नई दिल्ली: दिल्ली में तीन माह के भीतर फर्स्ट वोटर यानी 18 से 19 साल के वो मतदाता जो पहली बार वोट करेंगे, उनकी संख्या 95,926 बढ़ी है. लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली में मतदाताओं की अंतरिम सूची जारी होने तक पहली बार के मतदाताओं की कुल संख्या 2.5 लाख तक पहुंचने की उम्मीद है.
सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता (SVEEP) गतिविधियों से पूरी दिल्ली में युवा मतदाता पंजीकरण में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. 22 जनवरी 2024 को प्रकाशित अंतिम मतदाता सूची में दिल्ली में पहली बार मतदाताओं की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है. 22 जनवरी की सूची में पहली बार के मतदाताओं की संख्या 1,47,074 थी. जबकि 22 अप्रैल को जारी सूची में यह संख्या बढ़कर लगभग 2.43 लाख हो गई है. चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर ने उम्मीद जताई कि अंतिम मतदाता सूची जारी होने तक दिल्ली में पहली बार वोट करने वाले मतदाताओं की संख्या लगभग 2.5 लाख हो जाएगी.
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी. कृष्णमूर्ति ने बताया कि चुनावी साक्षरता क्लब, चुनाव पाठशाला और मतदाता जागरूकता मंच सहित व्यापक स्तर पर युवाओं को जागरूक करने के लिए पहल की गई. मतदाताओं को मतदाता सूची में खुद को पंजीकृत कराने के लिए प्रेरित किया गया, जिससे उनकी संख्या बढ़ी है. दिल्ली में SVEEP गतिविधियां बड़े स्तर पर आयोजित हो रही हैं, जिसके तहत विभिन्न जिलों में नुक्कड़ नाटक, ड्राइंग प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता, स्लोगन प्रतियोगिता, पेंटिंग प्रतियोगिता और मतदाता जागरूकता रैलियां जैसी अन्य पहल की जा रही हैं.
इससे न केवल जागरूकता बढ़ी है बल्कि युवा मतदाताओं में जिम्मेदारी और भागीदारी की भावना भी आई है. दिल्ली में स्वयं सहायता समूह की महिला मतदाताओं के लिए विशेष रूप से चुनाव जागरूकता अभियान चलाया गया है. इसमें महिला मतदाताओं को दिल्ली में आगामी लोकसभा चुनाव-2024 के लिए मतदान प्रक्रिया में बड़ी संख्या में भाग लेने के लिए शिक्षित और प्रेरित किया जा रहा है.
तीन माह में बढ़े हैं कुल 3.84 लाख मतदाता
22 जनवरी को प्रकाशित मतदाता सूची में दिल्ली में कुल मतदाताओं की संख्या 1,47,18,119 थी. 22 अप्रैल को प्रकाशित सूची में कुल मतदाताओं की संख्या 1.51 करोड़ पहुंच गई. यानी दिल्ली में तीन माह के भीतर 3.84 लाख मतदाता बढ़ गए.
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