धौलपुर. सैंपऊ उपखंड के कोलारी गांव में मंगलवार को खेत में जहरीला हरा चारा खाने से तीन भैंस एवं दो पाड़ों की मौत हो गई. पशुओं की मौत होने से किसानों में हड़कंप मच गया. सूचना के बाद प्रशासन और पशु विभाग की टीम मौके पर पहुंची, जिन्हें ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. करीब एक घंटे तक प्रशासन और पशुपालकों में नोक-झोंक होती रही. अधिकारियों ने किसानों से समझाइस कर मामले को शांत कराया. इसके बाद पशु चिकित्सकों की टीम ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया है.
पशु चिकित्सक मुकेश त्यागी के मुताबिक पशुपालक फूल सिंह लोधा की तीन भैंस एवं दो पाड़े खेतों में चारा खाने गए थे. चारा चरने के बाद एक के बाद एक पशु की तबीयत खराब होने लगी. थोड़े समय के बाद ही पांचों पशुओं की मौत हो गई, जिससे किसान और पशुपालकों में हड़कंप मच गया. मामले की सूचना तत्काल प्रशासन को दी गई. चिकित्सकों की टीम को साथ लेकर मौके पर पहुंचे, जिन्हें किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा.
मुआवजे की मांग : प्रशासन और किसानों में नोक-झोंक तक की नौबत आ गई. करीब एक घंटे तक दोनों पक्षों में बहस हुई. किसान और पशुपालक मुआवजे की मांग पर अड़ गए. प्रशासन द्वारा समझाइश कर मामले को शांत कराया गया. पशु चिकित्सक मुकेश त्यागी ने बताया कि मेडिकल बोर्ड द्वारा पशुओं का पोस्टमार्टम कराया गया है. उन्होंने बताया प्रारंभिक जांच में कीटनाशक दवा युक्त हरा चारा खाने से पशुओं की मौत होना पाया गया है. विसरा जांच के लिए जयपुर लैब भेजा गया है. रिपोर्ट आने के बाद मौत की स्पष्ट वजह साफ हो पाएगी. पांच पशुओं की मौत होने से पशुपालक फूल सिंह लोधा ने बताया कि उनका आजीविका का जरिया पूरी तरह से खत्म हो गया है. ग्रामीण प्रशासन से उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं.