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समेज गांव में चौथे दिन भी जारी रहेगा रेस्क्यू ऑपरेशन, अभी भी 36 जिंदगियां लापता, 6 LNT मशीनें की जाएगी तैनात - LNT Machine use in Rescue Operation

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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Aug 4, 2024, 7:31 AM IST

Updated : Aug 4, 2024, 7:37 AM IST

Samej Rescue Operation 4th Day: हिमाचल के समेज गांव में 31 जुलाई की रात को आई बाढ़ ने पूरे गांव का नामोनिशान मिटा दिया. गांव के 36 लोग बाढ़ में बह गए. आज चौथे दिन भी समेज गांव में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान यहां पर 6 एलएनटी मशीनें तैनात की जाएंगी.

Meeting on Samej Rescue Operation
रामपुर में समेज रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर अधिकारियों की बैठक (ETV Bharat)

रामपुर: शिमला जिले के उपमंडल रामपुर में समेज त्रासदी के तीसरे दिन सर्च ऑपरेशन खत्म होने के बाद देर रात को डीसी शिमला अनुपम कश्यप ने बड़ी समीक्षा बैठक बुलाई. ये बैठक मोनाल कॉन्फ्रेंस हाल एसजेवीएनएल रामपुर में आयोजित की गई. जिसमें ये फैसला लिया गया कि रविवार यानी आज से समेज में सर्च ऑपरेशन के लिए 6 एलएनटी मशीनों की मदद ली जाएगी. इसके साथ ही तैनात रेस्क्यू टीम में भी वृद्धि की जाएगी.

इन विभागों को डीसी शिमला ने जारी किए निर्देश

डीसी शिमला अनुपम कश्यप ने कहा कि लोक निर्माण विभाग को प्रभावित सभी सड़कों को जल्द से जल्द बहाल करने के निर्देश दिए गए हैं. जल शक्ति विभाग को सभी प्रभावित पेयजल आपूर्ति की लाइनें जल्द बिछाने के निर्देश दिए हैं. विद्युत विभाग को तीन दिनों में प्रभावित क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बहाल करने के निर्देश दिए गए हैं. खाद्य आपूर्ति विभाग को 37 प्रभावित परिवारों को एक महीने का मुफ्त राशन मुहैया करवाने के निर्देश दिए गए हैं. वन विभाग को टीडी नियमों के मुताबिक प्रभावितों को लकड़ी उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं. डीसी शिमला ने बताया कि समेज में सर्च ऑपरेशन के दौरान एक मेडिकल टीम नियुक्ति की जाएगी. रविवार से रेस्क्यू और मेडिकल टीम सुबह से लेकर शाम तक घटनास्थल पर ही सक्रिय रहेगी.

सर्च ऑपरेशन के लिए तैयार की आगामी रणनीति

बैठक के दौरान अभी तक के सर्च ऑपरेशन और रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में विस्तृत चर्चा की गई. एसपी शिमला संजीव गांधी ने बैठक को संबोधित किया. इस दौरान आर्मी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड, सीआईएसएफ, अग्निशमन के अधिकारी मौजूद रहे. सभी अधिकारियों ने सर्च ऑपरेशन के दौरान जमीनी स्तर पर आ रही चुनौतियों के बारे में चर्चा की. बैठक में सर्च ऑपरेशन को लेकर आगामी रणनीति भी तैयार की गई.

31 जुलाई की रात को आई थी त्रासदी

गौरतलब है कि 31 जुलाई की रात को रामपुर में भारी बारिश हुई और समेज गांव की पहाड़ियों में बादल फट गया. जिसके चलते गांव के साथ बहते नाले में बाढ़ आ गई. बादल फटने के चलते फ्लैश फ्लड आया, जिसमें भारी मात्रा में मलबा और बड़ी-बड़ी चट्टानें थी. लोग घरों में सो रहे थे जब ये सैलाब आया और सबको बहा ले गया. 1 अगस्त की सुबह तक समेज गांव का अस्तित्व ही मिट गया. जहां कभी एक भरा-पूरा गांव हुआ करता था, अब वहां हर ओर सिर्फ मलबा ही मलबा है. इस त्रासदी में 36 लोग लापता हैं, जिनका अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है. आज समेज में रेस्क्यू ऑपरेशन का चौथा दिन है, लेकिन किसी का कोई नामोनिशान नहीं है.

