जयपुर. लोकसभा चुनाव में इस बार राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों पर 68.63 प्रतिशत दिव्यांग मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया. प्रदेश में पहले चरण के 12 लोकसभा चुनाव में 62 फीसदी दिव्यांग मतदाताओं ने मतदान किया, जबकि दूसरे चरण के 13 लोकसभा क्षेत्र में 72.94 फीसदी दिव्यांग मतदाताओं ने मतदान किया. बांसवाड़ा के दिव्यांग मतदाताओं ने सर्वाधिक 84.93%, वहीं भरतपुर के दिव्यांग मतदाताओं ने सबसे कम 44.37% मतदान किया.
लोकसभा चुनाव 2024 में दिव्यांग मतदाताओं को जागरूक करने से लेकर पीडब्ल्यूडी फ़्लैगिंग कर उन्हें मतदान केंद्र पर उपलब्ध सुविधाओं, व्हीलचेयर और परिवहन सुविधाओं के बारे में जानकारी दी गई. यही नहीं दिव्यांग मतदाताओं को होम वोटिंग की सुविधा भी दी गई, जिसका नतीजा ये रहा कि पहले 12 सीटों पर हुए लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 62 प्रतिशत, जबकि दूसरे चरण में 13 लोकसभा सीटों पर दिव्यांग मतदाताओं का मतदान प्रतिशत बढ़कर 72.94% रहा. ऐसे में प्रदेश में सभी 25 लोकसभा क्षेत्रों में कुल 68.63 दिव्यांग मतदाताओं ने मतदान किया. मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि पहले चरण में झुंझुनूं में सबसे ज्यादा 71.97%, चूरू में 69.67%, गंगानगर में 68.64%, नागौर में 67.82% दिव्यांगजनों ने मतदान किया, जबकि भरतपुर में सबसे कम 44.37% दिव्यांगजनों ने मतदान किया.
उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में टोंक-सवाई माधोपुर में 60.89%, अजमेर में 67.06%, पाली में 63.87%, जोधपुर में 54.78%, बाड़मेर में 81.84%, जालोर में 75.91%, उदयपुर में 83.25%, बांसवाड़ा में 84.93%, चित्तौड़गढ़ में 82.71%, राजसमंद में 65.91%, भीलवाड़ा में 64.72%, कोटा में 71.98% और झालावाड़-बारां में 78.68% रहा, जबकि पहले चरण में गंगानगर में 68.64%, बीकानेर में 63.56%, चूरू में 69.67%, झुंझुनूं में 71.97%, सीकर में 64.57%, जयपुर ग्रामीण में 58.15%, जयपुर में 62.93%, अलवर में 62.78%, भरतपुर में 44.37%, करौली-धौलपुर में 54.97%, दौसा में 55.12% और नागौर में 67.82% रहा.