लखनऊ: चोरी के वाहन को दिल्ली, बिहार और नेपाल में ले जाकर औने-पौने दाम पर बेचने वाले गैंग के पांच शातिर चोरों को गोमतीनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी लग्जरी कार का सॉफ्टवेयर से लॉक खोलकर चुरा लेते थे. पुलिस ने आरोपियों के पास से चार पहिया वाहन, चोरी में इस्तेमाल किये जाने वाले इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, 45 मैनुअल लॉक की चाबी और अन्य चीजें बरामद की हैं. आरोपियों के खिलाफ राज्यों के विभिन्न थानों में मुकदमे दर्ज हैं. गिरोह का सरगना आईटी इंजीनियर है.
चोरी की गाड़ी नेपाल-दिल्ली में बेचते थे: पुलिस उपायुक्त शशांक सिंह (पूर्वी) ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सर्विलांस, क्राइम ब्रांच टीम ने अन्तरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के पांच सदस्यों को सहारा पुल के पास से गिरफ्तार किया है. आरोपी दुबई से ऑनलाइन गाड़ी की रिप्रोग्रामिंग मशीन, जैमर, इलेक्ट्रानिक चाबी और अन्य उपकरण खरीदते थे. फिर संगठित होकर विभिन्न राज्यों में घर के बाहर खड़ी गाड़ियों की नंबर प्लेट चुराते थे.
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पुलिस उपायुक्त शशांक सिंह ने बताया कि इसके बाद आरोपी फर्जी नंबर प्लेट लगाकर ऑनलाइन मंगायी हुई मशीन रिप्रोग्रामिंग कर नई चाबी बनाकर गाड़ी को अनलॉक करके वहां से चोरी कर लेते थे. इसके बाद दूसरे प्रदेशों में चोरी की गाड़ी से फर्जी नंबर प्लेट निकालकर, असली नंबर प्लेट लगाकर गाड़ी को औने-पौने दाम पर दिल्ली, बिहार राज्यों एवं नेपाल देश में बेचकर आपस में रुपये बांट लेते थे.
बचे हुए रुपयों से फिर से चोरी करने का सामान मंगवाते थे. पकड़े गये आरोपियों में कानपुर नगर के पनकी निवासी आदित्य सिंह, विपलव दिवाकर, बिहार के छपरा निवासी राजू यादव, अमित सिंह और प्रयागराज के हरिसेनगंज निवासी विपिन केसरवानी है. इनके पास से चार कारें बरामद हुई हैं.
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