शिमला: हिमाचल में पशु चिकित्सकों के 77 पद खाली हैं. वहीं, प्रदेश में पशुपालन विभाग के तहत पशु चिकित्सकों और वरिष्ठ पशु चिकित्सकों के 535 पद सृजित हैं. ये जानकारी विधानसभा सत्र के दौरान पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार ने ऊना के विधायक सतपाल सत्ती की और से पूछे गए सवाल के लिखित जवाब में दी. उन्होंने बताया कि प्रदेश में अभी 1762 नियमित पशु औषधालय हैं. वहीं, मुख्यमंत्री आरोग्य पशुधन योजना के तहत 948 पशु औषधालय और 472 पशु चिकित्सालय क्रियाशील हैं. जिसमें पशुपालन विभाग के अंतर्गत पशु चिकित्सकों और वरिष्ठ पशु चिकित्सकों के 535 पद सृजित हैं और 77 पद रिक्त हैं.
सीधी भर्ती से भरे जा रहे 56 पद: सतपाल सिंह सत्ती की ओर से पशु चिकित्सा अधिकारियों के पदों को भरे जाने को लेकर पूछे गए प्रश्न के लिखित उत्तर में पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार ने जवाब दिया. उन्होंने बताया कि सरकार पशु चिकित्सकों के पद भर रही है, इसके तहत सीधी भर्ती के माध्यम से पशु चिकित्सा अधिकारियों के 56 पदों को भरने की प्रक्रिया जारी है. जो हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से भरे जा रहे हैं.
उन्होंने बताया प्रदेश में पशु औषधियोजकों के 187 पदों को भरने का मामला माननीय उच्च न्यायालय में विचाराधीन है. वहीं सतपाल सिंह सत्ती के पशु चिकित्सकों के पदों को बैचवाइज सृजित किए जाने को लेकर पूछे गए सवाल के लिखित जवाब में पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार ने बताया बैचवाईज आधार पर पशु चिकित्सकों के पदों का सृजन अधिसूचना संख्या एएचवाई -ए(3)-26/2010 तारीख 28 फरवरी 2012 द्वारा अधिसूचित भर्ती एवं पदोन्नति नियम, 2012 द्वारा किया गया है.
प्रदेश में इतने पशु औषधालय और चिकित्सालय: प्रदेश में वर्तमान में पशु औषधालय और चिकित्सालय की कुल संख्या 3182 है. इसमें राज्यस्तरीय पशु चिकित्सालय 1, क्षेत्रीय पशु चिकित्सालय 3, उप मंडलीय पशु चिकित्सालय 60, पशु चिकित्सालय 362, वैटी पोली क्लीनिक 10, वैटी चेक पोस्ट 6, केंद्रीय पशु औषधालय 30, पशु औषधालय 1762 और मुख्यमंत्री आरोग्य पशुधन योजना की संख्या 948 है.
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