ये भी पढ़ें: दिल में दहशत और रोंगटे खड़ा कर देने वाला था समेज गांव का मंजर, अंदर तक हिला देंगी पीड़ितों की दास्तां

ये भी पढ़ें: आपदा में हिमाचल के इस गांव का मिट गया नामोनिशान, मलबे में दफन हुए सभी मकान, लापता लोगों का नहीं मिला अब तक कोई सुराग

ये भी पढ़ें: कल्पना ने Reel में कहा- अगर मौत आ गई तो... फिर कुछ ही घंटों में सच में मौत बनकर आई बाढ़, बह गया पूरा परिवार

रामपुर: शिमला जिले के उपमंडल रामपुर में समेज त्रासदी के तीसरे दिन सर्च ऑपरेशन खत्म होने के बाद देर रात को डीसी शिमला अनुपम कश्यप ने बड़ी समीक्षा बैठक बुलाई. ये बैठक मोनाल कॉन्फ्रेंस हाल एसजेवीएनएल रामपुर में आयोजित की गई. जिसमें ये फैसला लिया गया कि रविवार यानी आज से समेज में सर्च ऑपरेशन के लिए 6 एलएनटी मशीनों की मदद ली जाएगी. इसके साथ ही तैनात रेस्क्यू टीम में भी वृद्धि की जाएगी.

इन विभागों को डीसी शिमला ने जारी किए निर्देश

डीसी शिमला अनुपम कश्यप ने कहा कि लोक निर्माण विभाग को प्रभावित सभी सड़कों को जल्द से जल्द बहाल करने के निर्देश दिए गए हैं. जल शक्ति विभाग को सभी प्रभावित पेयजल आपूर्ति की लाइनें जल्द बिछाने के निर्देश दिए हैं. विद्युत विभाग को तीन दिनों में प्रभावित क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बहाल करने के निर्देश दिए गए हैं. खाद्य आपूर्ति विभाग को 37 प्रभावित परिवारों को एक महीने का मुफ्त राशन मुहैया करवाने के निर्देश दिए गए हैं. वन विभाग को टीडी नियमों के मुताबिक प्रभावितों को लकड़ी उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं. डीसी शिमला ने बताया कि समेज में सर्च ऑपरेशन के दौरान एक मेडिकल टीम नियुक्ति की जाएगी. रविवार से रेस्क्यू और मेडिकल टीम सुबह से लेकर शाम तक घटनास्थल पर ही सक्रिय रहेगी.

सर्च ऑपरेशन के लिए तैयार की आगामी रणनीति

बैठक के दौरान अभी तक के सर्च ऑपरेशन और रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में विस्तृत चर्चा की गई. एसपी शिमला संजीव गांधी ने बैठक को संबोधित किया. इस दौरान आर्मी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड, सीआईएसएफ, अग्निशमन के अधिकारी मौजूद रहे. सभी अधिकारियों ने सर्च ऑपरेशन के दौरान जमीनी स्तर पर आ रही चुनौतियों के बारे में चर्चा की. बैठक में सर्च ऑपरेशन को लेकर आगामी रणनीति भी तैयार की गई.

31 जुलाई की रात को आई थी त्रासदी

गौरतलब है कि 31 जुलाई की रात को रामपुर में भारी बारिश हुई और समेज गांव की पहाड़ियों में बादल फट गया. जिसके चलते गांव के साथ बहते नाले में बाढ़ आ गई. बादल फटने के चलते फ्लैश फ्लड आया, जिसमें भारी मात्रा में मलबा और बड़ी-बड़ी चट्टानें थी. लोग घरों में सो रहे थे जब ये सैलाब आया और सबको बहा ले गया. 1 अगस्त की सुबह तक समेज गांव का अस्तित्व ही मिट गया. जहां कभी एक भरा-पूरा गांव हुआ करता था, अब वहां हर ओर सिर्फ मलबा ही मलबा है. इस त्रासदी में 36 लोग लापता हैं, जिनका अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है. आज समेज में रेस्क्यू ऑपरेशन का चौथा दिन है, लेकिन किसी का कोई नामोनिशान नहीं है.

ये भी पढ़ें: दिल में दहशत और रोंगटे खड़ा कर देने वाला था समेज गांव का मंजर, अंदर तक हिला देंगी पीड़ितों की दास्तां

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Last Updated : Aug 4, 2024, 7:37 AM IST
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