लिहाजा जो परिवार दावा कर रहा है कि उनके पिता ही बाबा के गुरु हैं, वह पूरी तरह से गलत है.
"बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दादाजी ही उनके गुरु थे. उन्होंने ही बागेश्वर बाबा की स्थापना की थी. वहां पर बजरंगबली के मंदिर की स्थापना भी उन्होंने ही की थी. उनके दादा ने बागेश्वर धाम सरकार को अपनी शक्ति दी. बाद में बाबा ने आचार्य रामभद्राचार्य जी से विधिवत दीक्षा ली है. ऐसे में जो परिवार दावा कर रहा है, उसमें कोई सच्चाई नहीं है." - केशव मेहता, पीआरओ, बागेश्वर धाम
'बिहारी हैं हम भी': पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उर्फ बागेश्वर बाबा इन दिनों बिहार दौरे पर हैं. वे शुक्रवार देर शाम गया के बोधगया पहुंचे और भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि वह बिहार से बहुत प्यार करते हैं. बिहार और गया जी की चर्चा ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में भी करते हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि कहीं ऐसा तो नहीं कि जो परिवार वर्षों से लापता पिता की तलाश कर रहे हैं, वह बागेश्वर बाबा के गुरु तो नहीं?
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