बलौदाबाजार: अमेरा के लक्ष्मी ट्रेडर्स राइस मिल से 820 क्विंटल धान के गायब होने की खबर कलेक्टर को मिली. कलेक्टर ने शिकायत मिलते ही जांच टीम को मौके पर भेजा. टीम ने जब लक्ष्मी ट्रेडर्स में जाकर धान की चेकिंग की तो खबर सही मिली. राइस मिल में 820 क्विंटल धान का कोई हिसाब नहीं मिला. धान गायब मिलने पर कलेक्टर दीपक सोनी ने लक्ष्मी ट्रेडर्स की 20.50 लाख रुपये की बैंक गारंटी जब्त करने के आदेश दिए. कलेक्टर ने इसके साथ ही घोटाले में लिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
राइस मिल से 820 क्विंटल धान गायब: सहायक खाद्य अधिकारी अमित शुक्ला और खाद्य निरीक्षक कमलनारायण साहू मिल में जाकर भौतिक सत्यापन किया. दोनों अधिकारियों ने कलेक्टर को बताया कि भौतिक सत्यापन में 20 लाख 50 हजार का धान गायब है. कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा कि यह घोटाला धान के उठाव और कस्टम मिलिंग प्रक्रिया में हुई लापरवाही और नियमों के उल्लंघन के चलते हुआ है.
मिल में पकड़ी गई कई खामियां: जांच के दौरान यह सामने आया कि लक्ष्मी ट्रेडर्स ने कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन आदेश 2016 के तहत निर्धारित कई नियमों का खुलेआम उल्लंघन किया है. राइस मिल द्वारा मासिक विवरणी प्रस्तुत नहीं की गई. जिससे सरकार को वास्तविक स्टॉक की जानकारी नहीं मिल पाई. इसके अलावा स्टॉक की जानकारी ऑनलाइन मिलर मॉड्यूल में दर्ज नहीं की गई और कस्टम मिलिंग स्टॉक पंजी बी -1 का रिकार्ड नहीं रखा गया.
यह एक गंभीर मामला है और प्रशासन इस घोटाले के आरोपियों को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेगी. प्रशासन भ्रष्टाचार और लापरवाही के खिलाफ पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और इस प्रकार के मामलों में पूरी पारदर्शिता बनाए रखने की कोशिश करेगी. ऐसे मामलों में हर संभव कदम उठाकर दोषियों को सजा दिलवाई जाएगी ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके - दीपक सोनी, कलेक्टर
कस्टम मिलिंग में सुधार की जरुरत: इस घोटाले के उजागर होने के बाद बलौदाबाजार जिले में धान खरीदी और कस्टम मिलिंग प्रक्रिया में सुधार की जरुरत लोग बता रहे हैं. प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि इस प्रकार की अनियमितताओं और भ्रष्टाचार की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे.