सिंघाना/ झुंझुनू. जिले के बनवास की पहाड़ी में रविवार शाम को दो-तीन दिन पुराना क्षत विक्षिप्त शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई. शव मिलने की सूचना पर सिंघाना थानाधिकारी कैलाश चंद्र यादव मय जाब्ते के मौके पर पहुंचे, लेकिन उन्होंने शव को कब्जे में नहीं लिया. उनका कहना है कि शव जहां पड़ा हुआ था, वो जगह खेतड़ी नगर थाना इलाके में पड़ती है. इसके बाद खेतड़ी नगर थाने के एएसआई भी मौके पर पहुंचे, लेकिन उन्होंने भी घटनास्थल को खुद के थाना क्षेत्र में नहीं पड़ने की बात कहकर शव को नहीं उठाया. ऐसे में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं.
सूचना पर खेतड़ीनगर थाने के एएसआई विजय भड़िया मौके पर पहुंचे थे. उन्होंने भी घटनास्थल को सिंघाना थाने का मामला बताया. रातभर तक सिंघाना थानाधिकारी कैलाश चंद यादव और खेतड़ी नगर पुलिस अधिकार क्षेत्र में घटना नहीं होने का हवाला देते हुए शव को नहीं उठाये. शाम से रात तक हुई बरसात में भी शव मौके पर पड़ा रहा. सिंघाना पुलिस पूरे जाप्ते के साथ पहुंचने के बाद भी शव को नहीं उठाई. शव वाली जगह को लेकर सिंघाना थानाधिकारी कैलाश चंद्र यादव व खेतड़ीनगर थाने के एएसआई विजय भड़िया सीमा ज्ञान को लेकर आपस में उलझते दिखे.
सिंघाना थानाधिकारी सीमा ज्ञान के लिए पटवारी को बुलाने की बात कहते रहे. रात को बनवास के पटवारी बलबीर सिंह मौके पर पहुंचे, लेकिन रात के समय व पहाड़ी पर नेटवर्क नहीं आने से सही लोकेशन का पता नहीं चला. इस पर पटवारी सुबह सही जानकारी देने की बात कहकर वापस लोट गया. इस घटना के बाद सिंघाना पुलिस की कार्यशैली पर बड़े सवाल उठ रहे हैं. पुलिस शाम को करीब 6 बजे मौके पर पहुंच गई थी. अगर पुलिस चाहती तो शव को वहां से उठाकर मोर्चरी में रख सकती थी, लेकिन संवेदनाओं को झकझोर करते हुए शव को कब्जे में नहीं लिया. आखिर देर रात को उच्च अधिकारियों की दखल के बाद सिंघाना पुलिस को ही शव को कब्जे में लेकर खेतड़ी नगर की मोर्चरी में रखवाया है.
इसे भी पढ़ें : हरियाणा बॉर्डर स्थित खेत में मिले दो अज्ञात शव, नहीं हो पाई पहचान - Dead Bodies at Haryana Border
इस संबंध में सिंघाना थानाधिकारी कैलाश चंद यादव ने बताया कि शव तीन-चार दिन पुराना होने की बात सामने आई है. पहाड़ी में शव पड़ा होने से वह क्षत-विक्षत हो गया है. मरने वाले की उम्र करीब 40-45 साल लग रही है, जिसने पेैंट व शर्ट पहनी हुई है. शव की अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है.